बैसाखी मेले में विभिन्न कलाओं एवं गीत-संगीत की प्रस्तुति ने रंग बाँधा
बैसाखी मेले में विभिन्न कलाओं एवं गीत-संगीत की प्रस्तुति ने रंग बाँधा
चंडीगढ़, 26 अप्रैल:
लोक धारा भाईचारा संगठन (फोकलोर फैरटनिटी फैडरेशन पंजाब) द्वारा बैसाखी मेला यहाँ के सैक्टर 42 की लेक में मनाया गया, जिसमें विभिन्न लोक कलाएँ प्रस्तुत की गईं। आरंभिक दौर में बच्चों द्वारा भांगड़ा-गिद्दा दिलकश अंदाज़ में प्रस्तुत किया गया। प्रीतम रूपाल द्वारा तैयार की गई कविशरी को हूबहू प्रस्तुत किया गया। लगभग दर्जन लडक़ों ने सरबंस प्रतीक सिंह के निर्देशन में लोक कलाकारों द्वारा तूम्बी, चिमटा, ढोलक, छैने, अलगोज़े, तानपूरा, ढोल, ढोलकी आदि की बाकमाल प्रस्तुति दिखाकर खूब तालियाँ बटोरीं। गायक दर्शन जोली ने लोक तत्य गाकर दर्शकों को बाँध दिया।
लखवीर लक्खी तोगा ने लोक गीत, टप्पों संग पंजाबी पहनावे में दर्शकों को खुश किया। आठ सिंहों और सिहंनियों ने सरदार गुरप्रीत सिंह के नेतृत्व में गतके के जौहर दिखाए। एक दर्जन युवतियों ने अजीत सिंह द्वारा तैयार करवाई सम्मी नाच को सिर पर मटकी लेकर नृत्य प्रस्तुत किया। प्रीतम रूपाल द्वारा तैयार मलवयी गिद्दा बाबों ने नाचकर सबका मनोरंजन किया, वास्तव में यह नृत्य गाँवों के अविवाहित व्यक्तियों द्वारा दिल खुश करने के लिए किया जाता था।
सुखदेव सिंह सुक्खे के निर्देशन में लुड्डी नाच को गुरदीप वडाला की सारंगी, राजू लुधियाना के ढोल पर 10 लड़कियों ने हाथों में रुमाल पकड़ कर छिपते पंजाब की याद को ताजा करवा दिया। मुख्य मेहमान के तौर पर एडवोकेट अनमोल रत्न सिंह सिद्धू, एम.सी. हरदीप सिंह बुटरेला, गायक ओमिन्दर उमा, और शहर के प्रमुख व्यक्ति पहुँचे।
इससे पूर्व स्थानीय निकाय भवन में सैमीनार करवाया गया, जिसमें डॉ. परविन्दर सिंह, उप कुलपति रियात बाहरा ग्रुप, नरीन्दर नीना, देविन्दर सिंह जुगनी ने संबोधन किया और बैसाखी परेड को डी.सी. मोहाली श्री अमित तलवाड़ ने झंडी दिखाइ। बीन बाजों और ढोल के नेतृत्व में परेड सैक्टर 42 चण्डीगढ़ की लेक में पहुँची। जुगनी ग्रुप द्वारा ट्रैक्टर ट्रॉली में कलाकारों ने लोक रंग दिखाकर राहगीरों को पंजाबी संस्कृति पर प्रकाश डाला। गुरमीत कुलार और अमरजीत बैनीपाल ने जुगनी प्रस्तुत कर रंग जमाया।
दविन्दर सिंह जुगनी ने पंजाब और यू.टी. के सांस्कृतिक एवं पर्यटन विभाग, नगर निगम मोहाली और चण्डीगढ़ एवं यू.टी. पुलिस के सहयोग के लिए विशेष धन्यवाद दिया।