कोटकपुरा में श्रीमती प्रियंका गांधी ने जनसभा को किया संबोधित, कही ये खास बातें
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कोटकपुरा में श्रीमती प्रियंका गांधी ने जनसभा को किया संबोधित, कही ये खास बातें

कोटकपुरा में श्रीमती प्रियंका गांधी ने जनसभा को किया संबोधित

कोटकपुरा में श्रीमती प्रियंका गांधी ने जनसभा को किया संबोधित, कही ये खास बातें

कोटकपुरा। श्रीमती प्रियंका गांधी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि बहनों और भाईयों, नमस्कार। आपका इस सभा में बहुत-बहुत स्वागत, सत श्री अकाल। हर्षवर्धन सपकाल जी, तेजिंदर सिंह बिट्टू जी, कुशलदीप ढिल्लों जी, अजयपाल सिंह संधू जी, दर्शन सिंह जी, पवन गोयल जी, भूपेंद्र शर्मा जी और करन कौर ब्रार जी, आप सबका भी इस सभा में बहुत-बहुत स्वागत, कांग्रेस पार्टी के जितने भी यहाँ पर नेतागण उपस्थित हैं, आपको, कार्यकर्तागण और खासतौर से आप जो मेरी बातों को सुनने के लिए आए हैं, आपका भी एक बार बहुत-बहुत स्वागत।

आज आपकी पावन धरती पर आकर बहुत ही खुशी हो रही है। आप तो जानते ही होंगे कि मेरी शादी एक पंजाबी परिवार में हुई है। मेरे बच्चों में पंजाबी खून है। कढ़ी-चावल, राजमा, परांठे खिला-खिलाकर बड़ा किया है। लड़ते हैं तो बड़ी खुद्दारी से लड़ते हैं, मेरे से। तो मुझे, जो पंजाबियत है, उसकी समझ है। आपकी जो खुद्दारी है, आपकी मेहनत, सच, सेवा की जो भावना है, ये मैं अंदर से जानती हूँ। अपने परिवार की मेहनत, उसकी खुद्दारी से जानती हूँ। जिस तरह से मेरे बच्चों की परवरिश हुई है, जो-जो मैंने सीखा उस परिवार में जाकर मैं उससे जानती हूँ। आपकी पंजाबियत को समझती हूँ, इसलिए आज मैं उसके बारे में और आपके भविष्य के बारे में कुछ बातें आपसे करने आई हूँ।

ये जो पंजाबियत है, आपकी; जो सच की भावना है, सेवा की भावना है, उदारता की भावना है, पिछले कुछ सालों में हमने बार-बार देखी है। किसानों के आंदोलन में देखी, किस तरह से आप अडिग बन गए। आपमें से कितने लोग शहीद हुए, लेकिन आप पीछे नहीं हटे, आप कभी किसी के सामने नहीं झुके। यही है आपकी पंजाबियत, आप झुकने वाले नहीं हैं।

जब मैं लखीमपुर खीरी गई, जहाँ पर 6 किसानों को क्रूरता से कुचला गया, एक मंत्री के पुत्र ने कुचला। मैं जब उन किसानों के परिवारों में गई, दुख लगा, लेकिन गर्व भी हुआ कि ऐसे भी परिवार होते हैं। जो परिवार उजड़ गए थे, कमाने वाला चला गया था, लेकिन महिला वहाँ खड़ी थी, खुद्दार थी, झुकती नहीं थी। ऐसे गांव में मैं गई जहाँ पर उनका एक घर अकेला था, डर था, मुझे बोला, चुपचाप से बोला कि दीदी किसी को हमारे साथ छोड़ दो, क्योंकि क्या पता यहाँ पर क्या हो जाए, लेकिन झुकी नहीं वो महिलाएं, वो विधवाएं भी नहीं झुकी, अपना सिर ऊंचा करके बैठी थी और कह रही थी कि ठीक है हमारे परिवार का सदस्य, हमारा शौहर शहीद हो गया, कोई बात नहीं, हम लड़ते रहेंगे। ये है पंजाबियत।

