"ढाई घंटे तक देश के प्रधानमंत्री का गला घोंटा गया''; संसद के बजट सत्र पर PM मोदी का बयान, पहले ही दिन विपक्ष पर जमकर बरसे
Prime Minister Narendra Modi Budget Session of Parliament 2024
PM Modi Parliament Session: संसद के बजट सत्र (Budget Session 2024) की शुरुवात आज (22 जुलाई) से हो गई है। यह सत्र 12 अगस्त तक चलने वाला है। वहीं बजट सत्र के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के बाहर मीडिया को संबोधित किया। जहां बजट सत्र के शुरू होने से पहले ही प्रधानमंत्री ने विपक्ष को निशाने पर ले लिया और जमकर बरसते नजर आए। संसद के पिछले विशेष सत्र में विपक्ष के हंगामा काटने पर पीएम मोदी ने कहा कि, 2.5 घंटे तक देश के प्रधानमंत्री का गला घोंटने का लोकतांत्रिक परंपराओं में कोई स्थान नहीं हो सकता।
विपक्ष को कोई पश्चाताप तक नहीं
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि नई संसद के गठन होने के बाद जो पहला सत्र था, जिसमें 140 करोड़ देशवासियों ने बहुमत के साथ जिस सरकार को सेवा करने का आदेश किया उसकी आवाज को कुचलने का अलोकतांत्रिक प्रयास हुआ। 2.5 घंटे तक देश के प्रधानमंत्री का गला घोंटने का, प्रधानमंत्री की आवाज को रोकने और दबाने का लोकतांत्रिक परंपराओं में कोई स्थान नहीं हो सकता। पीएम मोदी ने कहा कि, विपक्ष के लोगों में इसका कोई पश्चाताप तक नहीं है। उनके दिल में कोई दर्द नहीं है।
बता दें कि, एनडीए सरकार के गठन के बाद 24 जून से 3 जुलाई के बीच बुलाए गए संसद सत्र के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दे रहे थे, इस दौरान विपक्षी सांसद वेल में आकर लगभग पूरे भाषण के दौरान जबरदस्त हंगामा और तेज नारेबाज़ी करते रहे। इसी हंगामे को लेकर अब बजट सत्र के पहले दिन मीडिया को संबोधित करते हुए पीएम ने इसका जवाब दिया है और कहा है कि ढाई घंटे तक देश के प्रधानमंत्री की आवाज दबाई गई।
हमने जितनी लड़ाई लड़नी थी, लड़ ली... मगर अब
पीएम मोदी ने बजट सत्र के दौरान सभी सांसदों से एक होकर देश के लिए काम करने की बात कही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं देश के सभी सांसदों (वो किसी भी दल के हों) से आग्रह पूर्वक कहना चाहता हूं कि गत जनवरी से हम लोगों के पास जितना सामर्थ्य था, उस सामर्थ्य के हिसाब से हमने जितनी लड़ाई लड़नी थी, लड़ ली। लोगों को जो बात बतानी थी, वो बता दी। किसी ने राह दिखाने का प्रयास किया, किसी ने गुमराह करने का प्रयास किया लेकिन अब वो दौर खत्म हो चुका है, देश के लोगों ने अपना फैसला सुना दिया है।
इसलिये अब चुने हुए सभी सांसदों कर्तव्य है। सभी राजनीतिक दलों की विशेष ज़िम्मेदारी है कि हम अपने दल से ऊपर उठ करके देश के लिए खुद को समर्पित करें देश के लिए एक होकर लड़ें। देश के लिए जूझें। पीएम मोदी ने कहा कि, मैं कहना चाहूंगा सभी दल, सभी सांसद संसद के इस गरिमामय मंच का अगले 4.5 साल तक जिम्मेदारी से उपयोग करें। क्योंकि पूरे देश की नजर इस सत्र पर है। यह एक सकारात्मक सत्र होना चाहिए। पीएम ने कहा कि, जनवरी 2029 के चुनावी साल में विपक्ष के लोग कोई भी खेल खेल लें, लेकिन तब तक हमें किसानों, युवाओं और देश के सशक्तिकरण के लिए अपनी भागीदारी निभानी चाहिए।
बजट पर क्या बोले PM मोदी?
