Police became football in Chandigarh's entertainment show

चंडीगढ़ के एंटरटेनमेंट शो में पुलिस बनी फुटबाल, व्यवस्था बनाये रखने के नाम पर आयोजकों का ठेंगा

Police became football in Chandigarh's entertainment show

Police became football in Chandigarh's entertainment show

Police became football in Chandigarh's entertainment show- चंडीगढ़ (साजन शर्मा)I चंडीगढ़ प्रशासन शहर में हो रहे एंटरटेनमेंट आयोजनों के लिये हाईकोर्ट के आदेशों को दरकिनार कर रहा है। सिक्योरटी और व्यवस्था के साथ ट्रैफिक बनाये रखने के लिये चंडीगढ़ पुलिस को लाख पापड़ बेलने पड़ रहे हैं लेकिन इसकी ऐवज में आयोजक पुलिस प्रशासन को केवल ठेंगा दिखा रहे हैं और खुद करोड़ों कमाकर अपनी जेबें गरम कर रहे हैं। इसको लेकर पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक को पत्र लिखा गया है और आयोजकों से शो में से हुई कमाई से पुलिस को कम से कम सिक्योरटी व व्यवस्था बनाये रखने के नाम पर तो कुछ रकम मिलनी चाहिये। चंडीगढ़ पुलिस कब तक इन प्राइवेट आयोजकों के लिये इस तरह के शो करवाती रहेगी? बीते कुछ दिनों में चंडीगढ़ में दिलजीत दोसांझ, करण औजला के सेक्टर 34 में शो चुके हैं। अगले कुछ दिनों में एपी ढिल्लों और बॉलीवुड सिंगर अरिजीत सिंह का शो होने जा रहा है।

चंडीगढ़ में बीते कुछ दिनों से पंजाबी गायकों के एंटरटेनमेंट शो हो रहे हैं। इन आयोजनों में रिकार्ड भीड़ जुट रही है। इस भीड़ को संभालने के लिये चंडीगढ़ पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। सिक्योरटी अरेंजमेंट करने के लिये पुलिस को भारी संख्या में आयोजन स्थल व इसके आसपास अपने हजारों जवान तैनात करने पड़ रहे हैं। ट्रैफिक व्यवस्था न बिगड़े, इसके प्रबंध भी पुलिस को करने पड़ रहे हैं। दिलजीत दोसांझ के शो में चंडीगढ़ पुलिस के 2500 से ज्यादा जवान तैनात किये गये। एक तो पूरे शहर की कानून व्यवस्था ताक पर रखी गई और दूसरा अतिरिक्त काम पुलिस ने इन आयोजकों के एंटरटेनमेंट शो में किया।

इसकी ऐवज में आयोजकों ने पुलिस को केवल ठेंगा  दिखाया। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने दिलजीत दोसांझ के शो के दौरान कुछ शर्तें तय की थी। इन शर्तों के आधार पर शहर के बीचोंबीच सेक्टर 34 में शो तो सफलतापूर्वक हो गया लेकिन पुलिस को इतनी शानदार व्यवस्था के बाद भी केवल आलोचना मिली। केवल पुलिस के जवान ही आयोजन स्थल या आसपास तैनात किये गये बल्कि पुलिस के व्हीकल, सिक्योरटी गजट्स की भी तैनाती की गई। पुलिस ने इन इवेंट में सर्विस प्रोवाइड करने के लिये कोई बिल आयोजकों को नहीं दिया।

14 मई 2024 को हाईकोर्ट ने एक आदेश पारित किया था जिसमें स्पष्ट निर्देश थे कि पुलिस को किसी व्यक्ति, धर्म, धार्मिक संस्था, राजनीतिक पार्टियों या एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री से जुड़े कार्यक्रम में सिक्योरटी व अन्य व्यवस्था बनाये रखने के लिये जो इंतजाम करने पड़ते हैं, उसकी ऐवज में चार्जिस रिकवर करने चाहिये। यह बताना संदर्भ से बाहर नहीं होगा कि पहले चंडीगढ़ पुलिस क्रिकेट मैचों के दौरान और बैंकों को सुरक्षा प्रदान करती रही थी जिसके लिए बिल जारी किए जाते थे और वसूल किए जाते थे, हालांकि यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि मांगी गई राशि में से कुछ अभी भी ऑडिट के अनुसार वसूली योग्य है। पिछले दिनों कैग द्वारा आपत्तियाँ उठायी गयी थीं। सैकेंड इनिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष आरके गर्ग ने पंजाब के राज्यपाल व यूटी के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया को इस बारे में लिखा है और ऐसे कार्यक्रमों में पुलिस की व्यवस्था के लिये एक एसओपी बनाने या तय राशि लेने को कहा हैI