प्रधानमंत्री मोदी रूस के लिए रवाना; पुतिन के बुलावे पर 4 महीने के अंदर यह दूसरा रूसी दौरा, BRICS समिट में शामिल होने जा रहे
PM Narendra Modi Leaves For Russia BRICS Summit Will Be Meets Putin
PM Modi Russia Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार सुबह दिल्ली से रूस के लिए रवाना हो गए हैं। वह दो दिनों के लिए रूस दौरे पर रहेंगे और रूस की अध्यक्षता में कज़ान में आयोजित 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शिरकत करेंगे। वहीं पीएम मोदी की रूसी राष्ट्रपति पुतिन से भी मुलाक़ात होगी। राष्ट्रपति पुतिन ने पीएम मोदी को रूस आने और BRICS समिट में शामिल होने का न्योता भेजा था।
BRICS लीडर्स के साथ डिनर करेंगे
रूस पहुंचने के बाद पीएम मोदी आज देर शाम को BRICS लीडर्स के साथ डिनर में शामिल होंगे। इस दौरान ही उनकी रूसी राष्ट्रपति पुतिन से मुलाक़ात होगी। साथ ही इस दौरान उनकी कई लीडर्स के साथ अनौपचारिक बातचीत भी हो सकती है। हालांकि, ब्रिक्स सदस्य देशों के अपने समकक्ष लीडरों के साथ पीएम मोदी औपचारिक द्विपक्षीय बैठकें भी कर सकते हैं। साथ ही पीएम मोदी की चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग से भी मुलाकात हो सकती है। बताया जा रहा है कि, BRICS समिट में कुल 28 देश और 5 अंतरराष्ट्रीय संगठन हिस्सा ले रहे हैं।
23 अक्टूबर को दिल्ली लौट आएंगे पीएम मोदी
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा, "ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में संस्थापक सदस्यों के साथ-साथ नए सदस्य भी भाग लेंगे। शिखर सम्मेलन 22 अक्टूबर को शुरू होगा और पहले दिन शाम को नेताओं के लिए रात्रिभोज होगा। शिखर सम्मेलन का मुख्य दिन 23 अक्टूबर है जिसमें दो मुख्य सत्र होंगे- सुबह एक क्लोज प्लेनरी सेशन और उसके बाद दोपहर में एक ओपन प्लेनरी सेशन जो शिखर सम्मेलन के मुख्य विषय को समर्पित होगा।
समिट के बाद BRICS देशों का साझा बयान यानी कजान डिक्लेरेशन जारी होगा। विभिन्न नेताओं द्वारा कज़ान डिक्लेरेशन को अपनाने की भी उम्मीद है जो ब्रिक्स के लिए आगे का मार्ग प्रशस्त करेगी। विदेश सचिव ने बताया कि, शिखर सम्मेलन 24 अक्टूबर को समाप्त होगा लेकिन प्रधानमंत्री महत्वपूर्ण प्रतिबद्धताओं के कारण 23 अक्टूबर को नई दिल्ली लौटेंगे। इसके बाद 24 अक्टूबर को BRICS प्लस देशों के सेशन में भारतीय डेलिगेशन को विदेश मंत्री एस जयशंकर लीड करेंगे।
BRICS में भारत का बहुत महत्व
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि, प्रधानमंत्री मोदी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर 16वें BRICS शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए गए हैं। ब्रिक्स के इस संस्करण का विषय है 'न्यायपूर्ण वैश्विक विकास और सुरक्षा के लिए बहुपक्षवाद को मजबूत करना'।
विदेश सचिव ने कहा कि, भारत BRICS में बहुत महत्व रखता है और इसके योगदान ने आर्थिक विकास, सतत विकास और वैश्विक शासन सुधार जैसे क्षेत्रों में BRICS के प्रयासों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पिछले साल जोहान्सबर्ग में BRICS के पहले विस्तार के बाद यह पहला शिखर सम्मेलन हो रहा है।
रूसी सेना से लौटेंगे भारतीय नागरिक
रूसी सेना में भारतीय नागरिकों की भर्ती पर विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि इस मुद्दे को उच्चतम स्तर पर उठाया गया है। हमारी जानकारी के अनुसार लगभग 85 भारतीय नागरिक भारत लौट आए हैं। कुछ लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी और उनके शव लौटाए गए, जिस शव बरामद हुए हैं। हमारी जानकारी के अनुसार अभी भी रूसी सेना में लगभग 20 भारतीय नागरिक हैं, वे भी जल्द भारत लौट आएंगे।
पीएम मोदी का 4 महीने के अंदर यह दूसरा रूसी दौरा
पुतिन के बुलावे पर BRICS समिट में शामिल होने के लिए पीएम मोदी का 4 महीने के अंदर यह दूसरा रूसी दौरा है। यानि प्रधानमंत्री मोदी पिछले 4 महीनों में दूसरी बार रूस दौरे पर जा रहे हैं। गौरतलब है कि, इससे पहले वे 8 जुलाई को भारत-रूस शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए दो दिवसीय मॉस्को दौरे पर पहुंचे थे।
पीएम मोदी मॉस्को पहुंचने पर उनका भव्य स्वागत किया गया था। उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मॉस्को में राष्ट्रपति भवन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी। जहां राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पीएम मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया। दोनों ने एक-दूसरे को गले भी लगाया।
पीएम मोदी और पुतिन के गले लगने की चर्चा भी हो रही थी। वहीं, क्रेमलिन में पीएम मोदी के लिए प्राइवेट डिनर का आयोजन भी किया था। इसी के साथ पुतिन ने PM मोदी को अपने गोल्फ कार्ट में बिठाया। इस दौरान पुतिन खुद ड्राइव करते दिखे। इसके बाद वे उन्हें अपने अस्तबल भी ले गए।
PM मोदी को रूस का सबसे बड़ा सम्मान
इसी के साथ पीएम मोदी को रूस का सबसे बड़ा सम्मान भी दिया गया था। राष्ट्रपति पुतिन ने पीएम मोदी को देश के सबसे बड़ा सम्मान सेंट एंड्रयू द एपोस्टल की उपाधि दी गई थी। पीएम ने इस उपाधि को प्राप्त करने के बाद खुद को गौरवान्वित बताया था। बता दें कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ़रवरी, 2022 में यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद पहली बार मॉस्को पहुँचे थे। उन्होंने यूक्रेन जंग के बाद पहली बार रूस का दौरा किया था।
इससे पहले पीएम मोदी 2019 में रूस गए थे। तब वे 20वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने व्लादिवोस्तोक गए थे। हालांकि तब वे मॉस्को नहीं गए थे। मोदी 9 साल बाद मॉस्को पहुंचे थे। इससे पहले मोदी और व्लादिमिर पुतिन की आखिरी मुलाकात 2022 में उज्बेकिस्तान की राजधानी समरकंद में SCO समिट के दौरान हुई थी। पुतिन 2023 में भारत में हुए जी-20 सम्मेलन के लिए नहीं आए थे।
इससे पहले भारत-रूस के बीच आख़िरी वार्षिक समिट नई दिल्ली में छह दिसंबर 2021 को हुआ था, तब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन भारत दौरे पर थे।