राम-राम... मैं भावुक हूं; PM Modi ने रामलला प्राण-प्रतिष्ठा से पहले जारी किया संदेश, आज से 11 दिन तक विशेष अनुष्ठान करेंगे
PM Modi Message on Ramlala Pran-Pratishtha in Ayodhya Dham
PM Modi Ramlala Pran-Pratishtha: अयोध्या में राम मंदिर उद्घाटन और रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों के लिए एक संदेश जारी किया है। पीएम मोदी का संदेश उनके ऑफिसियल यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया है। जिसमें पीएम मोदी मन की बात कार्यक्रम की तरह ही देशवासियों से अपनी बात कह रहे हैं। पीएम मोदी ने अपने संदेश की शुरुवात 'सियावर रामचंद्र की जय' और 'राम-राम' से की। पीएम मोदी ने अपने इस संदेश में देशवासियों को एक जानकारी भी दी। पीएम मोदी ने बताया कि, रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा से पहले वे आज से 11 दिन के लिए विशेष अनुष्ठान आरंभ करने जा रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि, इस अनुष्ठान के लिए मैं जनता-जनार्दन से आशीर्वाद का आकांक्षी हूं। मेरा सौभाग्य है कि मैं भी इस पुण्य अवसर का साक्षी बनूंगा। भगवान ने मुझे प्राण प्रतिष्ठा के दौरान, सभी भारतवासियों का प्रतिनिधित्व करने का निमित्त बनाया है।
मैं भावुक हूं, भाव विभोर हूं...
पीएम मोदी ने कहा कि, जीवन के कुछ क्षण ईश्वर के आशीर्वाद से ही यथार्थ में बदलते हैं। और आज हम सभी के लिए, दुनिया भर में फैले राम भक्तों के लिए ऐसा ही पवित्र अवसर है। हर तरफ भगवान श्री राम की भक्ति का अद्भुत वातावरण बना हुआ है। चारों दिशाएं राम नाम की धुन से गूंज रहीं हैं। राम भजन गाए जा रहे हैं और हर किसी को इंतजार है 22 जनवरी के उस ऐतिहासिक पवित्र पल का जब अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। पीएम मोदी ने कहा कि, 'अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में केवल 11 दिन ही बचे हैं। मेरा सौभाग्य है कि मैं भी इस पुण्य अवसर का साक्षी बनूंगा। ये मेरे लिए कल्पनातीत अनुभूतियों का समय है। मैं भावुक हूं, भाव विभोर हूं, मैं पहली बार जीवन में इस तरह के मनोभाव से गुजर रहा हूं, मैं एक अलग ही भाव भक्ति की अनूभूति कर रहा हूं। मैं चाहते हुए भी अपने अन्तर्मन की इस भाव यात्रा की गहनता, व्यापकता और तीव्रता को बयां नहीं कर पा रहा। मेरे अंदर की इस दशा को आप समझ सकते हैं।
प्राण-प्रतिष्ठा से पहले कठोर यम-नियम हैं
पीएम मोदी ने कहा कि जिस पल को देखने के लिए अनेकों लोगों ने संकल्पित रहे, संघर्ष करते रहे, उस पल में आज मैं उपस्थित हो रहा है, ये मेरा सौभाग्य है। भगवान ने मुझे प्राण प्रतिष्ठा के दौरान, सभी भारतवासियों का प्रतिनिधित्व करने का निमित्त बनाया है। इसे ध्यान में रखते हुए मैं आज से 11 दिन का विशेष अनुष्ठान आरंभ कर रहा हूं। मैं आप सभी जनता-जनार्दन से आशीर्वाद का आकांक्षी हूं। पीएम मोदी ने कहा कि, शास्त्रों में कहा गया है कि, हमें ईश्वर के यज्ञ के लिए, आराधना के लिए स्वयं में भी देवीय चेतना जाग्रत करनी होती है। इसके लिए शास्त्रों में कठोर वृत और नियम बताए गए हैं। प्राण प्रतिष्ठा करने से पहले जिनका पालन करता होता है। इसलिए महापुरुषों द्वारा सुझाव गए यम-नियमों के आधार पर मैं आज से 11 दिन का विशेष अनुष्ठान करने जा रहा हूं। इस पवित्र अवसर पर मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि ऋषियों, मुनियों और बलदानियों के पुण्य को स्मरण करता हूं। ताकि मन से, वचन से, कर्म से मेरे तरफ से को कमी न रहे। पीएम मोदी ने कहा मेरा ये सौभाग्य है कि मैं अपने अनुष्ठान की शुरुवात नासिक धाम पंचवटी से कर रहा हूं, जहां भगवान राम ने वनवास के दौरान काफी लंबा समय बिताया था.
