379 रन की ताबड़तोड़ पारी खेलने के बाद पृथ्वी शॉ ने तोड़ी चुप्पी, कहा- 'जो नहीं जानते, वो भी...'
Prithvi Shaw Statement
Prithvi Shaw Statement: भारत के युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने सेलेक्टर्स पर निशाना साधते(targetting the selectors) हुए पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ी है. पृथ्वी शॉ ने अपने इस बयान से तूफान खड़ा कर दिया है. 23 साल के पृथ्वी शॉ को लगभग 2 साल से सेलेक्टर्स ने टीम इंडिया(Team India) में नहीं चुना है. आखिरी बार ये बल्लेबाज साल 2021 में श्रीलंका दौरे पर वनडे और टी20 सीरीज(ODI and T20 series) में खेलता नजर आया था. पृथ्वी शॉ को सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग का कॉम्बिनेशन(Combination of Sachin Tendulkar and Virender Sehwag) माना जाता है, जिनके पास एक से बढ़कर एक शॉट्स मौजूद हैं. सेलेक्टर्स ने पृथ्वी शॉ को लगभग हर सीरीज और मल्टीनेशन टूर्नामेंट(Series and Multination Tournaments) में इग्नोर किया है, लेकिन इस बल्लेबाज ने आज अपने गुस्से को अपना हथियार बनाते हुए असम के खिलाफ रणजी ट्रॉफी में 379 रनों की ऐतिहासिक पारी खेलकर सेलेक्टर्स को मुंहतोड़ जवाब दे दिया है. पृथ्वी शॉ ने सेलेक्टर्स पर निशाना साधते हुए एक सनसनीखेज बयान दिया है.
पृथ्वी शॉ ने पहली बार अपने इस बयान से मचा दिया तूफान! / Prithvi Shaw created a storm for the first time with his statement!
पृथ्वी शॉ ने सेलेक्टर्स पर निशाना साधते हुए कहा, ‘मैं यह नहीं सोच रहा हूं कि कोई मुझे भारतीय टीम में बुलाएगा या नहीं. मैं बस अपनी चीजों को सही करने की कोशिश कर रहा हूं जो मैं कर सकता हूं और आगे के बारे में नहीं सोच रहा हूं. मैं एक ऐसा व्यक्ति हूं जो एक बार में एक दिन जीना पसंद करता है. मुझे अपना आज सही बनाना है. मैं मुंबई के लिए खेल रहा हूं और लक्ष्य रणजी ट्रॉफी जीतना है.’ पृथ्वी शॉ ने कहा, ‘कभी-कभी आप निराश हो जाते हैं. आप जानते हैं कि आप अपनी चीजें सही कर रहे हैं. आप जानते हैं कि आप अपनी प्रक्रियाओं पर सही चल रहे हैं, आप खुद के प्रति ईमानदार हैं, मैदान पर और बाहर अपने करियर के साथ अनुशासित हैं, लेकिन कभी-कभी लोग अलग तरह से बात करते हैं. जो लोग आपको जानते भी नहीं हैं वो आपको आंकते हैं.’
पृथ्वी शॉ ने सेलेक्टर्स पर साधा निशाना / Prithvi Shaw targeted the selectors
टीम इंडिया से लगातार नजरअंदाज किए जाने पर कुछ महीने पहले पृथ्वी शॉ ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक संदेश पोस्ट किया था, 'आशा है कि साईं बाबा आप सब कुछ देख रहे होंगे. पृथ्वी शॉ का आकलन ऐसे लोगों ने किया जो उसे जानते भी नहीं थे और अच्छे समय में साथ रहने वाले दोस्त भी उस समय साथ नहीं थे जब उन्हें उनकी सबसे ज्यादा जरूरत थी. सफलता व्यक्ति को समझदार बनाती है लेकिन कठिन समय आपको थोड़ा जल्दी परिपक्व बना देता है. यह पृथ्वी शॉ के साथ हुआ है, जो अब जानते हैं और पहचान सकते हैं कि कौन उसके शुभचिंतक हैं. पृथ्वी शॉ ने कहा, ‘जब मैं अच्छा नहीं कर रहा था तो जो लोग मेरे साथ नहीं थे मैं वास्तव में उनकी परवाह नहीं करता. बस उन्हें अनदेखा करना पसंद करता हूं. यह सबसे अच्छी नीति है.’
हर रोज 400 का स्कोर नहीं बनता / 400 is not scored everyday
प्रथम श्रेणी क्रिकेट में हर रोज 400 का स्कोर नहीं बनता लेकिन अगर उन्हें रियान पराग की गेंद पर LBW आउट नहीं दिया गया होता तो वह 400 रन के स्कोर को पार कर सकते थे. पृथ्वी ने कहा, ‘यह वास्तव में अच्छा लगता है. मैं 400 रन बना सकता था. मुझे लगता है कि मैं वास्तव में अच्छी बल्लेबाजी कर रहा था लेकिन यह समय की बात थी क्योंकि बड़े रन नहीं आ रहे थे. मैंने सोचा मुझे क्रीज पर और अधिक समय बिताना चाहिए। धैर्य दिखाया और इस विकेट पर इसकी जरूरत थी.’
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