कन्नौज में सगे भाइयों ने युवती से किया रेप: 7 महीने तक बंधक बनाने का आरोप, पुलिस ने भगाया तो एसपी से लगाई गुहार
Real Brothers Raped
कन्नौज: Real Brothers Raped: देशभर में नवरात्रि सप्ताह की शुरुआत हो चुकी है. हिंदू धर्म में इस पर्व को धूमधाम से मनाया जा है. नवरात्रि में महिलाओं के देवी स्वरूप 9 देवियों की पूजा की जाती है, लेकिन एक किस्मत की मारी महिला इंसाफ की गुहार(plea for justice) लेकर कन्नौज एसपी के दर पर पहुंची. यहां पीडि़ता ने 7 महीने कैदनुमा जहन्नुम भरी जिंदगी(prison hell life) की आपबीती बयां की तो एसपी की आंखें भी छलक उठी.
पीड़िता ने बताया कि दोस्ती का झांसा देकर युवक ने उसे अपने घर में कैद किया. फिर शुरू हो गया टॉर्चर का सिलसिला. लगातार शारीरिक और मानसिक शोषण किया. बंधक बनाकर युवक और उसके भाई ने रेप किया. खाना मांगने पर डंडे से पीटते थे. जानवरों जैसा सलूक किया. हद तो तब हो गई जब 5 महीने की प्रेग्नेंसी के दौरान रेप करने का प्रयास किया. किसी तरह जान बचाकर थाने पहुंची, लेकिन वहां भी कोई सुनवाई नहीं हुई. महिला की आपबीती सुन एसपी ने तत्काल मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई के आदेश दिए हैं.
घुमाने का झांसा देकर बनाया बंधक (Made hostage by tricking)
दरअसल, पीड़ित महिला दिल्ली में एक प्राइवेट कंपनी में काम करती थी. उसके पति की कई साल पहले ही मौत हो चुकी है. पीडि़ता के मुताबिक, दिल्ली में रहने के दौरान पड़ोस में कन्नौज जिले के विष्णुगढ़ थाना क्षेत्र के सरैया गांव निवासी जनवेद रहने आ गया. उससे धीरे-धीरे जान पहचान हुई. आरोप है कि जनवेद ने उसकी मजबूरी का बड़े ही शातिराना ढंग से फायदा उठाया. पीड़ित महिला ने यह भी आरोप लगाया कि पहले जनवेद ने उसका भरोसा जीता. उसके बाद जनवेद ने एक दिन शहर से बाहर घुमाने की बात कही.
आरोप है कि जनवेद घुमाने का झांसा देकर अपने कन्नौज स्थित घर ले आया. यहां बंधक बनाकर करीब 7 महीने तक उसने मानसिक और शारीरिक शोषण किया. इतना ही नहीं, उसके भाई ने भी कई बार रेप किया. विरोध करने पर मार पड़ती थी. इसी बीच प्रेग्नेंट भी हो गई. उसके बाद भी टॉर्चर करते रहे.
प्रेग्नेंसी में भी रेप का प्रयास, जान बचाकर भागी (Attempted rape even during pregnancy, ran away after saving her life)
आरोप है कि प्रेग्नेंट होने के बाद भी महिला के साथ शारीरिक और मानसिक शोषण जारी रहा. आरोप यह भी है कि 5 महीने की प्रेग्नेंसी में भी उसके साथ रेप का प्रयास किया गया. लगातार हो रहे इस टॉर्चर से तंग आकर महिला अपनी व अपने कोख में पल रहे बच्चे की जान बचाकर भाग निकली. जिसके बाद सीधे पुलिस के पास पहुंची, लेकिन स्थानीय पुलिस ने महिला की कोई भी मदद नहीं की. पीडि़ता के मुताबिक, मजबूरन एसपी के पास न्याय की गुहार लगाने पहुंची.
दिनभर टॉर्चर, खाना मांगने पर मिलती थी मार (Torture all day long, used to get beaten up for asking for food)
पीडि़ता का आरोप है कि 7 महीने तक लगातार उसपर टॉर्चर होते रहे. खाना मांगने पर डंडे से मार मिलती थी. पीडि़ता की आपबीती सुनकर एसपी भी दहल गए. मामले की गंभीरता को देखते हुए कन्नौज पुलिस अधीक्षक कुंवर अनुपम सिंह ने मामले में तत्काल FIR कर जांच करके मामले में अग्रिम कार्रवाई के आदेश कर दिए हैं.
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