डेढ़ घंटे नोचता रहा था पिटबुल, पड़ोसियों ने बताया आंखों देखा हाल
डेढ़ घंटे नोचता रहा था पिटबुल, पड़ोसियों ने बताया आंखों देखा हाल
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पिटबुल के हमले में महिला की मौत के बाद नगर निगम प्रशासन ने एडवाइजरी जारी की है. लखनऊ नगर निगम ने डॉग की खतरनाक ब्रीड जैसे अमेरिकन फुटबॉल, रॉटविलर, साइबेरियन हस्की, डाबरमैन, पिक्चर बॉक्सर, पिटबुल को पालने से बचने का अपील की है. साथ ही लाइसेंस न लेने पर जुर्माना लगाने का ऐलान किया.
फिलहाल, बंगाली टोला की 80 वर्षीय सुशीला त्रिपाठी पर पिटबुल ने मंगलवार सुबह हमला किया था, जिसमें उनकी दर्दनाक मौत हो गई थी. इस मामले में नगर निगम ने डॉग लाइसेंस की छानबीन शुरू की है, जिसमें अभी तक लाइसेंस नहीं मिल पाया है. ऐसे में पिटबुल को जब्त करने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
डॉग पालने को लेकर नगर निगम की एडवाइजरी
लखनऊ नगर निगम के आयुक्त इंद्रजीत ने एक एडवाइजरी जारी की है. उन्होंने खतरनाक डॉग ब्रीड को पालने से बचने की अपील की है और फ्रेंडली छोटी ब्रीड पालने की सलाह दी. आयुक्त इंद्रजीत ने कहा कि कुत्ते के स्वभाव पर ध्यान रखना, अगर कोई बदलाव दिखे तो तुरंत पशु चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए.
लखनऊ नगर निगम के आयुक्त इंद्रजीत ने कहा कि प्रशिक्षित कुत्तों को पालना चाहिए, उनके खानपान की पूरी व्यवस्था की जानी चाहिए, खाते समय छेड़खानी न करें और मांसाहार भोजन देने से बचना चाहिए. लखनऊ नगर निगम ने डॉग लाइसेंस न लेने वालों पर 5000 रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान रखा है.
कैसे ले सकते हैं डॉग लाइसेंस?
इस बीच वेटरनरी डॉक्टर अभिनव वर्मा के मुताबिक, लखनऊ में लाइसेंस लेने के लिए नगर निगम में काउंटर ओपन किया गया है, जिसमें वैक्सीनेशंस करवाने के बाद एक चार्ज देना पड़ता है, इसके बाद लाइसेंस मिल जाता है. लखनऊ में अभी तक 4824 डॉग लाइसेंस दिए गए हैं, जिससे 17 लाख रुपये का रिवेन्यू आया है.
लखनऊ नगर निगम ने अभी तक 2370 विदेशी बड़ी ब्रीड के डॉग को लाइसेंस दिया है, जिसमें लैब्राडोर 603, जर्मन शेफर्ड 518, गोल्डन रॉटविलर 347, रॉटविलर 178, पिटबुल 23 ,बोवर-हस्की साइबेरियन-डाबरमैन जैसे की तादात 700 के करीब है, जबकि देशी ब्रांड में 1126 डॉग का रजिस्ट्रेशन किया गया है.