पहली मैनेजमेंट कॉमिक्स - पो-लीडर्स टीम का 'विवेक पूर्ण अचार-विचार' को बढ़ावा देना
PO-Leaders main practice WISDOM
मैनेजमेंट या प्रबंधन के कई सूत्रों में एक यह भी है कि सही निर्णय के लिए ये आवश्यक है कि हम जितना संभव हो बाएं मस्तिष्क का उपयोग करें और दाएं मस्तिष्क को ऊर्जा या मोटिवेशन के लिए ही इस्तेमाल करें। क्योंकि यदि दाएं मस्तिष्क की ऊर्जा को निर्णय लेने के लिए छोड़ दिया तो भावना प्रधान दायाँ मस्तिष्क लॉजिक के अभाव में ग़लत निर्णय ही लेगा। मोशी विशि को यही बात याद दिलाते हैं और कहते हैं कि 'विशि तुम मेरे पक्ष को बिना समझे किसी निष्कर्ष पर कैसे आ गए?' पो-लीडर्स में यथासंभव विवेक प्रधान विचार को ही मान्यता दी जाती है ना कि भावना प्रधान विचार को।
मोशी की बात सुनकर विशि के भीतर चल रहे क्रोध के ज्वालामुखी को कुछ राहत मिली और वो अपने काम में लग गए। आज ची हांडा जो कि पो-लीडर्स में क्रिएटिव हेड हैं अपने नए विद्यार्थी से खिन्न हैं और उनके इस नए विद्यार्थी का नाम अरिहंत है।अरिहंत एक बड़े घर का थोड़ा ज़िद्दी नौजवान है जिसकी उम्र तकरीबन 32-33 वर्ष है। लेकिन सबसे पहले पो-लीडर्स दल की एक अत्यंत ही होनहार, कम बोलनेवाली, अपने में खोई सी महिला से मिलिए, जिनका नाम ची हांडा है।
ची एक चीनी हैं, जिनका अधिकतर जीवन ताइवान और हांगकांग में बीता है। वो जब बड़ी हो रही थीं तो वो अकेली थीं, एक अनाथालय में। विडम्बना ये है कि उनके अपने पिता भी ताईवान में ही थे फिर भी ची को अनाथालय में रहना पड़ा। ची की माता के देहांत के बाद उनके पिता ने एक अमीर महिला के संग शादी कर ली और ची को अनाथालय में छोड़ दिया। इस महिला ने भी अपने पति से अलग होकर ची के पिता से विवाह किया था। ची को जब उनके पिता ने अनाथालय में छोड़ा तब ची बहुत छोटी थीं। जब वो वयस्क हो गईं तब एक दिन उन्होंने अपने पिता और अनाथालय के के प्रबंधक के बीच हो रही बात-चीत को एक दिन सुन लिया। उस दिन उन्हें पता चला कि उनके पिता ने उन्हें अपने से अलग कर अनाथालय में छोड़ दिया था। ची ताईवान से हांगकांग आ गईं। यहां एक दिन इनकी मुलाक़ात शिंग हांडा से एक रेस्टोरेंट में काम करने के दौरान हुई। ची यहाँ एक स्टुअर्ड की पार्ट टाइम जॉब कर रही थीं। ची हांगकांग में छोटे-मोटे मॉडलिंग के असाइनमेंट भी कर रही थीं। साथ ही वो एडवरटाइजिंग का कोर्स भी कर रही थीं।
कहानी को थोड़ा संक्षिप्त करते हैं और ये जानते हैं कि शिंग हांडा कौन हैं और इनका ची से क्या सम्बन्ध है। शिंग हांडा एक पंजाबी भारतीय नागरिक हैं और ये अवैध रूप से यूरोप जाने की कोशिश में भारत से हांगकांग तक तो पहुँच गए लेकिन इनका एजेंट हांगकांग में कहीं गायब हो गया। शिंग हांडा एक ज़िंदादिल हैंडसम नौजवान हैं। ची भी इनके दिलकश अंदाज़ पे लट्टू हो गईं। वास्तव में हांडा साहब ची की मदद से ही वापस अपने वतन लौट सके।