हृदय के स्पंदन में 140 करोड़ भारतीय होंगे साथ
पीएम मोदी ने आगे कहा कि प्राण प्रतिष्ठा की मंगल घड़ी, चराचर सृष्टि का वो चैतन्य पल, आध्यात्मिक अनुभूति का वो अवसर... गर्भगृह में उस पल क्या कुछ नहीं होगा। शरीर के रूप में तो मैं उस पवित्र पल का साक्षी बनूंगा ही लेकिन मेरे मन में मेरे हृदय के स्पंदन में 140 करोड़ भारतीय मेरे साथ होंगे। आप मेरे साथ होंगे। हर रामभक्त मेरे साथ होगा। वो चैतन्य पल हम सबकी सांझी अनुभूति होगी।' मैं अपने साथ राम मंदिर के लिए जीवन को समर्पित करने वाले अनगिनत व्यक्तित्वों की प्रेरणा लेकर जाऊंगा। त्याग-तपस्या की वो मूर्तियां, 500 साल का धैर्य, दीर्घ धैर्य का वो काल, अनगिनत त्याग और तपस्या की घटनाएं, दानियों-बलिदानियों की गाथाएं...। कितने ही ऐसे लोग हैं जिनके नाम तक कोई नहीं जानता। मगर, उनके जीवन का एकमात्र श्रेय भव्य राम मंदिर का निर्माण ही रहा। ऐसे कई लोगों की यादें मेरे साथ में होंगी।
मुझे अपनी भावनाएं शब्दों में, लिखित में भेजिए
पीएम मोदी ने कहा कि जब 140 करोड़ देश वासी उस पल में मेरे साथ जुड़ जाएंगे और जब मैं उनकी ऊर्जा को साथ लेकर गर्भगृह में प्रवेश करूंगा। तो मुझे भी ऐसा होगा कि मैं अकेला नहीं हूं, सब लोग मेरे साथ हैं। पीएम मोदी ने कहा कि ये 11 दिन व्यक्तिगत रूप से मेरे यम नियम तो हैं हीं, लेकिन मेरे भाव विश्व में आप सब समाहित हैं। इसलिए मेरी सबसे प्रार्थना है कि वे मन से मेरे साथ जुड़े रहें। पीएम मोदी ने कहा कि रामलला के चरणों में मैं लोगों के भावों को भी उसी भाव से अर्पित करूंगा, जो भाव मेरे भीतर उमड़ रहे हैं। हम सब इस सत्य को जानते हैं कि ईश्वर निराकर है, लेकिन ईश्वर साकार रूप में भी हमारी आध्यात्मिक यात्रा को बल देते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि मेरे लोगों से प्रार्थना है कि वे शब्दों में, लिखित में अपनी भावनाएं जरूर प्रकट करें, मुझे आशीर्वाद जरूर दें। लोग अपने शब्दों को, अपने भावों को नमो एप के जरिए सीधे मुझ तक पहुंचा सकते हैं। आइये हम सब भगवान श्री राम की पावन भक्ति में डूब जायें। जय सियाराम...
भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान गर्भगृह में मौजूद रहेंगे 5 लोग
दरअसल, मंदिरों में भगवान के प्राण प्रतिष्ठा का समारोह काफी अलग प्रकार का होता है। इस दौरान कुछ ही लोगों के गर्भगृह में मौजूदगी होती है। अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान भी गर्भगृह में केवल पांच लोग रहेंगे। इस यज्ञ के यजमान के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर के गर्भगृह में उपस्थित रहेंगे। उनके अलावा यूपी की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, संघ प्रमुख मोहन भागवत, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास इस कार्यक्रम के दौरान मौजूद रहेंगे। बताया जाता है कि, भगवान राम के बालरूप रामलला की मूर्ती की आंखों पर पट्टी लगी होगी। प्राण प्रतिष्ठा के दौरान आंखों पर से पट्टी हटाई जाएगी। पट्टी हटाने के बाद मूर्ति को आइना दिखाया जाएगा। यह रस्म पीएम मोदी करेंगे। मान्यता है कि भगवान अपने नए आवास में पहले खुद का चेहरा देखते हैं। इसके बाद वे अपने धाम से भक्तों को दर्शन देते हैं। शास्त्रों के अनुसार, यह भी मान्यता है कि प्राण- प्रतिष्ठा के समय गर्भगृह का परदा बंद रहता है। इसलिए गर्भगृह का परदा बंद रखा जाएगा।