''मैं देश के लिए मर जाऊंगा... कमजोर नहीं हूं''; राज्यसभा में जबरदस्त हंगामा, विपक्ष से सभापति धनखड़ बोले- मैंने बहुत बर्दाश्त किया
Rajya Sabha ruckus today Chairman Jagdeep Dhankhar fire attitude on opposition
Rajya Sabha ruckus: शीतकालीन सत्र के दौरान आज राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर जबरदस्त हंगामा हो गया। वहीं विपक्ष के इस हंगामे के बीच सभापति धनखड़ भी फायर तेवर में आ गए और विपक्ष पर जमकर बरसते हुए दिखे। हालांकि, इस बीच धनखड़ बार-बार भावुक भी हुए। उन्होंने अपने बारे में विपक्ष को सोच-समझकर बोलने के लिए कहा। धनखड़ ने विपक्ष को यह भी समझा दिया कि, उन्होंने बहुत बर्दाश्त किया है।
विपक्ष पर क्या बोले सभापति धनखड़?
दरअसल, कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी सदन में बोलने के लिए खड़े हुए थे। इस बीच भी जब विपक्ष ने हंगामा जारी रखा तो सभापति जगदीप धनखड़ गुस्से में आ गए। सभापति धनखड़ ने कहा, ''पूरे दिन 24 घंटे आप लोगों का यही काम है. लेकिन यह मानकर चलिये कि मैं किसान का बेटा हूं, मैं कमजोरी नहीं दिखाऊंगा। देश के लिए मर जाऊंगा, मिट जाऊंगा। आप लोग चिंतन नहीं करेंगे, बस 24 घंटे एक ही काम है कि किसान का बेटा यहां क्यों बैठा है।
मेहरबानी करिए, अपना दिल टटोलिए...
धनखड़ ने आगे कहा, ''मैं आंखों से देख रहा हूं, पीड़ा महसूस कर रहा हूं। मेहरबानी करिए, अपना दिल टटोलिए। मेहरबानी करके कुछ सोचिए। मैंने इज्जत देने में कोई कमी नहीं रखी है। लेकिन आप लोग अपने आप को देखें और ये सोचें कि आप क्या बोल रहे हैं। मैंने बहुत बर्दाश्त किया है। आज का किसान खेत तक सीमित नहीं है। वो हर जगह कार्यरत है। वो सरकारी नौकरी में भी है और उद्योग में भी है।
अविश्वास प्रस्ताव लाए, ये आपका अधिकार लेकिन...
धनखड़ ने विपक्ष से कहा, ''आप प्रस्ताव लाये, ये आपका अधिकार है, उस पर चर्चा हो, ये आपका अधिकार है। मगर आपने संविधान की धज्जियां उड़ा दी हैं। किसने रोका आपके प्रस्ताव को। आपके यहां से बयान जारी होता है कि हमारे प्रस्ताव का क्या हुआ? अरे आप कानून पढ़िये। आपका प्रस्ताव मिल गया है। अब वो 14 दिन बाद सदन में आयेगा। मगर आपने एक मुहिम चला रखी है।
मुझ पर कृपा कीजिये...
धनखड़ ने आगे बोलते हुए विपक्ष से कहा, '''मैं इज्जत करता हूं खडगे जी की और 100% करता हूं। लेकिन मैं कहता हूं कि मुझ पर कृपा कीजिये। जो समय ठीक लगे, मेरे से मिलने का समय निकालिए। अगर मिलने नहीं आ सकते तो मैं आऊँगा मिलने। मगर आप लोग अपने हिसाब से चलेंगे। लेकिन मैं किसी भी हालत में कमजोर नहीं पड़ूँगा। देश के विरुद्ध काम नहीं करने दूंगा। किसान के विरुद्ध काम नहीं करने दूंगा। इस बीच जगदीप विपक्ष के सामने हाथ जोड़ते हुए भी दिखे।
खड़गे ने कहा- आपकी तारीफ सुनने नहीं आए
वहीं धनखड़ के बयान के बाद राज्यसभा के विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "आप बीजेपी सदस्यों को अन्य दलों के सदस्यों के खिलाफ बोलने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। आप कहते हैं मैं किसान का बेटा हूं लेकिन मैं भी किसान-मजदूर का बेटा हूं। मैंने आपसे ज्यादा चुनौतियों का सामना किया है। आप हमारी पार्टी के नेताओं का अपमान कर रहे हैं, आप कांग्रेस का अपमान कर रहे हैं। हम यहां आपकी तारीफ सुनने नहीं आए हैं, हम यहां चर्चा करने आए हैं.
राज्यसभा की कार्यवाही 16 दिसंबर तक स्थगित
फिलहाल, सदन में जोरदार हंगामे के बीच राज्यसभा की कार्यवाही 16 दिसंबर सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। बता दें कि, इस बार का शीतकालीन सत्र हंगामे की भेंट चढ़ता जा रहा है। हंगामे के चलते कई बार राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित की जा चुकी है। सत्तापक्ष का आरोप है कि, विपक्ष सदन को नहीं चलने दे रहा है तो वहीं विपक्ष का ये आरोप है कि सत्तापक्ष के लोग सदन को नहीं चलने दे रहे हैं। उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया जा रहा है।