लुटेरा गैंग ने एक महिला डॉक्टर को बनाया निशाना, 4 लाख नकदी से भरा बैग ले उड़े
- By Vinod --
- Tuesday, 30 Jul, 2024
Robber gang targeted a female doctor
Robber gang targeted a female doctor- जीरकपुर (राजेश गर्ग)। आजकल जीरकपुर शहर में चोरी तथा लूटपाट की घटनाएं दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है और चोरों तथा लुटेरों को पुलिस का डर नहीं रहा जिसके चलते शहर की कानून व्यवस्था दिन प्रतिदिन बिगड़तीही जा रही है। पुलिस चौकी तथा पुलिस थाने के नजदीक चोरी तथा लूटपाट की घटनाओं को पहले भी अंजाम दिया जा चुका है और अब एक शातिर लुटेरा गैंग द्वारा छत लाइट प्वाइंट पर ट्रैफिक पुलिस की चौकी के बिल्कुल सामने एक महिला डॉक्टर को फिल्मी अंदाज से अपना निशाना बनाया।
महिला डॉक्टर मंजू बाला सांगवी ने बताया कि वह कल सुबह अपनी गाड़ी से अपने बच्चों की फीस अदा करने के लिए पटियाला गई थी। कुछ कारणों के चलते वह फीस भर नहीं सकी और शाम को वापस आना पड़ा। उन्होंने बताया कि फीस भरने के लिए जो चार लाख रुपए अपने साथ लेकर गई थी उनको वापस लाना पड़ा। पटियाला से वापसी के समय जब वह छत लाइट पॉइंट पर पहुंची तो उस समय ट्रैफिक लाइट पर लाल बत्ती थी और उसके पास से एक व्यक्ति गुजारा तो उसने कहा कि आपकी गाड़ी में से तेल लीक कर रहा है। इस दौरान उसकी गाड़ी के पास से एक ऑटो चालक निकला तो उसने भी कहा कि आपकी गाड़ी से तेल लीक कर रहा है। जैसे ही ट्रैफिक लाइट पर हरी बत्ती हुई तो महिला डॉक्टर मंजू ने अपनी गाड़ी चौक क्रॉस करते ही ट्रैफिक पुलिस के बूथ के बिल्कुल सामने की तरफ रोकी।
इस दौरान एक ऑटो चालक उसकी गाड़ी के बिल्कुल पास आकर रुक गया और उस ऑटो चालक ने कहा कि आपकी गाड़ी का फिल्टर लीक हो रहा है, आपको गाड़ी का बोनट उठाना पड़ेगा। महिला डॉक्टर ने कहा कि जैसे ही उसने अंदर से गाड़ी का बोनट खोलकर आगे जाकर बोनट उठाया और 2 मिनट बाद बंद कर दिया। इतने ही समय में वह व्यक्ति उसकी गाड़ी की आगे वाली सीट पर पड़ा हुआ बैग लेकर मौके से फरार हो गए। महिला डॉक्टर के अनुसार उस बैग में चार लाख रुपए नगद तथा उनके तथा उनके बच्चों के और उनके पति के आधार कार्ड, पैन कार्ड, गाड़ी के सारे दस्तावेज और बैंक के लाकर की चाबियां आदि रखी हुई थी। घटना के तुरंत बाद पीड़िता मंजू सांगवी सामने मौजूद ट्रैफिक पुलिस के बूथ में गई और सारी घटना की जानकारी दी। मौके पर मौजूद ट्रैफिक पुलिस कर्मीयों ने कोई कार्रवाई करने की बजाय उल्टा महिला डॉक्टर को ही कहने लगे कि इतने पैसे लेकर आपको नहीं घूमना चाहिए। इसके बाद मंजू सांगवी ने बताया कि वह आज मंगलवार को इसकी शिकायत थाना जीरकपुर में भी करने गए थे। लेकिन पुलिस अधिकारियों ने उनकी शिकायत पर कोई मामला दर्ज नहीं किया और उनकी शिकायत लेकर रख ली है।
ट्रैफिक लाइटों पर बंद पड़े सीसीटीवी कैमरे का खामियाजा भुगत रहे हैं आम लोग
डॉ मंजू सांगवी ने बताया कि जब वह छत लाइट प्वाइंट पर मौजूद ट्रैफिक पुलिस के बूथ में जाकर अपने साथ हुई लूट संबंधी शिकायत कर रही थी तो वहां पर मौजूद ट्रैफिक पुलिस कर्मियों ने कहा कि हम आपकी कोई मदद नहीं कर सकते क्योंकि यहां पर लगे हुए सीसीटीवी कैमरे बंद है। अब यहां पर यह प्रश्न उठता है कि शहर में कितने चौकों पर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं और उन सीसीटीवी कैमरे में कितने कैमरे बंद पड़े हैं और इनको चलाने की जिम्मेदारी किसकी है? अगर शहर में ऐसी घटनाएं हो रही है तो पुलिस द्वारा शिकायत के आधार पर तुरंत मामला क्यों दर्ज नहीं किया जाता? इन सभी बातों में आम लोगों की किसी भी तरह की कोई गलती नहीं है। फिर भी इसका खामियाजा आम लोगों को ही भुगतना पड़ रहा है।