ध्यान दे ज़रा ! इन लोगों बिलकुल भी नहीं पीना चाहिए नींबू पानी, जानिए क्यों?
- By Sheena --
- Thursday, 04 May, 2023
Pay attention people should not drink much lemonade know the reason here
Avoid Lemon Juice : नींबू पानी पीना सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है और गर्मियों में तो इसका सेवन ज्यादा किया जाता है और बड़े-बूढ़े और बच्चे भी इसे ख़ुशी से पीते है। नींबू के अनेको फायदे है जैसे अगर किसी का जी मिचलाए तो नींबू चाट लें, इससे काफी फर्क पड़ता है। इसके अलावा आपने देखा होगा कि होटलों में गुनगुने पानी में नींबू काटकर रखा जाता है। इससे हाथ धोने इन्फेक्शन का खतरा नहीं रहता। तो नींबू के कई गुण होते हैं जिसे हम आप इस्तेमाल करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि नींबू का रस पीने से सेहत भी खराब हो सकती है। यहां तक की स्किन पर प्रभाव पड़ता है। चलिए आइए आपको बताते है क्यों होता है ऐसा....
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जिनेक गाला खराब रहता है नींबू पानी न पीए
कच्चा नींबू खट्टा होता है। इससे वात और कफ में कमी आती है लेकिन पित्त बढ़ जाता है। आयुर्वेद के अनुसार, अगर पित्त से जुड़ी कोई गड़बड़ी हो तो नींबू की शिकंजी नहीं पीनी चाहिए। ENT स्पेशलिस्ट डॉ. शाहीन जफर बताते हैं कि गले में तकलीफ रहने पर नींबू का रस नुकसान पहुंचाता है। नींबू में सिट्रिक एसिड होता है। ऐसे में इसका रस पीने पर गले की परेशानी और बढ़ जाती है। गले के भीतर सूजन और घाव होने की आशंका रहती है।
नींबू का रस लगाने से स्किन में इरिटेशन
स्किन ग्लो के लिए नींबू के रस का इस्तेमाल किया जाता है। नींबू के छिलके को भी पीसकर लगाया जाता है। लेकिन आमतौर पर लोग इसके नुकसान के बारे में नहीं जानते। आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. डिंपल बताती हैं कि स्किन पर नींबू रगड़ने से हमारी स्किन सूरज की रोशनी के प्रति सेंसेटिव हो जाती है। इससे सनबर्न होने का खतरा बढ़ जाता है। स्किन पर रैशेज आना, घाव बनना, स्किन ड्राई होना जैसी परेशानी होने लगती है। अगर काफी समय से स्किन पर नींबू का रस लगाया जाता है तो स्किन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। दिल्ली स्थित डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. सुमित गुप्ता बताते हैं कि स्किन का pH 4.5 से 5.5 होता है जो कि मामूली रूप से एसिडिक होता है। वहीं नींबू के रस का pH 2 से 3 के बीच होता है जो कि बहुत अधिक एसिडिक है। नींबू का रस स्किन पर लगाते हैं तो इससे स्किन का नेचुरल pH बदल जाता है। स्किन सेल्स कमजोर पड़ते हैं। स्किन डिहाइड्रेट होने लगती है, पपड़ीदार बन जाती है।
एक्जिमा और सोरायसिस में हो सकता है खतरनाक
एक्जिमा और सोरायसिस स्किन से जुड़ी गंभीर बीमारियां हैं। आयुर्वेद में इन्हें पित्त से जुड़ा स्किन डिसऑर्डर बताया गया है। डॉ. डिंपल बताती हैं कि नींबू में ऐसे एसिड्स होते हैं जो स्किन इरीटेशन बढ़ा देते हैं। इसलिए एक्जिमा और सोरायसिस में इनका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
डॉर्क स्पॉट को कम करने के लिए इस्तेमाल न करें
ल्यूकोडर्मा यानी सफेद दाग तब होता है जब स्किन के किसी हिस्से में मेलानीन खत्म हो जाता है। मेलानीन ही वह चीज है जिससे स्किन को उसका नेचुरल कलर मिलता है। कुछ लोग चेहरे पर आए डॉर्क स्पॉट को हटाने के लिए नींबू का रस लगाते हैं। जबकि इसका असर उल्टा होता है। नींबू लगाने से उस जगह पर ल्यूकोडर्मा हो सकता है।
अधिक मात्रा में नींबू पानी भी नुकसान करता है
बदहजमी में नींबू पानी पीने से तत्काल राहत मिलती है। कई बार लोग 2-3 नींबू निचोड़ कर पानी में मिलाकर पी जाते हैं। लेकिन ऐसा करने से पेट में और एसिड बनता है। उन्हें आराम नहीं मिलता बल्कि मतली और उल्टी की शिकायतें मिलती हैं। जिन्हें पेट की बीमारियां हैं उनकी परेशानी और बढ़ जाती है।