बाहर से तेल लेने पर रोडवेज को मिली सहूलियत
बाहर से तेल लेने पर रोडवेज को मिली सहूलियत
तेल कंपनियां रोडवेज को बाजार भाव से 4.60 रुपये प्रति लीटर अधिक मूल्य पर डीजल दे रही थीं। ऐसे में डिपो पर रोजाना 10 हजार रुपये का अतिरिक्त बोझ बढ़ गया था। अब मुख्यालय के आदेश पर निजी पेट्रोल पंपों से भी डीजल खरीद की अनुमति स्थानीय रोडवेज अफसरों को दी गई है।
तेल कंपनियों ने रोडवेज को आपूर्ति किए जा रहे डीजल पर बाजार मूल्य पर छूट देना बंद कर दिया था। अमरोहा डिपो से रोजाना 60 बसों के संचालन में करीब छह हजार लीटर डीजल की खपत होती है, जो डिपो के अंदर इंडियन ऑयल कंपनी से रोडवेज को डीजल की आपूर्ति लेती थीं। नकद भुगतान के चलते तेल कंपनियां 15 फरवरी तक विभाग को बाजार भाव से करीब चार रुपये सस्ता डीजल उपलब्ध करा रहीं थीं। लेकिन 16 फरवरी से तेल कंपनियों ने बाजार भाव से प्रति लीटर डीजल का दाम चार रुपये प्रति लीटर ज्यादा बढ़ा दिया। फिलहाल रोडवेज को 91 रुपये से अधिक रुपये में प्रति लीटर के हिसाब से डीजल मिल रहा था। वहीं डीजल बाजार भाव में निजी पेट्रोल पंपों पर 86.50 रुपये प्रति लीटर की दर पर मिल रहा है। इससे रोडवेज को सात दिनों में करीब 70 हजार रुपये का नुकसान हुआ। रोडवेज के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक आरके जौहरी ने बताया कि अब मुख्यालय के निर्देश पर बाजार में निजी पंपों से रोडवेज बसों में डीजल भरवाया जाएगा। इससे रोजाना करीब 10 हजार रुपये का फायदा होगा।