Delhi New CM Rekha Gupta: दिल्ली की मुख्यमंत्री अब रेखा गुप्ता; दूसरी बीजेपी महिला CM होंगी, पहली बार की विधायक

दिल्ली की मुख्यमंत्री अब रेखा गुप्ता; दूसरी बीजेपी महिला CM होंगी, पहली बार की विधायक, हरियाणा से ताल्लुक, 6 MLA मंत्री बनाए गए

Rekha Gupta became new Chief Minister of Delhi

Delhi New CM Rekha Gupta: दिल्ली सीएम का शपथ ग्रहण समारोह गुरुवार दोपहर रामलीला मैदान में संपन्न हो गया। जहां रेखा गुप्ता (50 साल) ने बतौर दिल्ली मुख्यमंत्री पद और गोपनीयता की शपथ ग्रहण की। उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। इसके बाद प्रवेश वर्मा (जाट), आशीष सूद (पंजाबी), मनजिंदर सिंह सिरसा (सिख), रविंदर सिंह इंद्राज (दलित), कपिल मिश्रा (ब्राह्मण) और पंकज सिंह (राजपूत) इन 6 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई।

प्रधानमंत्री मोदी भी शपथ समारोह में पहुंचे

दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत तमाम केंद्रीय मंत्री और राज्यों के मुख्यमंत्री समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने शिरकत की। फिलहाल, केजरीवाल और आतिशी के बाद अब रेखा गुप्ता दिल्ली की नई BOSS होंगी। वह दिल्ली की 9वीं मुख्यमंत्री होंगी। रेखा गुप्ता अपने 6 मंत्रियों की टीम के साथ दिल्ली में सत्ता चलाएंगी। ज्ञात रहे कि, दिल्ली में मुख्यमंत्री को मिलाकर कुल सात मंत्री ही बनाए जा सकते हैं।

पहली बार की विधायक हैं रेखा गुप्ता

चौंकाने वाली बात ये है कि, रेखा गुप्ता पहली बार की विधायक हैं और उन्हें दिल्ली सीएम की कमान सौंप दी गई। रेखा इसी महीने हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में पहली बार शालीमार बाग सीट से विधायक चुनीं गईं हैं। इससे पहले वह दक्षिण दिल्ली एमसीडी में मेयर रहीं। वह तीन बार पार्षद भी रह चुकी हैं और दक्षिण दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) की पूर्व मेयर हैं। रेखा गुप्ता को 2022 में बीजेपी ने आप की शैली ओबेरॉय के खिलाफ एमसीडी मेयर पद के उम्मीदवार के रूप में भी खड़ा किया था। लेकिन वह हार गईं। फिलहाल अब रेखा गुप्ता दिल्ली की कमान संभालेंगी।

दिल्ली की चौथी महिला CM होंगी रेखा गुप्ता

रेखा गुप्ता दिल्ली की चौथी महिला CM बनने जा रहीं हैं। इसी के साथ वह बीजेपी नेता के रूप में दिल्ली की दूसरी महिला सीएम होंगी। इससे पहले बीजेपी की ओर से सुषमा स्वराज दिल्ली की पहली सीएम रह चुकी हैं। बीजेपी नेता सुषमा स्वराज ने 1998 में थोड़े समय के लिए दिल्ली की 5वीं मुख्यमंत्री के रूप में काम किया था और दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं थीं। इसके बाद कांग्रेस नेता शीला दीक्षित दिल्ली की दूसरी महिला मुख्यमंत्री बनीं।

वहीं दिल्ली की दूसरी महिला सीएम शीला दीक्षित रहीं। वह 1998 से 2013 तक करीब 15 साल दिल्ली में कांग्रेस की सरकार रहते मुख्यमंत्री रहीं। इसके बाद आम आदमी पार्टी की सरकार में आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला CM बनी थीं। पिछले साल ही अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद आतिशी को दिल्ली का सीएम बनाया गया था। जिसके बाद अब तक उन्होंने दिल्ली सीएम के रूप में कार्य किया।

दिल्ली CM के लिए फ्रंट रनर थीं रेखा गुप्ता

बता दें कि, पहले से ही ये माना जा रहा था कि, रेखा गुप्ता का दिल्ली का सीएम बनना तय है। क्योंकि आरएसएस ने भी उनके नाम का प्रस्ताव दिया। बीजेपी भी रेखा गुप्ता के नाम पर राजी हुई। दरअसल, इस समय देश के अधिकांश राज्यों में बीजेपी की सरकार है, मगर किसी भी राज्य में कोई महिला सीएम नहीं है। जबकि पीएम मोदी और बीजेपी द्वारा बार-बार नारी शक्ति की बात की जाती है। महिलाओं को मुख्य धारा में लाने को कहा जाता है।

साथ ही खास बात यह है कि, इस बार दिल्ली में 43 फीसदी महिलाओं ने बीजेपी को वोट किया है। ये पिछली बार के मुकाबले आठ फीसदी ज्यादा है। ऐसे में यह जरूरी थी कि बीजेपी दिल्ली सीएम पद के लिए महिला फेस आगे करे। कहीं ना कहीं यही कारण रहा कि, बीजेपी ने दिल्ली में महिला सीएम का चुनाव किया।

हरियाणा से ताल्लुक रखती हैं रेखा गुप्ता

रेखा गुप्ता हरियाणा में जींद की रहने वाली हैं। उन्होंने दिल्ली चुनाव में शालीमार बाग सीट से AAP की वंदना कुमारी को 29,595 वोटों से हराया। वह पीएम मोदी और अमित शाह की करीबी भी मानी जाती हैं। पीएम मोदी और अमित शाह ने खुद इस बार दिल्ली चुनाव में रेखा गुप्ता के लिए रैलियां की थीं।

फिलहाल, रेखा गुप्ता के सीएम बनने के पीछे आरएसएस की अहम भूमिका है। रेखा गुप्ता आरएसएस के साथ पिछले 32 वर्षों से जुड़ी हैं। कॉलेज टाइम से एबीवीपी कार्यकर्ता रहते हुए उन्होंने राजनीति की शुरुवात की। यानि वह स्टूडेंट लाइफ से ही पॉलिटिक्स में सक्रिय रही हैं और कॉलेज टाइम से RSS से जुड़ गईं।

वहीं रेखा गुप्ता बीजेपी संगठन में लंबे समय तक काम कर चुकी हैं। वह दिल्ली बीजेपी की महासचिव और महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष रहीं। रेखा गुप्ता के बारे में एक और खास बात यह है कि उनके परिवार का कोई अन्य सदस्य राजनीति में सक्रिय नहीं है। यहां कहीं न कहीं बीजेपी परिवारवाद से भी बचती दिखी है।