पंजाब विधानसभा में भारी हंगामा VIDEO; CM भगवंत मान और कांग्रेस नेता बाजवा में तीखी नोकझोंक, तू-तू...पर बिगड़ गया माहौल
Punjab Assembly Huge Ruckus CM Bhagwant Mann Pratap Bajwa Clash
Punjab Assembly Huge Ruckus: पंजाब विधानसभा के दो दिवसीय विशेष सत्र का आज पहला दिन था और पहले दिन ही सदन में जमकर हंगामा मच गया। विभिन्न मुद्दों पर कांग्रेस और सत्ताधारी आप नेताओं के बीच माहौल गर्म होता हुआ देखा गया। वहीं इस कड़ी में CM भगवंत मान और कांग्रेस नेता प्रताप बाजवा में तीखी नोकझोंक भी हो गई। बाजवा ने सीएम मान को तू-तू... कह दिया। जिस पर मामला बिगड़ गया और दोनों नेता आमने-सामने आ गए। इस बीच विधानसभा स्पीकर ने स्थिति शांत करने की कोशिश की।
दरअसल, सीएम भगवंत मान पंजाब में ड्रग मुद्दे को लेकर बात कर रहे थे और इस बीच उन्होने ड्रग तस्करों के साथ बाजवा के कथित संपर्क का जिक्र कर दिया। मान ने कहा कि, ये बात अकेले वह नहीं कह रहे हैं बल्कि उनसे पहले सीएम रहे कैप्टन अमरिंदर सिंह ने तो कांग्रेस हाइकमान को इस बारे में चिट्ठी भी लिखी थी और बाजवा की तस्करों के साथ संलिप्तता की बात कही थी। सीएम मान यह बोल ही रहे थे कि इतने में बाजवा को गुस्सा आ गया और वह सीएम मान पर पलटवार करते हुए उन्हें 'तू' बोल गए। जिसके बाद सीएम मान भी गुस्से में आ गए और बाजवा के साथ उनकी तीखी नोकझोंक शुरू हो गई। सीएम मान ने कहा कि, अगर इसी तरीके से आना है तो इसी तरीके से आ जाओ... सीएम मान ने सदन में कई बार बाजवा के 'तू' शब्द को दोहराया और कहा कि यह शब्दावली है... तू-तू बोल रहे हैं... सीएम मान ने कहा कि, ये गुंडे ही हैं, बाजवा गुंडों की भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं।
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बता दें कि, इससे पहले सीएम भगवंत मान और प्रताप बाजवा के बीच फोन के इस्तेमाल को लेकर भी खींचतान हो गई थी। दरअसल, बाजवा सदन में फोन चला रहे थे, जिस पर सीएम मान ने आपत्ति जताई और बाजवा को फोन का इस्तेमाल बंद करने को कहा। लेकिन बाजवा नहीं माने और इतने में ही दोनों के बीच बहस शुरू हो गई। वहीं सदन में बोलते हुए बाजवा ने एसवाईएल मुद्दा उठाया और स्पीकर से पूछा कि क्या इस पर बहस के लिए कोई समय आवंटित किया गया है। इसके बाद उन्होंने बरगाड़ी और बहबल कलां का मुद्दा उठाया, और विधायक कुंवर विजय प्रताप के आरोपों के बारे में पूछा।
राज्यपाल की चिट्ठी पर सीएम मान का बयान
वहीं पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित की उस चिट्ठी पर सीएम मान ने बयान दिया, जिसमें विधानसभा के दो दिवसीय विशेष सत्र को अवैध बताया गया था। राज्यपाल ने इस सत्र को मंजूरी नहीं दी थी और चेतावनी दी थी कि अगर सत्र जारी रखा गया तो वह राष्ट्रपति को शिकायत भेजेंगे। राज्यपाल की इस चिट्ठी के जवाब में सीएम मान ने कहा कि, जन कल्याण के कार्यों में बाधा डालना बहुत अच्छी बात नहीं है, यह पहली बार नहीं है कि हम विधानसभा के सत्र को अनिश्चित काल के लिए समाप्त करके फिर से सत्र बुला आ रहे हैं, कांग्रेस की सरकार में भी यह चुका है, जिसमें राज्यपाल की मंजूरी लेने की जरूरत नहीं होती। इसलिए कांग्रेस के लोग भी हमसे सवाल न करें कि सत्र वैध है या अवैध। सीएम मान ने कहा कि, आज हमने सत्र शुरू होने से पहले 3 महत्वपूर्ण विधेयकों को राज्यपाल द्वारा मंजूरी दिए जाने का अंतिम क्षण तक इंतजार किया लेकिन वहां से मंजूरी नहीं मिली।