चन्नी द्वारा पंजाब में पेट्रो. पदार्थों की कीमतों को क्षेत्र में सबसे ज्यादा रखना निंदनीय: शिरोमणी अकाली दल

चन्नी द्वारा पंजाब में पेट्रो. पदार्थों की कीमतों को क्षेत्र में सबसे ज्यादा रखना निंदनीय: शिरोमणी अकाली दल

चन्नी द्वारा पंजाब में पेट्रो. पदार्थों की कीमतों को क्षेत्र में सबसे ज्यादा रखना निंदनीय: शिरोमणी अकाली दल

चन्नी द्वारा पंजाब में पेट्रो. पदार्थों की कीमतों को क्षेत्र में सबसे ज्यादा रखना निंदनीय: शिरोमणी अ

अकाली दबाव के बावजूद पंजाब में पेट्रोल, डीजल अभी भी चंडीगढ़ , हिमाचल और जम्मू से महंगा: सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया

 

डीजल की कीमतों में मामूली कमी से किसानों, परिवहन और उद्योग पर गहरा असर पड़ेगा और मंहगाई बढ़ेगी

 

चंडीगढ़/07नंवबर: शिरोमणी अकाली दल ने आज पंजाब सरकार की निंदा की कि डीजल की कीमतों में केवल नाम पांच रूपये प्रति लीटर की कमी करने के फैसले से ‘‘ किसान विरोधी, उद्योगपत्ति विरोधी और परिवहन विरोधी’’ के पूर्वाग्रह को दिखाता है। पार्टी ने मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी की निंदा करते हुए कहा कि उन्होने गरीब और मध्यम वर्ग के उपभोक्ताओं के प्रति अपनी ‘‘ असंवेदनशीलता’’ दिखाई है।

‘‘ कल अकाली दल के भारी विरोध को देखने के बाद कांग्रेस सरकार को इस कटौती की घोषणा करने पर मजबूर किया गया। लेकिन पेट्रो. पदार्थों की कीमतों में नाममात्र कमी के कारण चंडीगढ़, हिमाचल और जम्मू, पंजाब से सटे राज्यों की तुलना में पंजाब में पेट्रोल और डीजल अभी भी सबसे मंहगा है। मुख्यमंत्री चरनजीत चन्नी एक झूठ के आधार पर अपनी पीठ थपथपा रहे हैं, कि पंजाब में डीजल और पेट्रोल की कीमतें देश में सबसे कम हैं। उन्होने कहा कि सरकार के तथाकथित ‘‘बोनांजा’’ के बावजूद पंजाब में डीजल की कीमत 84.80 रूपये होगी, जबकि हिमाचल प्रदेश में 78.75 रूपये , चंडीगढ़ में 80.89 रूपये और जम्मू में क्रमशः 80.31 रूपये है।

सरदार मजीठिया ने कहा कि पंजाब में पेट्रोल अभी भी 101.16 रूपये सबसे मंहगा है, जबकि हिमाचल में यह 93.79 रूपये, चंडीगढ़ में 94.21 रूपये और जम्मू में 95.29 रूपये में बिकता है।

सरदार मजीठिया ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने पिछले साढ़े चार साल में अकेले पेट्रो. पदार्थों की कीमतों पर वैट लगाकर लगभग 40 हजार रूपये का बोझ डाला, लेकिन जब वे कीमतों को कम करने के लिए अकाली दल के आगे झूके तक भी उन्होने कंजूसी से ही काम किया, क्योंकि अभी भी तीन मुख्य पड़ोसी राज्यों में सबसे अधिक है। उन्होने कहा कि लगभग पिछले सालोें में पंजाब एकमात्र ऐसा राज्य है जिसने केंद्र द्वारा कटौती की तुलना में पेट्रो पदार्थों में कमी नही ,यह कमी आखिरी बार 2018 में की गई थी।

यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए सरदार मजीठिया ने कहा कि विपक्ष के भारी दबाव के बावजूद ईंधन की कीमतों में मामूली कमी करने  से किसानों, उद्योगपत्तियों और परिवहन विरोधी सरकार का पता चलता है, जो डीजल की खपत का 90 फीसदी से अधिक हिस्सा लेते हैं। ये क्षेत्र लगभग पूरी तरह से डीजल पर निर्भर हैं।

सरदार मजीठिया ने कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा पंजाब में पेट्रोल और डीजल की कीमतों को कम से कम अपने प्रमुख राज्यों के बराबर लाने से इंकार करने का यह मतलब होगा कि राज्य में मुद्रास्फीति सबसे अधिक रहेगी, क्योंकि आवश्यक वस्तुओं की कीमतें परिवहन क्षेत्र  पेट्रो. पदार्थों की कीमतों पर पूरी तरह निर्भर है। ‘‘ एक तरफ राहुल गांधी मुद्रास्फीति के खिलाफ चीख चिल्ला रहे हैं, जबकि दूसरी तरफ उनकी ही पार्टी की सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि पेट्रोल और डीजल के साथ इस क्षेत्र में मुद्रास्फीति ज्यादा बनी रहें।