G20 समिट में भाग लेने के लिए ब्राजील पहुंचे PM मोदी, हुआ जोरदार स्वागत

G20 समिट में भाग लेने के लिए ब्राजील पहुंचे PM मोदी, हुआ जोरदार स्वागत

PM Modi In Brazil

PM Modi In Brazil

रियो डी जेनेरियो: PM Modi In Brazil: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-20 नेताओं के 19वें शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए सोमवार को ब्राजील के रियो डी जेनेरियो पहुंचे. यहां उनका जोरदार स्वागत किया गया. पीएम मोदी के आगमन पर भारतीय समुदाय में जोश और उत्साह देखा गया.

ब्राजील में पीएम मोदी के स्वागत के दौरान भारतीय राजदूत सुरेश रेड्डी मौजूद रहे. एक्स पर एक पोस्ट में प्रधानमंत्री मोदी ने शिखर सम्मेलन में विचार-विमर्श और विश्व नेताओं के साथ बातचीत में भाग लेने की अपनी आशा व्यक्त की.

पीएम मोदी ने कहा, 'जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में पहुंचा हूं. जी-20 शिखर सम्मेलन में सार्थक विचार-विमर्श की प्रतीक्षा कर रहा हूं.'

पीएम मोदी ने एयरपोर्ट पर अपने स्वागत की तस्वीरें भी साझा की. प्रधानमंत्री का स्वागत करने के लिए प्रवासी भारतीय समुदाय में उत्साह देखा गया. उन्हें भारतीय झंडे और प्रधानमंत्री की तस्वीरें लहराते देखा गया. प्रधानमंत्री मोदी के आगमन से पहले एएनआई से बात करते हुए प्रवासी समुदाय के एक सदस्य ने कहा, 'हम इस पल का इंतजार कर रहे थे. विश्व के बड़े लोकतंत्रों में से एक के नेता से मिलने की इच्छा है. एक अन्य सदस्य ने कहा कि पीएम मोदी से मिलना सम्मान की बात है.

पीएम मोदी नाइजीरिया की अपनी पहली यात्रा पूरी करने के बाद ब्राजील पहुंचे हैं. इससे पहले उन्होंने नाइजीरिया के राष्ट्रपति बोला अहमद टीनूबू के साथ सार्थक बातचीत की. इस दौरान रक्षा, प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में अपनी साझेदारी को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया गया.

दोनों नेताओं ने वैश्विक दक्षिण के विकास को लेकर मिलकर काम करने पर भी सहमति जताई. इसके अलावा भारत ने घोषणा की कि वह नाइजीरिया के बाढ़ राहत प्रयासों का समर्थन करने के लिए 20 टन मानवीय सहायता भेजेगा.

ब्राजील से वैश्विक दक्षिण प्राथमिकताओं पर ध्यान केंद्रित करने, प्रमुख मुद्दों पर निरंतरता और प्रगति सुनिश्चित करने की अपेक्षा की जाती है. पीएम मोदी ने पहले कहा था कि पिछले साल जी-20 शिखर सम्मेलन में भारत की सफल अध्यक्षता के बाद, ब्राजील से वैश्विक दक्षिण की प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाने के प्रयासों को जारी रखने की अपेक्षा की जाती है.