Praggnanandhaa-Carlsen 2nd game ends in draw; tiebreaker to be played tomorrow

Chess World Cup 2023: प्रगनानंद-कार्लसन की दूसरी बाजी ड्रा पर समाप्त; टाईब्रेकर कल खेला जाएगा

Praggnanandhaa Carlsen 2nd game ends in draw tiebreaker to be played tomorrow

Praggnanandhaa-Carlsen 2nd game ends in draw; tiebreaker to be played tomorrow

Chess World Cup 2023: भारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानंदाभारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानंदा (R Praggnanandhaa) और नॉर्वे के दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन (Magnus Carlsen) के बीच चेस वर्ल्ड कप का टाईब्रेकर शुरू हो गया है। और नॉर्वे के दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन (Magnus Carlsen) के बीच चेस वर्ल्ड कप का टाईब्रेकर शुरू हो गया है। कार्लसन, जिन्होंने महत्वपूर्ण फ़ाइनल से पहले खुलासा किया था कि उन्हें फ़ूड पॉइज़निंग हुई थी, बाकू में दूसरे गेम में सफ़ेद मोहरों से खेलते हुए 30 चालों के बाद ड्रा खेला गया।

टाईब्रेकर के नियम
रैपिड फॉर्मेट में दो टाईब्रेक बाजियां खेली जाएंगी। इसमें प्रत्येक खिलाड़ी को 25-25 मिनट का समय मिलेगा। प्रत्येक चाल के बाद खिलाड़ी के समय में 10 सेकंड जुड़ जाएंगे। अगर इन दो बाजियों में नतीजा नहीं निकलता है तो दो और बाजी खेली जाएगी जिसमें प्रत्येक खिलाड़ी के पास 10-10 मिनट का समय होगा और खिलाड़ी की प्रत्येक चाल के बाद उसके समय में 10 सेकंड जुड़ जाएंगे। इसमें भी फैसला नहीं हुआ तो 5-5 मिनट और आखिर में 3-3 मिनट की बाजियां खेली जाएंगीं।

Chess World Cup 2023 Final Live: R Praggnanandhaa vs Magnus Carlsen, Action  Begins

प्रगनानंंद का शानदार प्रदर्शन
इससे पहले 18 वर्षीय आर प्रगनानंद (R Praggnanandhaa) ने सेमीफाइनल में दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी फैबियानो कारूआना को हराया था और सबसे कम उम्र के भारतीय फाइनलिस्ट बन गए। फाइनल में पहुंचने वाले आखिरी भारतीय विश्वनाथन आनंद थे, जो 2000 और 2002 में दो बार के विश्व कप विजेता हैं। इस टूर्नामेंट में प्रगनानंद ने अमेरिका के दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी हिकारू नाकामूरा को भी बाहर का रास्ता दिखाया है। न्होंने 2024 में होने वाले कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में भी जगह बना ली है। ये दिग्गज खिलाड़ी बॉबी फिशर और कार्लसन के बाद कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई करने वाले तीसरे सबसे युवा खिलाड़ी हैं। अगर प्रगनानंद ने टूर्नामेंट जीत लिया, तो वे ऐसी कामयाबी हासिल करनेवाले दुनिया के सबसे युवा खिलाड़ी बन जाएंगे।

जानिए कौन हैं प्रगनानंंद?
भारत के युवा ग्रैंडमास्टर रमेशबाबू प्रगनानंद का जन्म 5 अगस्त को साल 2005 में हुआ था। इन्होंने बहुत कम उ्म्र से ही अपना टैलेंट दिखाना शुरु कर दिया। साल 2013 में इन्होंने वर्ल्ड यूथ चेस चैंपियनशिप अंडर-8 का टाइटल जीता था और सात साल की उम्र में FIDE Master और साल 2015 में उन्होंने अंडर-10 का टाइटल अपने नाम किया। 10 साल की उम्र में उन्होंने इतिहास रचते हुए सबसे युवा इंटरनेशनल मास्टर क्लास चेस प्लेयर बनने का सम्मान हासिल किया। साल 2022 में मात्र 17 साल की उम्र में वे ग्रैंडमास्टर बन गए थे।