यहाँ पर आज चुनाव चल रहे हैं। चुनाव चल रहे हैं, तमाम पार्टियां यहाँ पर आ रही हैं। कुछ को तो आप अच्छी तरह से पहचान रहे हैं। भाजपा की मैं बात कर रही हूं। आपने खुद देखा कि आपने कितना आंदोलन किया, आपने कितनी आवाज उठाई, लेकिन किसी ने सुनवाई नहीं की, तो उनकी तो बात ही नहीं करते। उन्हें आप अच्छी तरह से पहचानते हैं। लेकिन यहाँ एक और राजनीतिक दल है, जो दिल्ली से आया है। अब उनको आप सही तरह से पहचान रहे हैं या नहीं? इसके बारे में मैं आपसे पूछना चाहती हूं। देखिए, आपके सामने दिल्ली का मॉडल दिखाया जाता है। बड़े-बड़े विज्ञापनों पर और आपके पास आकर लोग प्रचार करते हैं कि दिल्ली का मॉडल देखिए, दिल्ली की सरकार देखिए। मत भूलिए मेरे भाइयों और बहनों, एक बार पहले एक ऐसे मॉडल का प्रचार हुआ था, 2014 में, जब भाजपा की केन्द्र में सरकार बनी थी, तो गुजरात मॉडल के आधार पर बनी थी। उसी तरह से जिस तरह आपके सामने आज प्रचार हो रहा है। बड़े-बड़े विज्ञापन थे, इतना विकास हुआ है गुजरात में, बिजनेस आसान हो गया है, गरीब नहीं है, सब अमीर हो रहे हैं, सब खुशहाल हैं, किसान खुशहाल हैं, रोजगार ही रोजगार हैं और क्या हुआ – वो मॉडल सिर्फ विज्ञापनों में था। आपको एक ऐसी सरकार मिली, जिसमें रोजगार घटे। आपको एक ऐसी सरकार मिली, जिसने किसानों को कुचल डाला। एक ऐसी सरकार मिली, जिसने शिक्षा, सेहत के कोई संस्थान नहीं बनाए और दिल्ली की असलियत भी अलग नहीं है, जो आम आदमी पार्टी है, वो उभरी कहाँ से है – वो उभरी ही आरएसएस से है। आम आदमी पार्टी के नेता खुद कहते हैं कि हम भाजपा से बड़े भाजपा हैं। दिल्ली में सेहत संस्थान, शिक्षा के संस्थान के नाम पर कुछ नहीं है। आपको बताया जाता है कि बढ़िया-बढ़िया स्कूल बनें हैं। जरा आइए दिल्ली आकर देखिए, क्या बना है, दिल्ली वालों से पूछिए कि कैसे जी रहे हैं।

तो आज का जो माहौल है, आज जो आप परिस्थितियां देख रहे हैं, इसमें आपको जो राजनीतिक दल हैं, जो नेता हैं, इनकी असलियत पहचानने की बहुत ही महत्वपूर्ण जरुरत है। जब तक आप असलियत नहीं पहचानेंगे, तब तक आप सही निर्णय नहीं ले सकते। ये सच है कि 5 सालों से हमारी यहाँ सरकार थी। ये सच भी है कि उस सरकार में कुछ खामियां थी, कहीं रास्ते में भटक गए। वो सरकार पंजाब से चलनी बंद हो गई। वो सरकार दिल्ली से चलने लगी और दिल्ली में भी कांग्रेस पार्टी से नहीं, लेकिन भाजपा और भाजपा की सरकार द्वारा चल रही थी। वो जो छुपी हुई सांठ-गांठ थी, वो आज खुले में आ गई है। इसलिए हमें वो सरकार बदलनी पड़ी, इसलिए हमें एक नई राजनीति आपके सामने लानी पड़ी। हम आपकी आवाज सुन रहे थे, हम जान रहे थे कि कुछ गलत हो रहा है। उसको ठीक करने के लिए एक नई राजनीति आपके सामने आई। उस नई राजनीति में आपको एक ऐसे इंसान, एक ऐसे शख्स मिले, चरणजीत सिंह चन्नी जी, जो आपमें से उभरे, जो आपकी तरह हैं। एक गरीब परिवार के मुख्यमंत्री, जिन्होंने आपके लिए 100-150 दिनों में ही इतना कुछ कर डाला। क्योंकि वो आपकी सारी समस्याओं को समझते हैं, वो जानते हैं कि पंजाब की सरकार पंजाब से चलनी चाहिए।

अगर आप आम आदमी की सरकार को देखें, वो सरकार जो आज भी जितने आप विज्ञापन देखते हैं, उसमें किसका चेहरा दिखता है- केजरीवाल जी का चेहरा दिखता है। एक ही नेता का चेहरा दिखता है। क्यों – क्योंकि एक सरकार बनेगी यहाँ से तो वहाँ से चलेगी। कोई फर्क नहीं होगा भाजपा की सरकार में और इनमें। ये भी दिल्ली से ही चलाई जाएगी, आपके लिए नहीं चलेगी। आपको बताया जाता है कि बहुत उपलब्धियां हैं इस सरकार की। लेकिन कोविड के समय देखिए क्या हुआ – ऑक्सीजन की कमी थी, अस्पताल भर गए थे। कुछ नहीं, नए अस्पताल, नई स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं बनाई, जांचों में घोटाले थे, मृत्य़ु के आंकड़ो में घोटाले थे। हर तरह से, हर तरफ से जब आप देखें, तो वहाँ की सरकार विफल हुई है। क्या आप ऐसी सरकार अपने पंजाब में भी चाहते हैं या आप एक ऐसी सरकार चाहते हैं, जो अपनी गलतियों को समझते हुए, लेकिन एक नई राजनीति को उभारे।

