पंजाब में इंटरनेट सेवाएं अब इस तारीख तक बंद; सरकार ने फिर से सस्पेंशन आर्डर जारी किया, पुलिस बोली- अमृतपाल की तलाश जारी
Punjab Internet Service Suspended Latest News
Punjab Internet Service Suspended Latest News: खालिस्तान समर्थक अमृतपाल पर कार्रवाई के मद्देनजर पूरे पंजाब में इंटेरनेट सेवाओं को बंद रखा गया है। इंटरनेट पर लगी बंदिशें लगातार बढ़ती जा रहीं हैं। अब पंजाब सरकार के नए आदेश के मुताबिक, राज्य में इंटरनेट सेवाएं 21 मार्च दोपहर 12 बजे तक बंद रहेंगी। ध्यान रहे कि, इससे पहले यह समयसीमा आज दोपहर 12 बजे तक थी। वहीं इससे पहले पंजाब सरकार ने 19 मार्च दोपहर 12 बजे तक इंटरनेट बंद किया था।
इंटरनेट के साथ एसएमएस सेवाएं भी बंद
आदेश के मुताबिक, पंजाब में सभी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं, सभी एसएमएस सेवाएं (बैंकिंग और मोबाइल रिचार्ज को छोड़कर) और वॉयस कॉल को छोड़कर मोबाइल नेटवर्क पर प्रदान की जाने वाली सभी डोंगल सेवाएं 21 मार्च दोपहर 12 बजे तक निलंबित रहेंगी।
कार्रवाई में अबतक अमृतपाल के 100 से ज्यादा साथी गिरफ्तार
बतादें कि, खालिस्तान समर्थक और 'वारिस पंजाब दे' संगठन के मुखी अमृतपाल सिंह के खिलाफ पंजाब पुलिस की कार्रवाई में अबतक 100 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। ये लोग अमृतपाल और 'वारिस पंजाब दे' संगठन से जुड़े हुए थे। वहीं पुलिस के मुताबिक अमृतपाल को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। अमृतपाल को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस सर्च ऑपरेशन चला रही है।
अमृतपाल के गिरफ्तार होने की चली थी खबर
हालांकि, अमृतपाल पर शुरुवाती कार्रवाई में यह जानकारी सामने आई थी कि उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। दरअसल, खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के खिलाफ पंजाब पुलिस की कार्रवाई शुरू होने के बाद शनिवार को पूरे दिन अमृतपाल की गिरफ्तारी की खबर चलती रही। लेकिन फिर शनिवार देर शाम पुलिस का आधिकारिक बयान सामने आया और उसमें यह बताया गया कि, अभी अमृतपाल की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। वह फरार होने में कामयाब रहा है।
अमृतपाल का ISI कनेक्शन
अमृतपाल को लेकर DIG जालंधर का बड़ा बयान सामने आया है। जालंधर रेंज के DIG स्वपन शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अमृतपाल के ISI कनेक्शन की बात कही है। हालांकि, इस संबंध में डीईजी ने ज्यादा विस्तार से बात नहीं की। DIG स्वपन शर्मा ने कहा कि, अमृतपाल के पकिस्तान और ISI कनेक्शन को लेकर इनपुट हैं। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां इसकी जांच करेंगी। माना जा रहा है कि, अब अमृतपाल के केस में NIA की एंट्री हो सकती है। वैसे सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्रालय अमृतपाल पर कार्रवाई को लेकर लगातार पंजाब सरकार के संपर्क में है। केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई पर पूरी नजर है।
अमृतपाल की AKF वाली कहानी क्या है?
