बैंक लोन वालों को बड़ा धक्का: आपने पढ़ा RBI का यह अहम फैसला? यहां जरूर पढ़ लीजिये

बैंक लोन वालों को बड़ा धक्का: आपने पढ़ा RBI का यह अहम फैसला? यहां जरूर पढ़ लीजिये

RBI Hikes Repo Rate

RBI Hikes Repo Rate

RBI Repo Rate Latest News : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से बुधवार को एक बड़े फैसले की जानकारी दी गई| इस फैसले को जानने के बाद बैंक लोन वालों को बड़ा धक्का लग गया| दरअसल, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) ने बताया कि मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की अहम बैठक में रेपो रेट को बढ़ाने का फैसला लिया गया है|  

गवर्नर शक्तिकांत दास के मुताबिक, रेपो रेट में अब 50 बेस‍िस प्‍वाइंट की बढ़ोतरी की जा रही है| जिसके बाद मौजूदा रेपो रेट 4.40% से बढ़कर 4.90% हो जाएगा| हालांकि, रिवर्स रेपो रेट में बदलाव नहीं किया गया है| रिवर्स रेपो रेट को उसके पुराने स्तर 3.35 % पर बरकरार रखा गया है| जबकि स्टैंडिग डिपोजिट फैसिलिटी (SDF रेट) को 4.65% और मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी (MSF रेट) और बैंक रेट को 5.15% तक रखा गया है|

पिछले महीने ही बढ़ाया गया था रेपो रेट और अब फिर से...

ध्यान रहे कि, पिछले महीने 4 मई को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने रेपो रेट में इजाफे की घोषण की थी| तब रेपो रेट 4% से बढ़कर 4.40% हो गया था| फिलहाल, रेपो रेट बढ़ने से लोन लेने वालों पर ख़ासा असर पड़ता है| रेपो रेट बढ़ने से बैंक से मिलने वाला लोन महंगा हो जाएगा| ज्यादा ब्याज दर से आपको लोन चुकाना होगा| बरहाल, जहां पहले से बढ़े रेपो रेट के चलते लोन लेने वालों की जेब कटने लगी थी तो वहीं अब जब फिर से रेपो रेट को और बढ़ा दिया गया है तो अब जेब और ज्यादा कटेगी| भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से यह फैसला ऐसे समय पर लिया गया है जब महंगाई भी चरम पर है|

क्या होता है रेपो रेट....

दरअसल, आरबीआई बैंकों को कर्ज देता है और रेपो रेट के हिसाब से ब्याज लेता है| और जब बैंकों को आरबीआई से कर्ज महंगा पड़ता है तो वह आगे ग्राहकों को भी कर्ज महंगा देती हैं| इसलिए रेपो रेट कम होने से मतलब है कि बैंक से मिलने वाला लोन सस्ता हो जाता है और अगर बढ़ोत्तरी हो जाती है तो आपका लोन महंगा हो जाता है|

रिवर्स रेपो रेट क्या होता है?

जब बैंकें अपना पैसा आरबीआई में जमा करती हैं तो आरबीआई बैंकों को रिवर्स रेपो रेट के हिसाब से उस पैसे पर ब्याज देता है| बाजार में जब भी बहुत ज्यादा नकदी दिखाई देती है, आरबीआई रिवर्स रेपो रेट बढ़ा देता है, ताकि बैंक ज्यादा ब्याज कमाने के लिए अपनी रकम उसके पास जमा करा दें|