वाड्रा-डीएलएफ जांच पर सवाल उठा विवाद में फंसे आईएएस खेमका, मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने दिए कार्रवाई के निर्देश
- By Vinod --
- Wednesday, 01 May, 2024
Questions raised on Vadra-DLF investigation, IAS Khemka embroiled in controversy
Questions raised on Vadra-DLF investigation, IAS Khemka embroiled in controversy- चंडीगढ़। हरियाणा के चॢचत आईएएस अशोक खेमका मुश्किलें बढ़ सकती हैं। अक्सर ट्वीट के माध्यम से अपनी बात कहने वाले अशोक खेमका को इस बार वाड्रा-डीएलएफ लैंड डील मामले में ट्वीट करना महंगा पड़ गया है। उनके विरोधी आईएएस संजीव वर्मा की शिकायत का संज्ञान लेते हुए मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुराग अग्रवाल ने मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद को कार्रवाई करने के लिए कहा है। मामले में अब खेमका से स्पष्टीकरण लिया जाएगा, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पिछले दिनों खेमका ने 'एक्स' पर लिखा था कि वाड्रा-डीएलएफ भूमि सौदे की जांच सुस्त क्यों? 10 साल हुए। और कितनी प्रतीक्षा। ढींगरा आयोग की रिपोर्ट भी ठंडे बस्ते में। पापियों की मौज। शासक की मंशा कमजोर क्यों? प्रधानमंत्री जी का देश को वर्ष 2014 में दिया गया वचन एक बार ध्यान तो किया जाए।
खेमका की इस टिप्पणी को लेकर आइएएस संजीव वर्मा ने सरकार को शिकायत भेजते हुए आरोप लगाया था कि उन्होंने वाड्रा लैंड डील को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सीधे टारगेट किया है। खेमका सरकारी सेवक होते हुए भी सरकार की आलोचना कर रहे हैं। साथ ही प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए उनके खिलाफ इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट कर हरियाणा के मुख्यमंत्री की मंशा पर भी सवाल उठा रहे हैं। वह भी तब, जबकि हरियाणा में 25 मई को लोकसभा चुनाव के लिए मतदान होना है।
संजीव वर्मा ने शिकायत में लिखा कि चुनाव के मद्देनजर इंटरनेट मीडिया पर सरकारी कर्मचारी का ऐसा संदेश घृणित और विवादास्पद है। यह संदेश न केवल मतदाताओं को उत्तेजित करेगा, बल्कि शत्रुता या घृणा की भावनाओं को भी बढ़ावा देगा। यह एक तरह से आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है, जिसके लिए अशोक खेमका दंड के लिए उत्तरदायी हैं। उनके खिलाफ लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 123 और 125 और आईपीसी की धारा 153ए के तहत कार्रवाई की जाए। अब निर्वाचन आयोग ने इसका संज्ञान ले लिया है।