PM Modi की सुरक्षा चूक पर CM भगवंत मान का बयान आया; दो टूक अंदाज में बड़ी बात कह गए, अफसरों पर गाज गिरना तय!
Punjab CM Mann Statement on PM Modi Security Breach
Punjab CM Mann Statement on PM Modi Security Breach: पंजाब में पीएम मोदी की सुरक्षा चूक को लेकर अब सीएम भगवंत मान का बयान सामने आया है। सीएम मान के बयान से यह लग रहा है कि, मामले में कड़ा एक्शन होगा।
दरअसल, सीएम मान का कहना है कि, देश के पीएम की सुरक्षा में कोई कोताही नहीं बरती जा सकती है। पीएम की सुरक्षा में कोई समझौता बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। पीएम की सुरक्षा को लेकर जो भी प्रोटोकॉल हैं। उन सबका हर हाल में पालन किया जाना चाहिए। मान ने कहा कि, मामले को लेकर जो भी रिपोर्ट तैयार होगी। वह गृह मंत्रालय को सौंपी जाएगी।
मुख्य सचिव ने कहा था- आखिरी फैसला सीएम के हाथ में
आपको बतादें कि, हाल ही में पंजाब के मुख्य सचिव ने यह जानकारी दी थी कि, इस पूरे घटनाक्रम के साथ जिम्मेदार अधिकारियों की फाइल रेडी हो गई है और यह फाइल अब सीएम भगवंत मान के पास पहुंचाई गई है। ताकि सीएम मान के आगे के निर्देश पर अगली कार्रवाई तय की जा सके और रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजी जा सके। बताया जाता है कि, पीएम मोदी की सुरक्षा मामले में उस दौरान के 9 बड़े पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को आरोपित किया गया है।
केंद्र ने मांगी है एक्शन रिपोर्ट
बतादें कि, हाल ही में केंद्र सरकार ने पीएम मोदी की सुरक्षा चूक को लेकर हुए एक्शन की रिपोर्ट पंजाब सरकार से मांगी है। केंद्र ने कहा कि, मामले में सरकार द्वारा अबतक क्या एक्शन लिया गया है? इसकी पूरी रिपोर्ट हमें भेजी जाए।
सुप्रीम कोर्ट की जांच रिपोर्ट को बनाया आधार
आपको बतादें कि, मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में दाखिल जांच रिपोर्ट के आधार पर केंद्र ने पंजाब सरकार से एक्शन रिपोर्ट मांगी है। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने पीएम मोदी की सुरक्षा चूक मामले में खुद जांच कराई थी। इसके लिए सुप्रीम कोर्ट ने रिटायर्ड जस्टिस इंदु मल्होत्रा की अगुवाई में एक कमेटी गठित की थी। जिसे मामले में विस्तृत जांच कर रिपोर्ट सौंपने को कहा गया था। सुप्रीम कोर्ट ने कमेटी को वो सुझाव देने को भी कहे थे जिनसे आगे इस प्रकार के मामलों पर रोक लगाई जा सके।
सुप्रीम कोर्ट की कमेटी ने रिपोर्ट में क्या बताया था?
रिटायर्ड जस्टिस इंदु मल्होत्रा की अगुवाई वाली इस कमेटी ने मामले में जांच करने के बाद पंजाब के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की खामियां पाईं थी। कमेटी ने सुप्रीम कोर्ट में रिपोर्ट दाखिल करते हुए कहा था कि पीएम मोदी के दौरे की सूचना होने के बाद भी पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने लापरवाही बरती. जांच कमेटी ने इस मामले के लिए फिरोजपुर के एसएसपी को खासतौर पर जिम्मेदार ठहराया था।
फिरोजपुर दौरे पर निकले थे पीएम मोदी
आपको बतादें कि, तीन कृषि कानूनों को रद्द करने के बाद 5 जनवरी 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार पंजाब दौरे पर निकले हुए थे। पीएम मोदी को पंजाब के फिरोजपुर में रैली को संबोधित करना था, साथ ही इसी बीच पंजाब के लिए कई योजनाओं का शिलान्यास भी पीएम मोदी करने वाले थे लेकिन अफसोस कि वह फिरोजपुर में रैली तक नहीं पहुंच सके। दरअसल, खराब मौसम की वजह से जब हेलिकॉप्टर छोड़ पीएम मोदी अपने काफिले के साथ सड़क के रास्ते फिरोज़पुर आ रहे थे तो इस हुसैनीवाला के पास ही उन्हें रुकना पड़ गया। क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने सड़क जाम कर रखी थी।
प्रदर्शनकारियों की वजह से पीएम मोदी को यहां फ्लाईओवर पर 15-20 मिनट तक फंसे रहना पड़ा और आखिर में वह फिरोज़पुर की अपनी रैली रद्द करते हुए बीच रास्ते ही वापिस दिल्ली को लौट आये। देश के पीएम का कहीं इतनी देर फंसे रहना। यह बड़ी घटना थी। इस घटना को पीएम मोदी की सुरक्षा में भारी चूक माना गया। माना गया कि, पीएम मोदी के लिए ये 15 से 20 मिनट खतरे के मिनट थे।
खुद पीएम मोदी ने कहा- मैं जिंदा लौट आया
दरअसल पीएम मोदी जब दिल्ली लौटते वक्त बठिंडा एयर पोर्ट पर पहुंचे तो वहां एयरपोर्ट के अधिकारियों से उन्होंने एक बड़ी बात कही। पीएम मोदी ने अधिकारियों से कहा- ''अपने सीएम को मेरा धन्यवाद देना कि मैं जिन्दा लौट पाया हूं''। मालूम रहे कि, इस पूरी घटना के दौरान पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी थे।