केंद्र में आना खेल नहीं... AAP के बुलंद हौंसलों पर राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर की बड़ी भविष्यवाणी, बातें कुछ ऐसी कह गए
Prashant Kishor on AAP
Prashant Kishor on AAP : दिल्ली के बाद पंजाब विधानसभा चुनाव- 2022 में बम्पर जीत हासिल कर लेने के बाद जहां आम आदमी पार्टी के हौंसले बुलंद नजर आ रहे हैं तो वहीं एक चर्चा बड़ी तेज चल रही कि अब यह पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर ऊपर उठेगी और केंद्र में अपनी जगह बनाएगी| आने वाले कुछ समय में अरविन्द केजरीवाल देश के प्रधानमंत्री होंगे| फिलहाल, क्या होगा और क्या नहीं? ये तो आने वाला समय ही तय करेगा लेकिन इस बारे में राजनीतिक दिग्गज, खासकर राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर क्या कहते हैं? उसको जान लेते हैं| दरअसल, राजनीतिक रणनीति बनाने में माहिर और मशहूर प्रशांत किशोर ने आम आदमी पार्टी को लेकर अपनी भविष्यवाणी की है| इसलिए अगर आम आदमी पार्टी यूं ही फटजट से केंद्र में आ जाने की सोच रखे हुए है तो उसके लिए प्रशांत किशोर की बातें कुछ झटके वाली हैं|
कम से कम 15 से 20 साल का वक्त लगेगा....
दरअसल, दिग्गज राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर का कहना है कि राष्ट्रीय पार्टी बनना कोई आसान नहीं है| यह सब कुछ रातों-रात में नहीं हो जाता है| अबतक कांग्रेस और भाजपा ही राष्ट्रीय पार्टी की गिनती में हैं| पर ऐसा नहीं है कि राष्ट्रीय पार्टी बना नहीं जा सकता| बिलकुल बना जा सकता है मगर इसके लिए एक लम्बा समय और संघर्ष चाहिए| कांग्रेस और भाजपा को भी राष्ट्रीय पार्टी बनने में काफी समय लगा है| वहीं, प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि किसी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का तमगा तो हासिल हो सकता है लेकिन जरुरी नहीं कि वह लोकसभा चुनाव जीत पाए| केंद्र में आ पाए| प्रशांत किशोर ने कहा कि आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी बनकर केंद्र में अपनी जगह बनाने में कम से कम 15 से 20 साल का वक्त लगेगा|
एक दो या कुछ राज्यों में जीत लेने से ....
प्रशांत किशोर ने कहा की एक दो या कुछ राज्यों में जीत लेने वाली बात अलग है| लेकिन लोकसभा चुनाव जीतना एक अलग बात है| प्रशांत किशोर ने कहा 2019 के लोकसभा चुनाव में आप को कुल 27 लाख वोट मिले थे। जबकि इस देश में किसी पार्टी की सरकार बनने के लिए या यूं कहें कि देश जीतने के लिए करीब 20 करोड़ या इससे ज्यादा वोट चाहिए। इतने वोट पाने के लिए केवल कुछ साल ही काफी नहीं होंगे। किसी भी पार्टी को यह हैसियत बनाने में समय लगता है| इसलिए आम आदमी पार्टी के लिए अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।
पीएम नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता पर किशोर ने क्या कहा?
पीएम नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता को लेकर भी प्रशांत किशोर ने अपनी बातें कहीं| प्रशांत किशोर ने कहा कि आज भी उनके समर्थक लगातार उनके पक्ष में डटे हुए हैं और कार्यकर्ता उनके लिए मेहनत कर रहे हैं। लेकिन किसी के लोकप्रिय होने का मतलब यह भी नहीं है कि वह चुनाव नहीं हार सकता है, वह चुनाव हार सकता है| बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे इसका उदाहरण हैं। इसके अलावा ताजा उदाहरण अखिलेश यादव हैं, यूपी में चुनाव प्रचार के दौरान अखिलेश यादव की जनसभाओं में खूब भीड़ जुटती थी लेकिन परिणाम उनके पक्ष में नहीं आया। उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी को बंपर वोट.....
बतादें कि, बीजेपी को 2014 और 2019 लोकसभा चुनाव में बड़े पैमाने पर लोगों का समर्थन मिला है। चुनाव आयोग के आकड़ों के अनुसार 2019 आम चुनाव की बात करें तो 300 से ज्यादा सीट जीतने वाली बीजेपी को कुल 22.90 करोड़ वोट मिले थे। वहीं कांग्रेस इस मामले में दूसरे नंबर पर रही। कांग्रेस को 2019 के आम चुनाव में करीब 12 करोड़ वोट मिले थे।