राम रहीम की पैरोल के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका, देखें क्यों हो रही वापस जेल भेजने की मांग
- By Vinod --
- Tuesday, 01 Nov, 2022
Petition in High Court against Ram Rahim's parole
Petition in High Court against Ram Rahim's parole- साध्वी यौन शोषण और हत्या के केस में सजा काट रहे राम रहीम की पैरोल का मामला हाईकोर्ट पहुंच गया है। (Punjab & Haryana High Court) पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट एचसी अरोड़ा ने पैरोल के खिलाफ याचिका दायर की है। उन्होंने कहा कि राम रहीम की पैरोल के दौरान हरियाणा सरकार नियमों की अनदेखी कर रही है। वहीं, हरियाणा सरकार ने राम रहीम की पैरोल पर पंजाब से भी राय नहीं ली। उन्होंने पैरोल रद कर राम रहीम को वापस जेल भेजने की मांग की है।
बता दें कि (Dera Mukhi Ram Rahim) डेरा मुखी राम रहीम हाल ही में 40 दिन की पैरोल पर रोहतक की सुनारिया जेल से बाहर आया है। वह उत्तर प्रदेश के बागपत स्थित बरनावा आश्रम से ऑनलाइन सत्संग कर रहा है। राम रहीम के दिवाली मनाने और गीत जारी करने के बाद पैरोल पर बवाल मचा हुआ है।
एडवोकेट एचसी अरोड़ा ने याचिका में कहा कि नियमों के अनुसार (Parol) पैरोल पाने वाला व्यक्ति जहां रुकता है, वहां के जिलाधिकारी से राय ली जाती है, लेकिन राम रहीम के मामले में इस नियम की अनदेखी की गई। याचिका में कहा गया है कि राम रहीम पंजाब को सीधे-सीधे प्रभावित करता है। इसलिए पैरोल देने से पहले हरियाणा सरकार को पंजाब सरकार की राय जरूर लेनी चाहिए थी।
एडवोकेट एचसी अरोड़ा ने यह भी कहा कि राम रहीम की पैरोल से शांति भंग होने का खतरा है। ऑनलाइन सत्संग की वजह से पंजाब में माहौल बिगड़ सकता है। कल ही बठिंडा में डेरा सलाबतपुरा में प्रदर्शन हुआ। ऐसे में राम रहीम की पैरोल पर सुरक्षा का आकलन पंजाब से भी किया जाना चाहिए था।
एडवोकेट अरोड़ा ने कहा कि पैरोल मिलने के दौरान कुछ शर्तें रखी जाती हैं। लोकल पुलिस को पैरोल पाने वाले पर नजर रखने की हिदायत दी जाती है। मोबाइल व अन्य संचार के माध्यम के प्रयोग पर भी रोक की शर्त रखी जाती है। राम रहीम के मामले में ऐसा नहीं है। वह इंटरनेट पर गाने गा रहा है। इन नियमों का हवाला देते हुए याचिका में पैरोल रद करने की मांग की गई है।
राम रहीम ने जेल से बाहर आते ही ऑनलाइन सत्संग शुरू कर दिया। इसमें भाजपा नेता पहुंचने लगे। सबसे पहले करनाल की मेयर रेणू बाला पहुंची। फिर हरियाणा के (Deputy Speaker) डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा और हिसार मेयर गौतम सरदाना की पत्नी भी आशीर्वाद लेने शामिल हुई। यही नहीं, हिमाचल प्रदेश में बीजेपी सरकार के परिवहन मंत्री बिक्रम ठाकुर भी ऑनलाइन सत्संग में शामिल हुए।
जिसके बाद चर्चा होने लगी कि राम रहीम को हरियाणा में आदमपुर उपचुनाव व पंचायत चुनाव और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव की वजह से तो बाहर नहीं लाया गया। हालांकि सीएम मनोहर लाल खट्टर ने इसे नियमों के मुताबिक बता पल्ला झाड़ लिया।