ममता के मंत्री पार्थ की गिरफ्तारी पर सियासी टकराव, देखें ईडी ने क्या की कार्रवाई
- By Vinod --
- Saturday, 23 Jul, 2022
Political confrontation over the arrest of Mamta's minister Parth, see what action the ED took
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी कैबिनेट में कद्दावर मंत्री पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी पर सियासी घमासान शुरू हो गया है। विधानसभा में स्पीकर बिमान बनर्जी ने कहा है कि किसी भी विधायक की गिरफ्तारी की सूचना देना श्वष्ठ का कर्तव्य है। अभी तक मुझे पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी की कोई सूचना नहीं मिली है।
मंत्री पार्थ को गिरफ्तार करने के बाद कोलकाता के एक अस्पताल में श्वष्ठ ने उनका टेस्ट कराया। श्वष्ठ अब उन्हें कोलकाता ऑफिस ले जाएगी, जहां आगे की पूछताछ की जाएगी। श्वष्ठ की टीम उन्हें कोर्ट में पेश कर रिमांड की भी मांग करेगी।
इधर, उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी से भी पूछताछ जारी है। अर्पिता के घर से शुक्रवार को श्वष्ठ ने 20 करोड़ रुपए कैश बरामद किए थे। अर्पिता को अभी टीम ने हिरासत में ले रखा है।
पश्चिम बंगाल में 2014 और 2016 में शिक्षकों की भर्ती हुई थी। नियुक्ति में धांधली का आरोप लगाते हुए दो कैंडिडेट्स ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी। हाईकोर्ट ने इस मामले में सीबीआई जांच के आदेश दिए थे। कोर्ट ने इसमें मनी लॉन्ड्रिंग की आशंका जताते हुए सीबीआई जांच के आदेश दिए थे।
सीबीआई ने चटर्जी से 25 अप्रैल और 18 मई को पूछताछ की थी, क्योंकि वे 2014 से लेकर 2021 तक राज्य के शिक्षा मंत्री थे। पूछताछ के बाद सीबीआई ने इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की शिकायत दर्ज कराई। जांच एजेंसी की शिकायत के बाद मामला ईडी के हाथ में चला गया।
शुक्रवार को ईडी की कई टीमों ने एक साथ पार्थ समेत उनके करीबियों के यहां छापे मारे थे। सूत्रों के मुताबिक छापेमारी के दौरान श्वष्ठ की टीम को अर्पिता मुखर्जी के बारे में जानकारी मिली थी। इस ईडी को इस कार्रवाई में अर्पिता के घर से 20 करोड़ कैश मिले थे।
अर्पिता के घर से कैश बरामद होने के बाद शुक्रवार रात 11 बजे श्वष्ठ की एक टीम पार्थ के घर पहुंची। रातभर पूछताछ के बाद शनिवार सुबह उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद पार्थ के घर के बाहर सीआरपीएफ तैनात कर दी गई।
कोलकाता की बहला पश्चिम सीट से पांच बार के विधायक पार्थ चटर्जी ममता बनर्जी की सरकार में नंबर-2 की हैसियत रखते हैं। उनके पास वाणिज्य, उद्योग, संसदीय कार्य समेत कई मंत्रालयों का प्रभार है। चटर्जी 2011 से कैबिनेट मंत्री हैं। वे 2006 से 2011 तक बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रह चुके हैं।