राष्ट्रपति मुर्मू 26 दिसंबर से अपना 5 दिवसीय दक्षिणी प्रवास शुरू करेंगी

राष्ट्रपति मुर्मू 26 दिसंबर से अपना 5 दिवसीय दक्षिणी प्रवास शुरू करेंगी

5-day Southern Sojourn

5-day Southern Sojourn


 (अर्थ प्रकाश/बोम्मा रेड्डी)


 हैदराबाद :: 5-day Southern Sojourn: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अपने पांच दिवसीय दक्षिणी प्रवास के हिस्से के रूप में सोमवार, 26 दिसंबर को यहां पहुंची है, जिस कार्यक्रम के प्रारंभिक यात्रा में श्री शैल मल्लिकार्जुन द्वादश ज्योतिर्लिंग ओ में सबसे बड़ी महत्वपूर्ण स्थान का दर्शन करने पहुंची  हैं  यहां भगवान मल्लिकार्जुन माता भ्रम राम बिका के पूजा अर्चना अभिषेक के साथ साथ साक्षी गणपति की भी पूजा अर्चना की योजना बनाई है जिसके बाद यहां से वे हैदराबाद दक्षिण प्रवास के पांच दिवसीय कार्यक्रम में रहेंगे

राष्ट्रपति का दक्षिण प्रवास की
यह परंपरा 1950 के दशक के मध्य में भारत के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद द्वारा शुरू की गई थी।  वह 30 दिसंबर को दिल्ली के लिए रवाना होंगी।

राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू जी का प्रवास 5 दिन का कैमरा निम्नानुसार है .....


 राष्ट्रपति सोमवार को एक विशेष उड़ान से दिल्ली से बेगमपेट हवाई अड्डे पहुंची और हैदराबाद की अपनी यात्रा के दौरान बोलारम में राष्ट्रपति भवन में रुकेंगी कहा । 

 तेलंगाना की राज्यपाल डॉ तमिलिसाई साउंडराजन और मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव एयरपोर्ट पर मुर्मू का स्वागत करेंगे।

 हैदराबाद में अपने पांच दिवसीय प्रवास के दौरान, 
1 / राष्ट्रपति मुर्मू आंध्र प्रदेश के नंद्याल जिले के मंदिरों के शहर श्रीशैलम का दौरा करेंगी, जहां आंध्र प्रदेश के कैबिनेट मंत्री राजेंद्रनाथ रेड्डी एंडोमेंट मिनिस्टर  के सत्यनारायण उनकी अगवानी किया हैं।  

2 / वह मुलुगु जिले में यूनेस्को विरासत स्थल रामप्पा और तेलंगाना में भद्राचलम मंदिरों का भी दौरा करेंगी।

3 /  श्री मुर्मू जी  26 दिसंबर को हैदराबाद में सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी का दौरा करेंगी जहां वह 74वें नियमित भर्ती बैच के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी प्रशिक्षुओं के कार्यक्रम में भाग लेंगे तथा भूटान, नेपाल, मालदीव और मॉरीशस के विदेशी अधिकारियों के साथ बातचीत करेंगी।

 राष्ट्रपति मुर्मू की यात्रा के मद्देनजर, हैदराबाद पुलिस ने शहर में 26 दिसंबर से 30 दिसंबर तक कुछ मार्गों पर प्रतिबंध लगाने और यातायात में बदलाव की घोषणा भी हमेशा राष्ट्रपति दौरे में यह व्यवस्था बनाई जाती है ।

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