प्लान मनोरंजन का, रिक्रूट करता था सागर... ललित झा ने खोली संसद बवाल कांड की साजिश की परतें
Parliament Security Breach
नई दिल्ली। Parliament Security Breach: संसद की सुरक्षा में सेंध के मामले में आरोपित नीलम को दिल्ली हाई कोर्ट से झटका लगा है। शुक्रवार को हाई कोर्ट ने निचली अदालत के उस आदेश पर रोक लगा दी है, जिसमें पुलिस को नीलम को प्राथमिकी की प्रति उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया था। न्यायमूर्ति स्वर्ण कांता शर्मा ने निचली अदालत के 21 दिसंबर के आदेश को चुनौती देने वाली दिल्ली पुलिस की याचिका पर आरोपित नीलम देवी को नोटिस जारी किया है। अगली सुनवाई चार जनवरी को होगी। सुनवाई के दौरान पुलिस ने तर्क दिया कि संवेदनशील मामलों में आरोपित को आयुक्त से संपर्क करना होगा जो प्राथमिकी की एक प्रति उपलब्ध करने के लिए आवेदन पर निर्णय लेने के लिए एक समिति का गठित करेंगे।
नीलम के लिए निर्देश
कमेटी अगर आवेदन को अस्वीकार करती है तो आरोपित अदालत का रुख कर सकते हैं। पुलिस ने कहा कि निचली अदालत ने पुलिस को आरोपित को प्राथमिकी की प्रति उपलब्ध कराने का निर्देश देकर गलती की। मामले में आरोपित नीलम के आवेदन पर निचली अदालत ने जांच अधिकारी (आइओ) को प्राथमिकी की एक प्रति उसके अधिवक्ता को सौंपने का निर्देश दिया था।
ललित झा खोलेगा राज
ललित झा की पुलिस हिरासत पांच जनवरी तक बढ़ीइस मामले में मुख्य आरोपित ललित झा की पुलिस हिरासत पांच जनवरी तक बढ़ा दी गई है। रिमांड पूरी होने पर पुलिस ने झा को पटियाला हाउस कोर्ट की विशेष न्यायाधीश हरदीप कौर के समक्ष पेश किया। पुलिस ने झा की 15 दिन की पुलिस रिमांड की मांग करते हुए कहा कि झा घटना का मास्टरमाइंड था और साजिश उजागर करने के लिए उससे पूछताछ की जरूरत है।
नीलम के समर्थन में आंदोलन की नहीं बनी योजना
हरियाणा के जींद के घसो खुर्द गांव निवासी नीलम देवी के समर्थन में संयुक्त किसान मोर्चा ने दिल्ली में बैठक की, जिसमें आंदोलन की योजना नहीं बनी। चर्चा है कि इस मुद्दे पर स्थानीय किसान संगठन जल्द बैठक करेंगे। दरअसल, 13 दिसंबर को नीलम की गिरफ्तारी के बाद किसान नेता आजाद पालवां ने गांव पहुंच कर उसका समर्थन किया था। आजाद पालवां ने बताया कि दिल्ली में हुई बैठक में नीलम को लेकर चर्चा की गई। अब स्थानीय स्तर पर बैठक कर योजना बनाई जाएगी।
नीलम के वकील को मिलने की मिली अनुमति
नीलम के भाई रामनिवास ने बताया कि अदालत में लगाई गई याचिका में उसके वकील को नीलम से मिलने की अनुमति मिली है। अभी तक स्वजन को मिलने की अनुमति नहीं मिली है।
मनोरंजन हो सकता है मास्टरमाइंड : पुलिस
पुलिस की स्पेशल सेल को संदेह है कि गिरफ्तार आरोपितों में मनोरंजन डी पूरी साजिश का मास्टरमाइंड है। पुलिस के अनुसार, ललित झा ने पूछताछ में बताया है कि मनोरंजन ने ही अन्य सदस्यों को कुछ बड़ा करने के लिए प्रेरित किया था और संसद की सुरक्षा में सेंध की साजिश रची। उसने एक साल पहले मैसूर के लिए उन्हें और अन्य लोगों को व्हाट्सएप पर टिकट भेजा था। मैसूर निवासी मनोरंजन ने सामाजिक कार्यों में शामिल होने के लिए इंजीनियरिंग छोड़ दी थी। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि डाक्टरों ने शुक्रवार को सभी छह आरोपितों का मनोविश्लेषण परीक्षण शुरू कर दिया। आरोपितों को एक फोरेंसिक लैब ले जाया गया जहां उनका परीक्षण हुआ।
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