Delhi 11 Year Old Boy Abuse: निर्भया जैसी दरिंदगी; कुकर्म कर प्राइवेट पार्ट में डाली राड, 11 साल के मासूम ने अस्पताल में तोड़ा दम
Delhi 11 Year Old Boy Abuse
नई दिल्ली। Delhi 11 Year Old Boy Abuse: दिल्ली के लोकनायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल में भर्ती उस 11 वर्षीय बच्चे की शनिवार सुबह मौत हो गई, जिसके साथ 18 सितंबर को कुकर्म हुआ था। जागरण संवाददाता के अनुसार, लोकनायक अस्पताल में भर्ती दरिंदगी के शिकार 11 वर्षीय बच्चे ने शनिवार सुबह 7 बजे अंतिम सांस ली। बता दें कि कुकर्म करने के आरोपित नाबालिग हैं। उन्होंने कुकर्म के बाद बच्चे की जमकर पिटाई की और उसके बाद प्राइवेट पार्ट में राड डाल दिया था, जिससे बच्चे को संक्रमण हो गया। इससे पहले राड और ईंट से बच्चे को बुरी तरह पीटा भी था। कुल मिलाकर उसके साथ निर्भया जैसी दरिंदगी हुई थी।
10 दिन से वेंटिलेटर पर था बच्चा
18 सितंबर को पूर्वी दिल्ली इलाके में तीन नाबालिगों ने बच्चे के साथ कुकर्म किया था और इसके बाद जमकर मारपीट भी की थी। इसके चलते बच्चे के निजी अंगों में संक्रमण हो गया था। हालत अधिक गंभीर होने पर उसे लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था।
प्राइवेट पार्ट में डाल दिया राड
गौरतलब है कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सीलमपुर इलाके में 18 सितंबर को 11 वर्षीय मासूम छात्र के साथ दरिंदगी की घटना सामने आई थी। आरोप है कि इलाके के रहने वाले 3 लड़कों ने न सिर्फ 11 वर्षीय बच्चे के साथ बेरहमी से कुकर्म किया, बल्कि उसके प्राइवेट पार्ट में लोहे की राड तक डाल दी थी। 22 सितंबर को बच्चे की तबीयत अधिक बिगड़ गई तो परिवार के लोग अस्पताल लेकर गए।
ईंट और लोहे की राड से पीटा था
उधर, बच्चे की मां की शिकायत के मुताबिक, नाबालिग लड़कों ने बच्चे को लोहे की राड और ईंटों से बुरी तरह पीटा भी था। हैरत की बात यह है कि बच्चे ने डर की वजह से किसी को इस घटना के बारे में कुछ नहीं बताया। जब उसकी तबीयत बिगड़ी तो परिजन उसे अस्पताल ले गए।
दिल्ली पुलिस को घटना के बाबत सूचना अस्पताल प्रशासन की ओर से मिली थी। शुरुआत में परिवार ने मामला ही दर्ज कराने से इनकार कर दिया था, लेकिन काउंसलिंग कराने पर परिवार एफआईआर दर्ज कराने को तैयार हुआ।
दो नाबालिग लड़कों को पकड़ा है पुलिस ने
मासूम फिलहाल एलएनजेपी अस्पताल की आईसीयू में भर्ती है। पुलिस ने कुकर्म व पॉक्सो समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज दो नाबालिग लड़कों को पकड़ लिया है। दोनों लड़कों को जेजे बोर्ड में पेश किया गया, जहां से उनको बाल सुधार गृह भेज दिया गया है। मामले में दिल्ली महिला आयोग ने पुलिस को नोटिस देकर 28 सितंबर तक जवाब मांगा था।