NDA Govt New Ministers- केंद्र में मंत्री बनने वाले इन सांसदों को आया फोन; चाय पार्टी पर PM आवास बुलाए गए

केंद्र में मंत्री बनने वाले इन सांसदों को आया फोन; चाय पार्टी पर PM आवास बुलाए गए, हरियाणा से मनोहर लाल, MP से शिवराज चौहान भी

PM Modi Oath Ceremony NDA Govt New Ministers List News Update

PM Modi Oath Ceremony NDA Govt New Ministers List News Update

NDA Govt New Ministers: लोकसभा चुनाव-2024 के बाद आज तीसरी बार नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। शाम 7:15 बजे राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया है। जहां राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु नरेंद्र मोदी को पीएम पद की शपथ दिलाएंगी। वहीं मोदी के बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले मंत्री भी शपथ ग्रहण करेंगे। फिर एक बार पीएम मोदी के नेतृत्व में बनने जा रही बीजेपी-एनडीए गठबंधन सरकार में कौन से चेहरे मंत्री बनेंगे। इस पर सबकी नजर बनी हुई है।

हालांकि, इस गठबंधन सरकार में शामिल होने वाले संभावित मंत्रियों की एक लिस्ट सामने आई है। लिस्ट के मुताबिक, एक तरफ जहां कई पुराने चेहरे ही रिपीट किए जा रहे हैं तो वहीं कई नए चहरों को केंद्र में जगह मिलती हुई दिख रही है। इस बीच खासतौर पर अमित शाह सुर्खियों में हैं। शाह के मंत्री बनने पर लगातार सस्पेंस बना हुआ है। कहा जा रहा है कि, लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हुए बड़े नुकसान को देखते हुए नड्डा को संगठन से सरकार में लाया जा सकता है और शाह फिर से बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जा सकते हैं।

हालांकि, अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा जा सकता। वहीं अमित शाह और नड्डा के अलावा एक और बड़ा नाम चर्चा में है. वो नाम है अनुराग ठाकुर का। बताया जा रहा है कि, इस बार अनुराग ठाकुर का नाम मंत्रियों की लिस्ट में नहीं हैं। उन्हें केंद्र से हटाया जा रहा है। अनुराग ठाकुर को अब कोई और बड़ी ज़िम्मेदारी दी जा सकती है।

केंद्र में मंत्री बनने वाले सांसदों को आया फोन; PM आवास बुलाए गए

फिलहाल, शपथ ग्रहण समारोह से पहले राजधानी दिल्ली में सियासी हलचल तेज है। बीजेपी-एनडीए के नेता एक आवास से दूसरे आवास जाने में लगे हुए हैं। वहीं केंद्र में मंत्री बनने वाले सभी सांसदों को फोन पहुंचा है और उन्हें मंत्री बनने की जानकारी दी गई है साथ ही उन्हें पीएम आवास बुलाया गया। जहां शपथ ग्रहण समारोह से पहले पीएम आवास पर मोदी ने मंत्री बनने वाले सांसदों से चाय पर चर्चा की। उनके साथ काफी देर तक बैठक की। उन्हें बधाई दी। बैठक का वीडियो सामने आया है।

 

मंत्री बनने वालों में हारे हुए चेहरे भी

बताया जा रहा है कि, मंत्री बनने वालों में हारे हुए कुछ चेहरों को भी जगह मिल सकती है। ऐसे चेहरों में पंजाब कोटे से रवनीत बिट्टू नाम भी सामने आया है। रवनीत बिट्टू को दिल्ली में पीएम आवास बुलाया गया था। पंजाब से बीजेपी को कोई सीट नहीं मिली है। लेकिन दूरगामी रणनीति के तहत कैबिनेट में सिख चेहरे के तौर पर लुधियाना से चुनाव हारे रवनीत बिट्टू को एंट्री देकर मोदी चौंका सकते हैं। वहीं बिट्टू के साथ-साथ केंद्र के नए मंत्रियों में कई चौंकाने वाले चेहरे देखने को मिल सकते हैं। हालांकि, चुनाव हारने वाले चेहरों में स्मृति ईरानी और राजीव चंद्रशेखर को मात्रिमंडल में जगह नहीं दी जा रही है। वहीं निर्मला सीतारमण फिर से मंत्री बनाई जा सकती हैं। उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा है।

BJP अपने पास रखेगी ये 4 अहम मंत्रालय

चूंकि बीजेपी इस बार बहुमत का आंकड़ा नहीं जुटा पाई है, तो इसलिए सरकार गठन के लिए उसे टीडीपी और जेडीयू के साथ-साथ अन्य एनडीए सहयोगी दलों के सहारे रहना होगा और उनके सहारे ही पूरे 5 साल की सरकार चलानी होगी। ऐसे में जाहिर है कि, एनडीए सहयोगी अपनी मांगे भी रखेंगे और वह मांगे मोदी और बीजेपी को माननी पड़ सकती हैं। खासकर सरकार में टीडीपी और जेडीयू की अहम भूमिका नजर आ रही है। टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू और जेडीयू के नीतीश कुमार दोनों ही भाजपा नीत एनडीए के लिए किंगमेकर बनकर उभरे हैं।

ऐसे में दोनों को मोदी 3.0 कैबिनेट (PM Modi New Cabinet) में कौन-कौन से मंत्रालय मिलते हैं, इसे लेकर भी सियासी चर्चाएं तेज हैं। फिलहाल बीजेपी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने की वजह से यह तो पक्का है कि इस बार सरकार में बीजेपी का पहले के 2 कार्यकाल जैसा दबदबा नहीं रहने वाला है। लेकिन बहुमत से दूर होने की मजबूरी के बावजूद भी बीजेपी इस सरकार में भी गृह मंत्रालय, वित्त मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय और विदेश मंत्रालय जैसे मंत्रालय किसी भी हाल में सहयोगी दलों को देने के मूड में नहीं है। ये सभी अहम मंत्रालय बीजेपी अपने पास ही रखना चाहती है.