आपने देखा है कि मात्र 100-150 दिनों में कितना काम किय़ा गया है। 6,400 करोड़ किसान के कर्जे माफ हुए। 1,500 करोड़ के बिल माफ हुए, बिजली के बिल माफ हुए। किसानों को मुफ्त बिजली दी जा रही है। बिजली का रेट 3 रुपए यूनिट किया गया। औद्योगिक बिजली का रेट 5 रुपए यूनिट किया जा रहा है। पानी के दाम ग्रामीण इलाकों में घटाकर 50 रुपए प्रतिमाह के बन गए हैं। शहरों में जो वाटर सप्लाई है, उसमें 700 करोड़ के बिजली बिल माफ किए। गौशालाओं में बिजली बिल माफ किए। पेट्रोल और डीजल के दाम घटाए गए। साढ़े तीन लाख, जो प्रोडक्शन के श्रमिक हैं, उन्हें 3,100 रुपए प्रति माह दिए, दलित और पिछड़े वर्ग के 60 करोड़ के कर्जे माफ हुए। दलित वर्ग के परिवारों को 200 यूनिट बिजली माफ की गई। रसोइया बहनों का मानदेय 3,000 रुपए प्रति माह तक बढ़ाया गया और 12 महीनों तक वेतन देना शुरु किया है। 33 प्रतिशत तक सरकारी नौकरियों में महिलाओं के लिए ये सरकार आरक्षण देना चाहती है। महिलाओं को बस यात्रा मुफ्त देना चाहती है। पंचायतों में महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण देना चाहती है, जब दोबारा से आएगी। कुछ वायदे कर रहे हैं चन्नी जी और उनकी सरकार आपके सामने आकर। ये वायदे मैं दोहराना चाहती हूं, क्योंकि आप ध्यान से सुनिए। 

पहला फैसला ये करना चाहते हैं कि 1 लाख रोजगार बनाए जाएं। महिलाओं को प्रति माह 1,100 रुपए दिए जाएं, ताकि उनका कुछ सपोर्ट हो, जो गृहस्थ महिलाएं हैं उनको। जरुरतमंद परिवारों को हर साल फ्री में एक गैस का सिलेंडर नहीं, लेकिन 8 गैस के सिलेंडर देना चाहते हैं। सरकारी अस्पताल में 20 लाख तक मुफ्त इलाज करवाएंगे। राज्य रोजगार योजना के तहत पंजाब के सभी निवासियों को 100 दिन के रोजगार की गारंटी दी जाएगी। आंगनबाडी की बहनों को 10,000 रुपए प्रतिमाह दिया जाएगा। सरकारी स्कूलों की लड़कियों को स्मार्ट फोन और लैपटॉप दिया जाएगा।

तो ये सरकार जो इतना कुछ करना चाहती है, ये सिर्फ चुनाव के समय आपको ये कहने के लिए नहीं आई है, इनका दिल आपके लिए धड़कता है, उस सच्चाई को पहचानिए। सच्चाई है कि जो मीडिया और विज्ञापनों में आपको दिखाया जा रहा है, वो आपकी असलियत नहीं है। सच्चाई ये है कि चाहे भाजपा की नीतियां हों या दिल्ली में आम आदमी पार्टी की नीतियां हों, इससे पब्लिक की कोई भलाई नहीं हो रही है। इससे आपका विकास नहीं हो रहा है। आप आगे नहीं बढ़ रहे हैं। आप अपने बच्चों को बड़ा करते हैं, मेहनत की कमाई से, खून-पसीने से। आप किसान हैं, आप मजदूरी करते हैं, आप छोटे-छोटे कारोबार खोलते हैं, छोटे बिजनेस हैं आपके, उनकी मदद के लिए एक सरकार चाहिए। एक ऐसी सरकार जो आपके छोटे बिजनेस को, आपकी छोटी दुकानों को मजबूत बनाएं। आपने जितने संकट देखे हैं कोविड के समय, लॉकडाउन के समय, बेरोजगारी के समय उनको दूर करने का काम करें। तो हम आपको एक ऐसी सरकार देना चाहते हैं और मैं आप सबसे आग्रह करना चाहती हूं कि जब आप वोट करने जाएंगे, तो जो आपके नेता हैं, राजनीतिक दल हैं, उनको आप पहचानिए। आपको एक नई सरकार चाहिए तो एक नई सरकार आपको कांग्रेस में ही मिलेगी। आपको एक ऐसे नेता मिलेंगे, जो दिन-रात आपके लिए काम करेंगे, कर रहे हैं। मैं अपने अनुभव से आपको बता सकती हूं। चन्नी जी का कभी फोन ही नहीं मिलता। बोलते हैं 3 बजे सुबह आया था मैं, 6 बजे सुबह चले गए। सुबह से शाम तक, सुबह होने तक आपके लिए काम करते रहते हैं और खुश होते हैं ये बात सुनकर कि 3-3, 4-4 बजे तक आपके लिए काम हो रहा है। उनको एक मौका दीजिए, आपके हित के लिए एक सरकार बनाने का। एक मौका दीजिए पंजाब को फिर से मजबूत बनाने का। उस पंजाबियत को जिस पर आप सबको गर्व है, हम सबको गर्व है। उसी को उभार कर मजबूत बनाने का। यही मैं आपसे आग्रह करना चाहती हूं।

आपने बड़े ध्यान से मेरी बातें सुनी। इसके लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।

जय हिंद, जय पंजाब और सत श्री अकाल।