संसद में जय फिलिस्तीन का नारा लगाना ओवैसी को पड़ा महंगा, कोर्ट ने ओवैसी के खिलाफ़ जारी की नोटिस
Uttar Pradesh: ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन यानी ए आई एम आई एम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी को संसद में जय फिलिस्तीन बोलना पड़ गया महंगा। हालांकि उनका यह बयान जून के महीने में आया था, और इसके बाद उनके इस रवैया को लेकर पूरे देश में बवाल भी हुआ था। लेकिन अब ओवैसी पर कार्यवाही की जा रही है। दरअसल बरेली जिला अदालत के न्यायाधीश ने ओवैसी के खिलाफ नोटिस जारी किया है और उन्हें कोर्ट में पेश होने के लिए कहा गया है।
कोर्ट मे पेशी की आई नोटिस
संसद में जय फिलिस्तीन बोलने के मामले में ओवैसी के खिलाफ अधिवक्ता वीरेंद्र गुप्ता ने वाद दायर किया है, जिसमें उन पर संवैधानिक एवं कानूनी मान्यताओं का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है। वीरेंद्र गुप्ता ने बताया कि पहली बार जब उन्होंने ओवैसी के खिलाफ याचिका जारी की थी, तब उनकी इस याचिका को खारिज कर दिया गया था। उन्होंने दोबारा ओवैसी के खिलाफ जिला न्यायाधीश की कोर्ट में याचिका दायर की और न्यायाधीश ने याचिका स्वीकार करते हुए ओवैसी को 7 जनवरी को कोर्ट में हाजिर होने के लिए नोटिस जारी कर दिया है।
क्या है ओवैसी के नारे की कहानी?
दरअसल 4 जून को 18वीं लोकसभा के चुनाव परिणाम आने के बाद 25 जून 2024 को ओवैसी ने हैदराबाद के सांसद के रूप में लोकसभा में शपथ ली। शपथ लेने के बाद ओवैसी ने जय भीम, जय मीम, जय तेलंगाना, जय फिलिस्तीन का नारा लगा दिया। जिस पर उस समय काफी हंगामा मचा था। मामले के तूल पकड़ने के बाद ओवैसी ने इस पर सफाई देते हुए कहा था, कि हर कोई बहुत सारी बातें कह रहा है तो यदि मैंने कह दिया तो इसमें क्या गलत हो गया। आपको बता दें कि जय फिलिस्तीन का नारा लगाने के कारण काफी लोग ओवैसी से नाराज हैं, क्योंकि उनका मानना है, कि ओवैसी का बयान भारत के संविधान के विपरीत और अपमान करने जैसा है।