Payment of Rs 10,000 crore of minimum support price into the bank accounts of farmers

किसानों के बैंक खातों में न्यूनतम समर्थन मूल्य के 10,000 करोड़ रुपए की अदायगी की: लाल चंद कटारूचक्क  

Payment of Rs 10,000 crore of minimum support price into the bank accounts of farmers

Payment of Rs 10,000 crore of minimum support price into the bank accounts of farmers

Payment of Rs 10,000 crore of minimum support price into the bank accounts of farmers- चंडीगढ़I राज्य की मंडियों में धान की आमद अभी शिखरों पर नहीं पहुँची, फिर भी न्यूनतम समर्थन मूल्य के 10,182.23 करोड़ रुपए की अदायगी सीधे तौर पर 2.75 लाख किसानों के खातों में की जा चुकी है।  

इस सम्बन्धी जानकारी देते हुए आज यहाँ खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री लाल चंद कटारूचक्क ने बताया कि राज्य के 17 जिलों में न्यूनतम समर्थन मूल्य के बकाए की 100 प्रतिशत से अधिक की अदायगी की जा चुकी है, जोकि नियमों के अनुसार खरीद के 48 घंटों के अंदर की जानी है। उन्होंने आगे बताया कि 3 जिलों में 95 प्रतिशत से अधिक की अदायगी की जा चुकी है और बाकी 3 जिलों में भी 85 प्रतिशत से अधिक बकाए की अदायगी की गई है। 48 घंटों के नियमों के अनुसार मानसा जि़ला 125 प्रतिशत अदायगी के साथ शिखर पर है।  

उन्होंने आगे बताया कि 24 अक्तूबर को दशहरा होने के बावजूद भी राज्य भर की मंडियों में एक ही दिन में धान की 1 करोड़ 20 लाख बोरियों की लिफ्टिंग की गई।  

मंत्री ने आगे कहा कि राज्य की मंडियों में अब तक एक दिन में लगभग 5.3 लाख मीट्रिक टन धान की आमद हो रही है और लगभग सारे धान की फ़सल उसी दिन के अंत तक खरीद लिया जाता है। 24 अक्तूबर तक राज्य भर में केवल दो लाख मीट्रिक टन से भी कम धान की खरीद नहीं हुई है, जिससे स्पष्ट होता है कि राज्य की ज़्यादातर मंडियों में धान की आमद वाले दिन ही धान की सफ़ाई और खरीद की जा रही है।  

उन्होंने यह भी बताया कि 24 अक्तूबर तक मंडियों में 55.88 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान की आमद हुई, जिसमें से 53.95 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि राज्य भर में बारदाना, मंडी लेबर और ढुलाई के सभी प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने किसानों द्वारा अपने ख़ून-पसीने और मेहनत से पैदा किए एक-एक दाने को खरीदने सम्बन्धी राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया।