RBI Repo Rate Anouncement: बैंक कर्ज होगा सस्ता, EMI घटेगी; Repo Rate में लगातार दूसरी बार इतनी कटौती

बैंक कर्ज होगा सस्ता, EMI घटेगी; RBI ने कर दिया बड़ा ऐलान, Repo Rate में लगातार दूसरी बार इतनी कटौती, यहां जानिए

RBI Cuts Repo Rate Again Governor Sanjay Malhotra Anouncement

RBI Cuts Repo Rate Again Governor Sanjay Malhotra Anouncement

RBI Repo Rate Anouncement: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने देश के करोड़ों लोगों (खासकर मध्यवर्ग) को बड़ी राहत दी है। आरबीआई ने एक बार फिर रेपो रेट (ब्याज दर) में कटौती करने का फैसला किया है। बुधवार सुबह आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने जानकारी दी कि, रेपो रेट (ब्याज दर) में 25 बेसिस पॉइंट (0.25 प्रतिशत) की कटौती कर दी गई है। बता दें कि, यह लगातार दूसरी बार है, जब रेपो रेट में 0.25 प्रतिशत की कटौती हुई है। इससे पहले फरवरी में आरबीआई की ओर से 5 साल बाद रेपो रेट (ब्याज दर) में इतनी ही कटौती की गई थी।

अब रेपो रेट घटकर 6.0% हुआ

गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बताया कि, मौद्रिक नीति समिति (MPC) बैठक में सर्वसम्मति से रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती करके इसे 6.25% से 6.0% करने का फैसला लिया गया है। RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा के नेतृत्व में मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की मीटिंग 3 दिनों तक चली। जहां इस अहम मीटिंग में रेपो रेट को घटाने का फैसला किया गया। RBI का रेपो रेट में कटौती ये फैसला करोड़ों लोगों के लिए राहत देने वाला है। इस बीच रिवर्स रेपो रेट को उसके पुराने स्तर 3.35 फीसदी पर ही बरकरार रखा गया है।

मालूम रहे कि, आरबीआई मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक हर 2 महीने में एक बार होती है। बैठक में लोन ब्याज दर, महंगाई समेत अन्य वित्तीय मामलों की समीक्षा की जाती है और इस कड़ी में बदलाव के संबंध में कुछ अहम फैसले भी लिए जाते हैं।

बैंक कर्ज होगा सस्ता, EMI घटेगी

आरबीआई की ओर से रेपो रेट (ब्याज दर) में कमी करने से आने वाले दिनों में बैंक से मिलने वाला कर्ज सस्ता होगा। इसके साथ ही आपकी मौजूदा लोन EMI भी घट जाएगी। यानि अगर आपने बैंक से लोन ले रखा है और उस लोन की EMI महीने में भर रहे हैं तो उस EMI पर भी आपको बड़ी राहत मिलेगी। महीने में जाने वाली आपकी EMI सस्ती हो जाएगी। वहीं साथ ही बैंक होम लोन और कार लोन समेत तमाम लोन पर ब्याज दर भी सस्ती होने वाली है।

क्या होता है रेपो रेट?

आरबीआई जब बैंकों को कर्ज देता है तो रेपो रेट (RBI Repo Rate) के हिसाब से उस कर्ज पर ब्याज लेता है। वहीं जब बैंकों को आरबीआई से कर्ज महंगा पड़ता है तो वह आगे ग्राहकों को भी कर्ज महंगा देती हैं। इसलिए रेपो रेट कम होने से मतलब है कि बैंक से मिलने वाला लोन सस्ता हो जाता है और अगर बढ़ोत्तरी हो जाती है तो आपका लोन महंगा हो जाता है।

जैसे अगर अभी आरबीआई की तरफ से रेपो रेट में बढ़ोतरी कर दी जाती तो आपकी लोन EMI पर महंगाई का बोझ बढ़ जाता। यानि आपको महीने में फिर ज्यादा ईएमआई भरनी होती। जिससे आप बच गए। हालांकि, रेपो रेट में बढ़ोतरी का उन ग्राहकों को फायदा होता है जिन्होंने एफडी (FD) करा रखी है। उनकी एफडी पर ब्याज बढ़ जाता है।

रिवर्स रेपो रेट क्या होता है?

जब बैंकें अपना पैसा आरबीआई में जमा करती हैं तो आरबीआई बैंकों को रिवर्स रेपो रेट (RBI Reverse Repo Rate) के हिसाब से उस पैसे पर ब्याज देता है। बाजार में जब भी बहुत ज्यादा नकदी दिखाई देती है, आरबीआई रिवर्स रेपो रेट बढ़ा देता है, ताकि बैंक ज्यादा ब्याज कमाने के लिए अपनी रकम उसके पास जमा करा दें।