PM Modi at Chandragiri Jain Mandir| जैन मुनि विद्यासागर के चरणों में पीएम मोदी, बोले धन्य हो गया, जीवन में नई प्राण शक्ति आ गई

जैन मुनि के चरणों में PM Modi...VIDEO; विद्यासागर जी महाराज के सम्मुख शीश नवाया, फिर नीचे बैठे और सुनने लगे मुनि श्री का संदेश

PM Modi at Chandragiri Jain Mandir Take Blessings of Jain Muni Vidyasagar

PM Modi at Chandragiri Jain Mandir Receive Blessings of Jain Muni Vidyasagar

PM Modi at Chandragiri Jain Mandir: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जैन मुनि श्रेष्ठ विद्यासागर जी महाराज का आशीर्वाद लिया है। दरअसल, पीएम मोदी रविवार सुबह छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ में स्थित चंद्रगिरि जैन मंदिर पहुंचे थे। जहां उन्होने पूजा-अर्चना की और साथ ही यहां प्रवास कर रहे जैन मुनि श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के चरण-कमलों में अपना शीश नवाया। वहीं पीएम मोदी मुनि श्री के चरणों के समीप कुछ देर तक बैठे और उनके साथ विभिन्न विषयों पर अहम चर्चा की और आध्यात्मिक संदेश और मार्गदर्शन प्राप्त किया। बता दें कि, पीएम मोदी की जैन मुनि श्रेष्ठ विद्यासागर जी महाराज में अपार श्रद्धा रही है। वह मुनि श्रेष्ठ विद्यासागर जी को देव तुल्य मानते हैं और उनके आशीर्वाद के लिए हमेशा ही ललाइयत रहते हैं। बताया जाता है कि, पीएम मोदी ने आज दूसरी बार मुनि श्री के दर्शन किए हैं। इससे पहले वह 2016 में मुनि श्री के भोपाल चातुर्मास के दौरान उनका आशीर्वाद लेने आए थे।

 

मैं नई ऊर्जा लेकर जा रहा हूं...

पीएम मोदी जैन मुनि श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के दर्शन से बेहद उत्साहित हैं और अपने आप को धन्य महसूस कर रहे हैं। पीएम मोदी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर मुनि श्री के साथ कुछ तस्वीरें भी शेयर की हैं और लिखा है- छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ में चंद्रगिरि जैन मंदिर में आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज जी का आशीर्वाद प्राप्त करके धन्य महसूस कर रहा हूँ। वहीं पीएम मोदी ने डोंगरगढ़ में अपने भाषण के दौरान कहा कि, मैं यहां आकर एक नई ऊर्जा लेकर जा रहा हूं, मेरा आज का दिन बहुत ही पवित्र रहा है।

पीएम ने कहा कि जिनके प्रति मेरी अपार श्रद्धा है उन देव तुल्य और परम पूज्य जैन मुनि श्रेष्ठ विद्यासागर जी महाराज के चरणों में मुझे बैठने का मौका मिला। उनसे आशीर्वाद लेकर और उनके विचारों को सुनकर मन बहुत प्रभावित है। पीएम मोदी ने कहा कि, मुनि श्री के विचारों में द्या और कल्याण की भावना निहित है, उनके विचार जीवन के सिद्धांतों को ईश्वरीय शक्ति से जोड़ते हैं। पीएम ने कहा कि, आज के दिन की शुरुवात मेरे लिए नई प्राण शक्ति बन गई है।

PM Modi at Chandragiri Jain Mandir Receive Blessings of Jain Muni Vidyasagar
PM Modi at Chandragiri Jain Mandir Receive Blessings of Jain Muni Vidyasagar
PM Modi at Chandragiri Jain Mandir Receive Blessings of Jain Muni Vidyasagar
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त्याग और तप की मूरत हैं मुनि श्री विद्यासागर

बताया जाता है कि, मुनि श्री विद्यासागर जी का जन्म 10 अक्टूबर 1946 को कर्नाटक के बेलग्राम जिले के सदला ग्राम में हुआ था। उन्होने मात्र 22 वर्ष की उम्र में ही सांसरिक मोह-माया से अपने मन को हटा लिया था और सब कुछ त्याग कर ईश्वरीय पथ पर अग्रसर हो गए थे। बताते हैं कि, दीक्षा लेने के बाद से ही मुनि श्री दिन में केवल एक वक्त भोजन-पानी लेते हैं। उनके भोजन में शक्कर-नमक की तनिक भी मात्रा नहीं होती है। भोजन में रोटी, चावल और सब्जी शामिल होती है। मुनि श्री अपनी अंजुल (दोनों हथेलियों को मिलाने से बना हुआ गड्‌ढा) से भोजन ग्रहण करते हैं।

इस सबके बावजूद भी मुनि श्री मानसिक और शारीरिक रूप से पूरी तरह फिट हैं। मुनि श्री की उम्र 75 साल से ऊपर है। वह रोजाना जमीन पर सोते हैं। वहीं मुनि श्री विद्यासागरजी का देशभर में प्रवास पर रहते हैं। प्रवास के दौरान मुनि श्री हजारों किमी की यात्रा नंगे पाव पैदल कर चुके हैं। विद्यासागरजी की दिनचर्या रोजाना सुबह 3 बजे से शुरू हो जाती है जिसमें पूजा-पाठ, शिष्यों को शिक्षा और इसके साथ ही उनके आध्यात्मिक कार्यक्रम होते हैं। मुनि श्री के देश-विदेश में रहने वाले हजारों शिष्य हैं। वहीं विद्यासागरजी के संदेश को देशभर में फैलाने के लिए कई शिष्य लगातार काम करते रहते हैं।

रिपोर्ट- कवि हदय विकर्ष शास्त्री