केंद्र में BJP के संभावित मंत्री

  • राजनाथ सिंह (उत्तर प्रदेश)
  • अमित शाह (गुजरात)
  • नितिन गडकरी (महाराष्ट्र)
  • एस जयशंकर (दिल्ली)
  • अश्विनी वैष्णव (ओड़ीशा)
  • निर्मला सीतारमण (तमिलनाडु)
  • धर्मेंद्र प्रधान (ओड़ीशा)
  • गजेंद्र सिंह शेखावत (राजस्थान)
  • हरदीप सिंह पुरी
  • भूपेन्द्र यादव (राजस्थान)
  • शिवराज सिंह चौहान (पूर्व सीएम, मध्य प्रदेश)
  • ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया (मध्य प्रदेश)
  • प्रह्लाद जोशी (कर्नाटक)
  • अर्जुन मेघवाल (राजस्थान)
  • किरण रिजिजू (अरुणाचल प्रदेश)
  • मनोहर लाल (पूर्व सीएम, हरियाणा)
  • राव इंद्रजीत (हरियाणा)
  • कृष्ण पाल गुर्जर (हरियाणा)
  • सर्वानंद सोनोवाल (असम)
  • कमलजीत सहरावत (दिल्ली)
  • हर्ष मल्होत्रा (दिल्ली)
  • रक्षा खडसे (महाराष्ट्र)
  • मनसुख मंडाविया (गुजरात)
  • जितेंद्र सिंह (जम्मू-कश्मीर)
  • नित्यानंद राय (बिहार)
  • भगीरथ चौधरी (राजस्थान)
  • जी किशन रेड्डी (तेलंगाना)
  • शांतनु ठाकुर (पश्चिम बंगाल)
  • अजय टम्टा (उत्तराखंड)
  • जितिन प्रसाद (उत्तर प्रदेश)
  • अन्नपूर्णा देवी (झारखंड)
  • बीएल वर्मा (उत्तर प्रदेश)
  • पंकज चौधरी (उत्तर प्रदेश)
  • गिरिराज सिंह (बिहार)
  • रवनीत बिट्टू (पंजाब)
  • सुरेश गोपी (केरल)

केंद्र में एनडीए दलों से संभावित मंत्री

  • जयंत चौधरी (उत्तर प्रदेश)
  • राम नाथ ठाकुर (बिहार)
  • ललन सिंह (बिहार)
  • जीतन राम मांझी (पूर्व सीएम, बिहार)
  • चिराग पासवान (बिहार)
  • एचडी कुमार स्वामी (पूर्व सीएम, कर्नाटक)
  • अनुप्रिया पटेल (उत्तर प्रदेश)
  • प्रताप राव जाधव (महाराष्ट्र)
  • राममोहन नायडू (आंध्र प्रदेश)
  • पेम्मासानी चन्द्रशेखर (आंध्र प्रदेश)


केंद्रीय कैबिनेट में ज्यादा से ज्यादा कितने मंत्री बनाए जा सकते हैं

केंद्र सरकार में कितने मंत्री बनाए जा सकते हैं, आइये इस बारे में भी जान लेते हैं। बता दें कि, लोकसभा में 543 सदस्यों की संख्या के 15 फीसदी मंत्री केंद्र में हो सकते हैं। यानी इस आधार पर प्रधानमंत्री मोदी की कैबिनेट में 81-82 मंत्री अधिकतम हो सकते हैं। इन मंत्रियों को अलग-अलग विभागों की ज़िम्मेदारी दी जाती है। जिसके बाद सभी मंत्रियों को अपने विभागों को दुरुस्त रखते हुए काम कराने होते हैं और रिपोर्ट लेनी होती है। पीएम द्वारा कभी भी किसी भी मंत्री से कामों की रिपोर्ट मांगी जा सकती है।

विपक्षी इंडिया गठबंधन भी है मजबूत

2014 और 2019 में विपक्ष भले ही मजबूत न रहा हो लेकिन इस बार विपक्षी इंडिया गठबंधन मजबूत स्थिति में है। विपक्षी गठबंधन को कुल 234 सीटों पर जीत मिली है। ऐसे में विपक्ष के पास भी बहुमत का आंकड़ा दूर तो है लेकिन ज्यादा दूर नहीं है। यानि अगर एनडीए में बड़ी टूट होती है तो फिर ऐसे में इंडिया गठबंधन की सरकार भी बन सकती है। सरकार बनाने और बहुमत के लिए 272 सीटें चाहिए। इस लोकसभा चुनाव में विपक्षी गुट इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने वाली कांग्रेस ने 328 सीटों पर चुनाव लड़ा था और उसने 99 सीटों पर जीत हासिल की है।