बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री से मिले PM मोदी; हाथ जोड़कर प्रणाम किया, अनंत-राधिका अंबानी के 'आशीर्वाद समारोह' में मुलाकात
![PM Modi met Dhirendra Shastri in Anant-Radhika Shubh Aashirwad Ceremony](https://www.arthparkash.com/uploads/PM-Modi-met-Dhirendra-Shast.jpg)
PM Modi met Dhirendra Shastri in Anant-Radhika 'Shubh Aashirwad' Ceremony
PM Modi met Dhirendra Shastri: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में मुलाकात हुई है। धीरेंद्र शास्त्री से पीएम नरेंद्र मोदी की संभवतः यह पहली मुलाकात है। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल 13 जुलाई को मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी और नव पुत्रवधु राधिका के 'शुभ आशीर्वाद' समारोह में शामिल होने के लिए मुंबई के जियो वर्ल्ड सेंटर पहुंचे थे। जहां यहीं पर धीरेंद्र शास्त्री की भी गरिमामयी उपस्थिती थी।
जहां इस दौरान पीएम मोदी, धीरेंद्र शास्त्री के पास पहुंचे और उन्हें हाथ जोड़कर प्रणाम किया। वहीं इस दौरान आसपास में कई और साधू-संतों और कथा वाचक हस्तियों की भी मौजूदगी रही। पीएम मोदी ने सबसे एक-एक कर मुलाक़ात की और उनका आशीर्वाद लिया। बता दें कि, अनंत-राधिका के आशीर्वाद समारोह में मुकेश अंबानी ने देश के कोटी-कोटी साधू-संतों और सन्यासियों को आदर सहित आमंत्रित किया था।
धीरेंद्र शास्त्री और PM मोदी में मुलाकात की तस्वीरें
मुंबई में श्री मुकेश अंबानी जी के पुत्र अनंत अंबानी के विवाह समारोह में परमपूज्य सरकार और भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की मुलाक़ात…#bageshwardhamsarkar#bageshwardham#Shrinarendramodiji@narendramodi pic.twitter.com/13a2yiNsVT
मुंबई में श्री मुकेश अंबानी जी के पुत्र अनंत अंबानी के विवाह समारोह में परमपूज्य सरकार और परम पूज्य रमेशभाई ओझा जी से मुलाक़ात…#bageshwardham#bageshwardhamsarkar#Rameshbhaiozaji pic.twitter.com/jvJpf9LJg6
मुंबई में श्री मुकेश अंबानी जी के पुत्र अनंत अंबानी के विवाह समारोह में परमपूज्य सरकार और परम पूज्य स्वामी रामदेव जी एवं आचार्य बालकृष्ण जी से मुलाक़ात…#bageshewardham#ParampujyaswamiramdevJi#bageshwardham#Acharyabalkrishna pic.twitter.com/Xameln46Bv
आज मुंबई में श्री मुकेश अंबानी जी के विशेष आग्रह पर उनके पुत्र अनंत अंबानी के विवाह समारोह में परमपूज्य सरकार ने दोनों वर वधू को आशीर्वाद दिया साथ में भारतवर्ष के माननीय प्रधानमंत्री,संतवृंद, पत्रकारिताजगत,सिनेमाजगत और राजनीति के सभी गणमान्य व्यक्तियों से मुलाक़ात की…. pic.twitter.com/Lwzmdo3u5x
पीएम मोदी ने शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का आशीर्वाद लिया
मुकेश अंबानी ने इस 'शुभ आशीर्वाद' समारोह में देश के कोटी-कोटी साधू-संतों के साथ द्वारका पीठ के शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती और ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को भी आमंत्रित किया था। इस बीच दोनों शंकराचार्य का आगमन हुआ तो मुकेश अंबानी और नीता अंबानी द्वारा उनका भव्य और पारंपरिक स्वागत किया गया। इसके बाद उन्हें गद्दी पर बैठाया गया। वहीं इस बीच जब पीएम मोदी वहां पहुंचे तो उन्होने दोनों शंकराचार्य के पास जाकर आशीर्वाद लिया।
पीएम मोदी सबसे पहले शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के पास पहुंचे और उन्हें चरण छूकर प्रणाम किया। जिसके बाद स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने भी आशीर्वाद स्वरूप पीएम मोदी को अपने गले से एक माला उतारकर पहना दी। ज्ञात रहे कि, राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने मुखर होकर सवाल उठाया था। उन्होंने कहा था कि, वैदिक और विधि अनुसार, राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा नहीं की जा रही है।
खैर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के दर्शन के बाद पीएम मोदी शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती जी के पास पहुंचे और उनसे आशीर्वाद ग्रहण किया। उन्होंने भी चुनरी पहनाकर पीएम को आशीर्वाद दिया। इसी तरह पीएम मोदी ने वहां आए अन्य साधू-संतों और सन्यासियों के दर्शन करें और उनसे आशीर्वाद लिया।
12 जुलाई को शादी के बंधन में बंधे अनंत-राधिका
बता दें कि, मार्च 2024 में गुजरात के जामनगर में मुकेश अंबानी के छोटे बेटे अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की 3 दिवसीय प्री-वेडिंग सेरेमनी आयोजित की गई थी। अनंत-राधिका की इस प्री-वेडिंग सेरेमनी में देश-दुनिया के कई नामी चेहरे हिस्सा बने थे। वहीं अब अनंत-राधिका 12 जुलाई को शादी (Anant-Radhika Wedding) के बंधन में बंध गए.
अनंत-राधिका की शादी को लेकर भी कई रस्में और समारोह अंबानी परिवार में आयोजित किए गए। वहीं प्री-वेडिंग सेरेमनी की तरह ही अनंत-राधिका की शादी में भी देश-दुनिया की कई हस्तियों ने शिरकत की। इस दौरान अगर शादी के जश्न में नाच-गाना हुआ तो साथ में अंबानी परिवार की सनातन अध्यात्मिकता, सनातन रीति-रिवाज, धर्म के प्रति उनका समर्पण, साधु संतों के प्रति उनकी निष्ठा, उनका सम्मान पूरी दुनिया ने देखा।