बुलडोजर के सामने अड़कर खड़े राहुल गांधी; कांग्रेस बोली- नफरत के खिलाफ मोहब्बत का योद्धा, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पार्टी का जोश हाई
Rahul Gandhi Bulldozer Photo Viral
Rahul Gandhi Bulldozer Photo Viral: जबसे सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी की सजा पर रोक लगाने का आदेश सुनाया है तब से कांग्रेस के खेमे में एक अलग ही हलचल मची हुई है. पार्टी का जोश एकदम हाई हो रखा है. वहीं पूरा कांग्रेस खेमा अब बस राहुल गांधी की सांसदी बहाल होने के इंन्तजार में है. कांग्रेस के बड़े-बड़े नेता लोकसभा स्पीकर के पास पहुंच राहुल गांधी की सांसदी बहाल करने की सिफारिश जोरों से कर रहे हैं. इसके साथ ही इस बीच राहुल गांधी को लेकर कांग्रेस की बयानबाजियों का सिलसिला भी खूब जारी है.
राहुल गांधी को लेकर कांग्रेस नेताओं ने ऐसे जोशीले बयानों का पिटारा खोला है कि मानो लग रहा है कि बीजेपी अब कहीं टिकने वाली नहीं. सोशल मीडिया पर कांग्रेस के तमाम ट्विटर हैंडल्स और पार्टी के तमाम नेताओं की बायनबाजी में कोई कह रहा है- ''आ गया मोहब्बत का योद्धा, कोई कह रहा है- लौट आया है वो, सवाल जारी रहेंगे, तो कोई कह रहा है कि अब शेर फिर दहाड़ेगा, तो कोई कह रहा है- तैयार रहो, जननायक सदन में आ रहे हैं...'' इसी के साथ अब कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से बीजेपी के विरोध में राहुल गांधी की एक बुलडोजर वाली तस्वीर भी वायरल की गई है. कांग्रेस ने अपने ट्विटर हैंडल पर जैसे ही इस तस्वीर को पोस्ट किया. यह वायरल होने लग गई.
बुलडोजर के सामने अड़कर खड़े राहुल गांधी
दरअसल, तस्वीर में राहुल गांधी को बुलडोजर के सामने अड़कर खड़ा हुआ दिखाया गया है. तस्वीर में देखा जा सकता है कि सड़क पर बुलडोजर सामने से चला रहा है और राहुल गांधी बीच में आकर खड़े हो गए हैं. इस तस्वीर में यह सन्देश देने की कोशिश की गई है कि बीजेपी बुलडोजर के साथ जो काम कर रही है वो नफरती है और राहुल गांधी इस बुलडोजर को रोकेंगे और मोहब्बत से काम लेंगे. कांग्रेस ने तस्वीर के साथ कैप्शन भी लिखा- नफरत के खिलाफ मोहब्बत का योद्धा....
राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट की नसीहत
मोदी सरनेम मानहानि मामले में सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को बड़ी राहत तो दे दी लेकिन इसके साथ ही एक नसीहत भी दी. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि, राहुल गांधी का बयान अच्छा नहीं माना जा सकता. क्योंकि जब हम सार्वजनिक जीवन में कुछ कह रहे होते हैं तो लोग हमें जिम्मेदारी की दृष्टि से देखते हैं. हमें उनकी उम्मीद कायम रखनी चाहिए. आगे ऐसी कोई भी बयानबाजी जो सार्वजनिक रूप से प्रभावित करे उससे बचना चाहिए. हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी के मामले में गुजरात हाई कोर्ट और सूरत कोर्ट को भी सुना दिया.
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि, राहुल गांधी को लेकर निचली कोर्ट के आदेश के प्रभाव व्यापक हैं। इससे न केवल राहुल गांधी का सार्वजनिक जीवन में बने रहने का अधिकार प्रभावित हुआ है बल्कि उन्हें चुनने वाले मतदाताओं का अधिकार भी प्रभावित हुआ। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि, निचली अदालत द्वारा राहुल गांधी को 2 साल से कम सजा भी दी जा सकती थी. लेकिन ऐसा नहीं किया गया. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि, निचली अदालत राहुल गांधी को अधिकतम सजा देने का स्पष्ट और वाजिब कारण बताए.
गुजरात हाईकोर्ट से राहत न मिलने के बाद सुप्रीम कोर्ट पहुंचे थे राहुल गांधी
'मोदी सरनेम' मानहानि मामले में गुजरात हाईकोर्ट से राहत न मिलने के बाद राहुल गांधी ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। ध्यान रहे कि, 7 जुलाई को गुजरात हाईकोर्ट ने राहुल गांधी की सजा पर रोक लगाने से इंकार कर दिया था। हाईकोर्ट ने सूरत कोर्ट के फैसले को बरकरार रखा और राहुल की याचिका खारिज कर दी। जिसके बाद राहुल गांधी के पास एक ही अंतिम विकल्प बचा और वो सुप्रीम कोर्ट।
राहुल गांधी से सांसदी छीन ली गई, चुनाव लड़ने पर रोक लग गई
मालूम रहे कि, सूरत कोर्ट से सजा मिलने के बाद राहुल गांधी पर एक्शन लेते हुए उनकी सांसदी छीन ली गई थी साथ ही उनका दिल्ली स्थित उनका सरकारी आवास भी उनसे खाली करा लिया गया था। राहुल केरल की वायनाड लोसकभा सीट से सांसद थे। फिलहाल, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब राहुल गांधी को राहत मिलने वाली है। उनकी सांसदी बहाल हो जाएगी और वह चुनाव भी लड़ पाएंगे!
23 मार्च को सूरत कोर्ट ने सुनाई थी 2 साल की सजा
'मोदी सरनेम' मानहानि मामले में सूरत कोर्ट ने 23 मार्च को राहुल को 2 साल की सजा सुनाई थी। हालांकि, सजा के बाद राहुल गांधी को 30 दिन के वक्त के साथ जमानत दे दी गई थी। इस दौरान राहुल गांधी ने अपनी सजा पर रोक लगाने के लिए पुनर्विचार याचिका सूरत कोर्ट में दाखिल की। जिसपर 20 अप्रैल को सूरत कोर्ट का फैसला आया। सूरत कोर्ट ने राहुल गांधी की सजा पर रोक लगाने की याचिका खारिज कर दी। जिसके बाद राहुल गांधी ने गुजरात हाईकोर्ट का रुख किया।
राहुल गांधी ने मोदी सरनेम पर क्या कहा था?
राहुल गांधी ने साल 2019 में एक चुनावी रैली के दौरान मोदी सरनेम को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। राहुल गांधी ने पीएम मोदी को टारगेट करते हुए कहा था कि नीरव मोदी, ललित मोदी, इनका भी वही सरनेम है, जो हमारे प्रधानमंत्री का है... राहुल ने यह भी कहा कि सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है? बतादें कि, राहुल गांधी की इस टिप्पणी के बाद उनके खिलाफ गुजरात की सूरत कोर्ट में मानहानि का केस किया गया था। जिसमें सूरत कोर्ट ने सुनवाई शुरू की थी। सूरत कोर्ट ने आरोपों को लेकर राहुल गांधी से पूछताक्ष की थी।