इटावा में प्रधानपति की हत्या का खुलासा; चुनावी रंजिश और छेड़छाड़ से परेशान होकर जिंदा जलाया
Death of Village Head Husband in Etawah
Death of Village Head Husband in Etawah: उत्तर प्रदेश के इटावा से हैरान करने देने वाले हत्याकांड से जुड़े आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. मनोहर प्रधान का पति है जो अपने नौकर अमन और उसकी की बूढ़ी दादी के साथ आए दिन मारपीट करता था. अमन ने प्रधान प्रत्याशी शैलू के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया. मनोहर की शैलू से प्रधानी चुनाव को लेकर रंजिश चल रही थी. साथ ही मनोहर शैलू की बहन को आए दिन परेशान करता था, जिसके बाद अमन और शैलू ने प्रधान पति मनोहर के सिर पर हमला करने के बाद पेट्रोल डालकर आग लगा दी. वहीं इस मामले में पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही थी.
पुलिस के मुताबिक थाना बढ़पुरा क्षेत्र के अवारी गांव में प्रधान पति मनोहर भदौरिया की बीते शनिवार को हत्या कर दी गई थी. मनोहर को मारपीट के बाद पेट्रोल डालकर आग के हवाले कर दिया गया था. हत्यारोपियों ने हत्या को हादसा बनाने की पूरी कोशिश की थी. लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पूरा सच सामने आ गया. पुलिस ने गहन जांच पड़ताल में मनोहर के नौकर 20 वर्षीय अमन और 28 वर्षीय शैलू को सीसीटीवी कैमरे की मदद से पकड़ा है. पुलिस के मुताबिक मनोहर भदौरिया पर यूपी एमपी में 29 मुकदमे दर्ज थे और इटावा से हिस्ट्रीशीटर था.
हत्या के लिए दिल्ली से इटावा पहुंचा आरोपी
एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया कि पकड़े गए 20 वर्षीय अमन सिंह उर्फ बच्चा बाबा पुत्र प्रमोद सिंह और शैलेश सिंह भदोरिया उर्फ शैलू पुत्र इंद्रपाल सिंह भदौरिया निवासी ग्राम आवारी थाना बढ़पुरा के रहने वाले हैं ने पूछताछ में बताया कि शैलेश उर्फ शैलू भदौरिया दिल्ली में किसी कंपनी में कार चला कर जीवन यापन करता है. लेकिन हत्या की वारदात को अंजाम देने के लिए दिल्ली से बस के जरिए इटावा पहुंचा था. उसके बाद सुनियोजित ढंग से अमन के साथ मिलकर शराब के नशे में धुत हो चुके मनोहर भदौरिया पर डंडे से हमला करके पेट्रोल डाल कर आग लगा दी.
दोनों ने पुलिस पूछताछ में कहा है कि आग लगाने का कारण मनोहर की हत्या को साजिश में बदलने की कोशिश थी. उन्होंने ये कहा कि मनोहर के घर से डीवीआर, मोटर साइकिल उठाकर कर ले गए थे. मोटर साइकिल को सिविल लाइन इलाके में राजा के बाग के पास आग लगाकर फेंक दिया.
दो महीने से बना रहे थे हत्या का प्लान
एसएसपी ने बताया मनोहर की हत्या करने के लिए शैलेश और अमन करीब 2 महीने से प्लान बना रहे थे. शैलू ने अमन को 50 हजार रूपए भी दिए थे. अमन ने मनोहर को शराब और बियर का सेवन कराना शुरू किया. मृतक मनोहर नाबालिक लड़कियों के साथ हैवानियत से पेश आया था. इसके साथ ही बुजुर्ग महिलाओं से भी मारपीट कर रहा था, इसी रंजिश की वजह से अमन और शैलेश ने मिलकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया.
पुलिस पूछताछ में हत्यारोपी शैलेश ने बताया कि प्रधानी के चुनाव को लेकर मनोहर से उसकी रंजिश चल रही थी, इसके साथ ही वह गांव की नाबालिक लड़कियों के साथ में भी हैवानियत से पेश आता था जिसको लेकर मन में काफी गुस्सा था. मनोहर एक कुख्यात अपराधी था. इसलिए गांव के लोग मनोहर के खिलाफ पुलिस में शिकायत करने की हिम्मत नहीं दिखा पा रहे थे.