अपने तीसरे टर्म के पहले बजट को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिक्रिया सामने आई है। पीएम मोदी ने कहा कि, मैं देश वासियों को जो गारंटी देता रहा हूं, उन गारंटियों को क्रमशा रूप से जमीन पर उतारना है और इस लक्ष्य को लेकर ही हम आगे बढ़ रहे हैं। पीएम ने कहा कि कल हम जो बजट पेश करेंगे, वह अमृतकाल का महत्वपूर्ण बजट है। हमें पांच साल का जो अवसर मिला है, ये बजट हमारे उन पांच साल की दिशा तय करेगा। ये बजट 2047 के विकसित भारत के सपने मजबूत देने वाला होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि, हर देशवासी के लिए बड़े गर्व की बात है कि भारत बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों में सबसे तेज गति से आगे बढ़ने वाला देश है। गत 3 वर्षों में लगातार 8 प्रतिशत ग्रोथ के साथ भारत आगे बढ़ रहा है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि भारत के लोकतंत्र की जो गौरव यात्रा है उसमें ये एक महत्वपूर्ण पड़ाव के रूप में मैं देख रहा हूं। व्यक्तिगत रूप से मुझे और हमारे सभी साथियों के लिए भी ये अत्यंत गर्व का विषय है कि करीब 60 साल के बाद कोई सरकार तीसरी बार वापस आए और तीसरी पारी का पहला बजट रखें।
कुछ दलों ने नकारात्मक राजनीति की
पीएम मोदी ने कहा कि, कुछ दलों ने नकारात्मक राजनीति की है। जिससे देश को नुकसान हो रहा है। पीएम मोदी ने संसद में सांसदों को बोलने देने की बात उठाई। पीएम ने कहा कि, मुझे आज दुख के साथ कहना है कि 2014 के बाद कोई सांसद 5 साल के लिए आए कुछ सांसदों को 10 साल तक के लिए मौका मिला। लेकिन बहुत से ऐसे सांसद रहें जिन्हें अपने क्षेत्र की बात करने का अवसर नहीं मिला, अपने विचारों से सांसदों को समृद्ध करने का अवसर नहीं मिला क्योंकि कुछ दलों की नकारात्मक राजनीति ने देश के संसद के महत्वपूर्ण समय को अपने राजनीतिक विफलताओं को ढाकने के लिए प्रयोग किया। पीएम ने कहा कि नए सांसदों को भी बोलने का अवसर मिलना चाहिए। सभी सांसद बोलने के हकदार हैं।
पीएम मोदी के तीसरे कार्यकाल का यह पहला बजट
23 जुलाई को पेश होना वाला यह पूर्ण बजट, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट होगा। इस बजट को भी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ही बतौर वित्त मंत्री पेश करेंगी। नई सरकार में उन्हें फिर से वित्त मंत्री की ज़िम्मेदारी दी गई है। वहीं निर्मला सीतारमण लगातार 7वीं बार बजट पेश करने वाली इतिहास की पहली वित्त मंत्री भी बन जाएंगी। इससे पहले इसी साल इस अंतरिम बजट को पेश करने के साथ, सीतारमण ने अपने पूर्ववर्तियों जैसे मनमोहन सिंह, अरुण जेटली, पी चिदंबरम और यशवंत सिन्हा के रिकॉर्ड को तोड़ दिया था। जिन्होंने लगातार पांच बजट पेश किए थे।
वहीं निर्मला सीतारमण ने इस मामले में मोरारजी देसाई की बराबरी कर ली थी। भारतीय राजनीति के इतिहास में अब तक यह उपलब्धि केवल पूर्व प्रधान मंत्री मोरारजी देसाई ने हासिल की थी। वित्त मंत्री के रूप में देसाई ने 1959-1964 के बीच एक अंतरिम बजट के अलावा पांच वार्षिक बजट पेश किए थे। इसी तरह से निर्मला सीतारमण ने भी लगातार 5 पूर्ण कालिक बजट और एक अन्तरिम बजट पेश किया।। ज्ञात रहे कि इससे पहले निर्मला सीतारमण इंदिरा गांधी के बाद बजट पेश करने वाली दूसरी महिला वित्त मंत्री बनीं थीं। इंदिरा गांधी ने वित्त वर्ष 1970 के दरमियान वित्त मंत्री के रूप में बजट पेश किया था।
फरवरी में बीजेपी सरकार का अंतरिम बजट पेश किया
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसी साल फरवरी में बीजेपी सरकार का अंतरिम बजट पेश किया था, क्योंकि यह आम चुनाव का साल था। इसलिए पूर्ण बजट पेश नहीं किया गया था। चुनाव के बाद नई सरकार को पूर्ण बजट पेश करना था. फिलहाल अब बीजेपी-एनडीए की सरकार बन गई है तो ऐसे में पीएम मोदी के नेतृत्व में पूर्ण बजट की तैयारी कर ली गई है। उम्मीद जताई जा रही है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मोदी 3.0 सरकार के विकसित भारत पर ध्यान केंद्रित करते हुए वित्त वर्ष 2024-2025 का बजट पेश करेंगी।