पंजाब में गैंगस्टरवाद और नशा कांग्रेस की देन, हमारी सरकार कर रही सफाया : हरपाल सिंह चीमा
- By Vinod --
- Monday, 24 Mar, 2025

Gangsterism and drug addiction in Punjab are the gift of Congress
Gangsterism and drug addiction in Punjab are the gift of Congress- चंडीगढ़। पंजाब सरकार में वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कांग्रेस के विधानसभा से वॉकआउट पर टिप्पणी की। उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब में गैंगस्टरवाद और नशे की समस्या कांग्रेस सरकार के शासनकाल में उत्पन्न हुई, जिससे निपटने के लिए आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार ने कई कदम उठाए हैं। कांग्रेस अब इन्हें बचाने के लिए इस प्रकार के हंगामे कर रही है।
हरपाल चीमा ने सोमवार को आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि मैं समझता हूं कि जब कांग्रेस का शासन था, तब पंजाब में गैंगस्टरवाद बढ़ा, नशे का कारोबार बढ़ा और खतरनाक अपराधी पैदा हुए। हमारी सरकार यानी आम आदमी पार्टी की सरकार, मुख्यमंत्री भगवंत मान की अगुवाई में इन सभी समस्याओं को समाप्त कर रही है। यही कारण है कि कांग्रेस को परेशानी हो रही है। ये वही लोग हैं, जिन्होंने पंजाब को बर्बाद किया और अब हम उन्हें खत्म कर रहे हैं।
वित्त मंत्री ने कांग्रेस की ओर से श्वेत पत्र लाने की मांग पर भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने नशे के खिलाफ एक बड़े अभियान की शुरुआत की। हम अपने युवाओं को नौकरी दे रहे हैं और उन्हें खेलों से जोड़ रहे हैं। हमारी सरकार पंजाब को पटरी पर लाने के लिए काम कर रही है। कांग्रेस के समय में पंजाब में कानून व्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित हुई थी। अब हम पंजाब को ठीक करने का काम कर रहे हैं।
हरपाल चीमा ने आगे कहा कि हमारी सरकार ने युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाए हैं और उन्हें नशे से मुक्ति दिलाने के लिए ठोस कदम उठाए हैं। हम पंजाब के लोगों को यह दिखा रहे हैं कि किस तरह हम गैंगस्टरवाद और नशे की समस्या को खत्म कर रहे हैं और राज्य को फिर से एक मजबूत दिशा में ले जा रहे हैं।
बता दें कि सोमवार को कांग्रेस विधायकों ने सदन से वॉकआउट किया। वॉकआउट की वजह शून्य काल में सुखपाल सिंह खैरा को बोलने का समय नहीं दिया जाना बताया जा रहा है। नेता विपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने स्पीकर से आग्रह किया था कि खैरा को समय दिया जाए, लेकिन स्पीकर ने इनकार कर दिया। इसके अलावा, कांग्रेस ने विपक्ष के विधायकों के साथ स्पीकर द्वारा दुर्व्यवहार किए जाने की भी बात कही।