मेयर चुनाव, मान सरकार से टकराव और अमित शाह से मीटिंग; बनवारी लाल पुरोहित ने अचानक क्यों फोड़ा इस्तीफे का बम? सवाल उठे
Punjab Governor Banwari Lal Purohit Resigned Reason Story
Banwari Lal Purohit Resigned: बनवारी लाल पुरोहित के पंजाब गवर्नर और चंडीगढ़ प्रशासक पद से अचानक इस्तीफा देने को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं। क्योंकि इस तरह की कोई आशंका भी दूर-दूर तक नहीं जताई जा रही थी। इसलिए जब शनिवार दोपहर लोगों की नजर बनवारी लाल पुरोहित के इस्तीफे पर पड़ी तो वह हैरान रह गए। अब लोग सवाल कर रहे हैं कि आखिर एकदम से ऐसा क्या हुआ कि पुरोहित ने इस्तीफा देने का फैसला ले डाला। वहीं बनवारी लाल पुरोहित का कहना है कि, उन्होने व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दिया है। लेकिन लोग फिर भी पुरोहित के इस्तीफे के पीछे बाल की खाल निकाल रहे हैं। बनवारी लाल पुरोहित के इस्तीफे को लेकर लोगों के बीच से तीन मुख्य बातें उभरकर सामने आ रहीं हैं।
1- अमित शाह से मीटिंग के अगले दिन इस्तीफा
चंडीगढ़ मेयर चुनाव के 3 दिन बाद बनवारी लाल पुरोहित ने शुक्रवार को दिल्ली जाकर केंद्रीय गृह अमित शाह से मुलाक़ात की थी। दोनों के बीच काफी देर तक बैठक चली और इसके बाद पुरोहित उसी दिन वापस चंडीगढ़ लौट आए और यहां आकर अगले ही दिन यानि शनिवार को इस्तीफे का ऐलान कर दिया। सवाल यह है कि, आखिर अमित शाह के साथ मीटिंग में ऐसा क्या हुआ कि पुरोहित अगले ही दिन इस्तीफा देने को मजबूर हो गए। क्या बीजेपी हाईकमान पुरोहित को कोई और ज़िम्मेदारी देने के विचार में है या बात कोई और ही है?
2- मेयर चुनाव में गड़बड़ी को लेकर जवाबदेही
बनवारी लाल पुरोहित के इस्तीफे को लेकर दूसरी बात वो चंडीगढ़ मेयर चुनाव से संबन्धित है। ऐसा कहा जा रहा है कि, चंडीगढ़ मेयर चुनाव में आम आदमी पार्टी और काँग्रेस ने गड़बड़ी का जो आरोप लगाया है और अब जब सुप्रीम कोर्ट तक मामला पहुँच गया है तो ऐसे में फिर कहीं न कहीं प्रशासन के मुखिया होने के नाते बनवारी लाल पुरोहित की जवाबदेही तय होगी। इसलिए पुरोहित का इस्तीफा मेयर चुनाव के संबंध में दिया गया हो सकता है। वैसे भी बनवारी लाल पुरोहित ने अपनी छवी हमेशा बेदाग रखी है।
3- मान सरकार से लगातार टकराव
तीसरी बात तो सबके सामने ही है कि किस प्रकार से बनवारी लाल पुरोहित और पंजाब की भगवंत मान सरकार के बीच लगातार टकराव जारी था। कई मसलों के ऊपर दोनों पक्ष आमने-सामने थे। स्थिति यह थी कि, यह टकराव सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुँच चुका था। लेकिन फिर भी पुरोहित और पंजाब की भगवंत मान सरकार के बीच तनातनी खत्म नहीं हो रही थी। आएदिन पुरोहित और भगवंत मान सरकार के बीच विवाद की खबरें सामने आती थीं। माना जा रहा है कि, इस वजह से भी बनवारी लाल पुरोहित ने इस्तीफा देने का फैसला लिया हो।
यह पढ़ें- कुछ ऐसा रहा बनवारी लाल पुरोहित का राजनीतिक सफर, पंजाब के पहले इन राज्यों के गवर्नर रहे