प्रेमानंद महाराज का लोगों को जरूरी मैसेज; कहा- हमारी कहीं भी कोई ब्रांच नहीं, आश्रम में वार्तालाप और सत्संग भी फ्री, ये 7 पॉइंट्स पढ़िए
![Premanand Maharaj Message Alert To Peoples](https://www.arthparkash.com/uploads/Premanand-Maharaj-Message-A.jpg)
Premanand Maharaj Message Alert To Peoples
Premanand Maharaj: आजकल सोशल मीडिया का जमाना है। ऐसे में जालसाजों की संख्या और ज्यादा बढ़ गई है। ये ऐसे जालसाज हैं जो कि किसी नामी और चर्चित व्यक्ति के नाम पर लोगों को जाल में फंसाते हैं और उनसे पैसे ले उड़ते हैं। यहां तक कि जालसाज धार्मिक-आध्यात्मिक गतिविधियों में भी इसी तरह से सक्रिय हैं और श्रद्धालुओं को ठगने का काम कर रहे हैं। जहां यही सब देखते हुए अब वृंदावन वाले विश्वविख्यात संत प्रेमानंद जी महाराज ने लोगों को जरूरी मैसेज जारी किया है।
प्रेमानंद महाराज के इस मैसेज में श्रद्धालुओं को ठगों से सतर्क और सावधान रहने को कहा गया है। श्रद्धालुओं को 7 पॉइंट्स में सलाह जारी की गई है। जिसमें यह भी साफ-साफ बताया गया है कि, प्रेमानंद महाराज के आश्रम में आने और उनसे एकान्तिक वार्तालाप करने, उनके साथ सत्संग, कीर्तन एवं वाणी पाठ में सम्मलित होना सबकुछ बिलकुल फ्री है। यहां कोई भी पैसा नहीं लिया जाता है। वहीं यह भी कहा गया है कि, आश्रम का कहीं भी, किसी भी प्रकार का होटल-रेस्टोरेंट, ढाबा, चिकित्सालय, गुरुकुल-गौशाल, विद्यालय नहीं है।
ये 7 पॉइंट्स पढ़िए
- 1. श्री हित राधा केलि कुंज आश्रम, वृंदावन (उत्तरप्रदेश) की अन्य कहीं भी किसी भी प्रकार की कोई शाखा (Branch) नहीं है।
- 2. श्री हित राधा केलि कुंज आश्रम के द्वारा किसी भी प्रकार का भूमि / फ्लैट / प्लोट एवं भवन निर्माण आदि का विक्रय (Sale) का कार्य नहीं किया जाता है।
- 3. आश्रम का कहीं भी, किसी भी प्रकार का होटल / रेस्टोरेंट / ढाबा / यात्री विश्राम स्थल /चिकित्सालय / गुरुकुल / विद्यालय नहीं है।
- 4. आश्रम की कोई भी गौशाला नहीं है।
- 5. आश्रम की किसी प्रकार की कण्ठी-माला, छवि, पूजा-श्रृंगार सामग्री आदि की कोई भी दुकान (Online & Offline Shop) नहीं है।
- 6. आश्रम के द्वारा किसी भी प्रकार का विज्ञापन (Advertisement) नहीं किया जाता है।
- 7. आश्रम परिसर में एकान्तिक वार्तालाप, सत्संग, कीर्तन एवं वाणी पाठ में सम्मलित होना एकदम निःशुल्क (Free) है। जिसके लिए एक दिन पहले आश्रम में आकर नाम लिखवाना अनिवार्य है।
आगे कहा गया कि, पूज्य सद्गुरुदेव श्री हित प्रेमानन्द गोविंद शरण जी महाराज व श्री हित राधा केलि कुंज आश्रम का नाम जोड़कर कोई भी व्यक्ति / शिष्य परिकर / संत वेषधारी, उपरोक्त किसी भी विषय में, अगर कोई आपको भ्रमित करता है तो ऐसे व्यक्तियों से सावधान व सतर्क रहें एवं उनके झाँसे में न आयें। सही जानकारी श्री हित राधा केलि कुंज आश्रम के सेवा भवन (Office) या पूछताछ केन्द्र (Enquiry Counter) से ही प्राप्त करें। कृपया आप सभी सतर्क और सावधान रहें।
आवश्यक सूचना
राधे राधे ! श्री हरिवंश !
1. श्री हित राधा केलि कुंज आश्रम, वृंदावन (उत्तरप्रदेश) की अन्य कहीं भी किसी भी प्रकार की कोई शाखा (Branch) नहीं है।
2. श्री हित राधा केलि कुंज आश्रम के द्वारा किसी भी प्रकार का भूमि / फ्लैट / प्लोट एवं भवन निर्माण आदि का विक्रय (Sale) का… pic.twitter.com/CVx9wCuQjm
यह भी पढ़ें...
यह भी पढ़ें...
यह भी पढ़ें...
यह भी पढ़ें...