राकेश टिकैत ने सात घंटे दिया धरना: भाकियू प्रवक्ता ने मुजफ्फरनगर पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप, जानें पूरा मामला
राकेश टिकैत ने सात घंटे दिया धरना: भाकियू प्रवक्ता ने मुजफ्फरनगर पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप, जानें पूर
मुजफ्फरनगर में मंगलवार को दिनभर चला भाकियू का धरना करीब सात घंटे बाद अधिकारियों के आश्वासन के बाद समाप्त हुआ। आरोप है कि सोमवार देर रात होटल मालिक और भाकियू कार्यकर्ताओं के बीच समझौता वार्ता कराने गए पांच लोगों को पुलिस ने थाने पर बैठा लिया था। भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के अनुसार उन्होंने समझौता कराने के लिए भाकियू कार्यकर्ताओं को पुलिस के हवाले किया था, लेकिन पुलिस ने समझौता कराने गए पांच भाकियू कार्यकर्ताओं को भी थाने में बैठा लिया। इसकी जानकारी मिलने पर मंगलवार सुबह करीब दस बजे धरने पर बैठ गए। अधिकारियों के आश्वासन पर शाम करीब पांच बजे धरना समाप्त कर दिया गया।
जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल में हंगामे के बाद भाकियू कार्यकर्ता रात में भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के आवास पर पहुंच गए और उन्हें होटल मालिक के साथ हुए झगड़े की जानकारी दी। उसके बाद पुलिस भी रात में ही राकेश टिकैत के आवास पर पहुंच गई। उन्होंने पुलिस की बात सुनने के बाद अस्पताल में हंगामा करने में शामिल रहे कार्यकर्ताओं को पुलिस को सौंप दिया। आरोप है कि उसके बाद पांच कार्यकर्ता शहर कोतवाली में दोनों पक्षों के बीच वार्ता कराने के लिए पहुंचे। कोतवाली पुलिस ने सात और सिविल लाइन्स पुलिस ने तीन कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया और जो पांच समझौता कराने आए थे उन्हें भी कोतवाली पुलिस ने थाने पर बैठा लिया।
मंगलवार सुबह भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत अपने समर्थकों के साथ इसी कारण धरने पर बैठ गए। भाकियू कार्यकर्ताओं ने कोतवाली में टैंट लगाते हुए खिचड़ी भी बनाई। शाम लगभग साढ़े 4 बजे एडीएम नरेन्द्र बहादूर सिंह व एसपी सिटी अर्पित विजय वर्गीय थाने पर पहुंचे। उन्होंने भाकियू नेता राकेश टिकैत और अन्य से बातचीत की। पुलिस अधिकारियों ने जेल भेजे गए दस कार्यकर्ताओं के बारे में केवल इतना आश्वासन दिया कि सीसीटीवी फुटेज देख ली जाएगी। यदि कोई निर्दोष होगा तो उसको राहत दी जाएगी। हालांकि कोतवाली में हिरासत में लिए पांच लोगों को छोडने का अधिकारियों ने निर्णय लिया साथ ही निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया।
कोर्ट में पेश किया
भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के धरने से पहले कोतवाली में बंद सात कार्यकर्ताओं को कोतवाली से हटा दिया गया था ताकि किसी तरह का कोई बवाल न हो जाए। भारी सुरक्षा में थाना सिविल लाइन पुलिस व शहर कोतवाली पुलिस ने सभी दस कार्यकर्ताओं को कोर्ट में पेश कर दिया। कोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
भाकियू कार्यकर्ताओं का थाने और टोल पर प्रदर्शन
भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत को धमकी देने और मुजफ्फरनगर में हुए विवाद में दोषियों की जांच कर उचित कार्रवाई की मांग को लेकर भाकियू कार्यकर्ताओं ने थाना गेट पर जोरदार प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की। भाकियू ब्लॉक अध्यक्ष चौधरी राजपाल सिंह पनियाली ने कहा कि भाकियू इतनी कमजोर नहीं है कि किसानों का शोषण बर्दाश्त करे। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा यदि प्रशासन ने 24 घंटे के अंदर टिकैत को धमकी देने वाले दोषी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की और उनकी मांगों को अनदेखा किया तो बुधवार को जिलेभर के टोल फ्री कराए जाएंगे।
सिवाया टोल ढाई घंटे फ्री
मुजफ्फरनगर की घटना को लेकर मंगलवार को भाकियू कार्यकर्ताओं ने मेरठ में भी एनएच-58 स्थित सिवाया टोल प्लाजा पर जमकर हंगामा किया। सिवाया टोल को करीब ढाई घंटे तक फ्री करा दिया। टोल पर ही भाकियू कार्यकर्ताओं ने धरना दिया।