वहीं अमृतपाल को लेकर AKF वाली एक नई कहानी भी सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि, अमृतपाल 'आनंदपुर खालसा फोर्स' (AKF) बना रहा था। यानि अमृतपाल प्राइवेट फोर्स तैयार करने में लगा था। पुलिस को उसके घर और उसके साथियों से बरामद हथियारों पर AKF लिखा मिला है। बतादें कि, अमृतपाल के साथियों के पास से बड़ी संख्या में हथियार और जिन्दा कारतूस बरामद किए गए हैं।
पंजाब में हाई अलर्ट, सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी
खालिस्तान समर्थक अमृतपाल पर कार्रवाई के मद्देनजर पंजाब में हाई अलर्ट है। राज्य में सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी कर दी गई है। जगह-जगह भारी पुलिस फोर्स तैनात है। अमृतपाल पर कार्रवाई का असर चंडीगढ़ और हरियाणा तक भी है। चंडीगढ़ और हरियाणा की सीमाओं पर सख्ती देखी जा रही है।
अमृतपाल मामले पर पंजाब पुलिस की अपील
पंजाब पुलिस ने अपील की है कि, उसकी कार्रवाई में कोई भी दखल देने की कोशिश न करे। राज्य में लोग कानून-व्यवस्था और शांति बनाए रखें। घबराने की जरुरत नहीं है। सोशल मीडिया की अफवाहों से बचें और खुद भी अफवाह न फैलाएं। पुलिस आपकी सुरक्षा में तत्पर है और अपना काम कर रही है। वहीं पुलिस ने चेतावनी भी दी अगर कोई अमृतपाल के मामले को लेकर गलत अफवाह फैलता है तो उसपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
कौन है अमृतपाल? एकदम चर्चा का केंद्र कैसे बना
बताया जाता है कि, अमृतपाल सिंह पहले दुबई में रह रहा था और यहां ट्रांसपोर्टर का काम करता था। लेकिन हाल ही में वह पूर्ण रूप से पंजाब लौट आया और यहां आकर सिख कौम के वजूद के लिए गतिविधियां तेज कर दीं। अमृतपाल सिंह पंजाब में केवल सिख कौम के राज की बात करता है। साथ ही खालिस्तान बनने और बनाने की बातें कहता है। अमृतपाल के पीछे उसके समर्थकों की भारी फौज है. जो उसके जान दे भी सकती है और ले भी सकती है।
मैं इंडियन नहीं- अमृतपाल
यहां तक कि, अमृतपाल खुलेआम यह तक कहता है कि वह इंडियन नहीं है। हाल ही में मीडिया के सामने अमृतपाल ने खुद को इंडियन मानने से मना कर दिया था. अमृतपाल ने मीडिया में इंटरव्यू देते हुए कहा था कि वह खुद को इंडियन नहीं मानता और न ही उसके लिए इंडिया कुछ है। वह सिर्फ एक सिख है और पंजाबी है। इससे ज्यादा कुछ नहीं। अमृतपाल ने कहा कि, अगर उसके संबंध में पासपोर्ट जैसी चीजों पर इंडिया का जिक्र आता है तो यह सिर्फ यात्रा का एक जरिया है।
अमृतसर के अजनाला कांड से देश हैरान रह गया था
दरअसल, 23 फरवरी को अपने करीबी साथी लवप्रीत सिंह तूफान को छुड़ाने के लिए अमृतपाल सिंह और उसके खालिस्तान समर्थकों ने बंदूक-तलवारों से लैस होकर थाने पर चढ़ाई कर दी थी। थाने पर हमला किया गया। तोड़फोड़ की गई। इस दौरान मौके पर मौजूद पुलिस पस्त नजर आई। कई पुलिस वाले घायल हुए।
आलम यह रहा है कि, अमृतपाल सिंह और उसके खालिस्तान समर्थकों ने थाने पर अपना कब्जा जमा लिया। खास बात यह है कि, इस पूरी घटना के दौरान अमृतपाल सिंह और उसके खालिस्तान समर्थकों ने गुरु ग्रंथ साहिब जी को भी साथ रखा हुआ था। यानि गुरु ग्रंथ साहिब जी को थाने तक लाया गया।