पवन कल्याण की लड़ाई केवल गठबंधनों के लिए ही है ।
पवन कल्याण की लड़ाई केवल गठबंधनों के लिए ही है ।
(अर्थ प्रकाश/ बोम्मा रेडड्डी)
नेल्लोर :: (आंध्र प्रदेश) जनसेना पार्टी प्रमुख पवन कल्याण की लड़ाई केवल " गठबंधनों के लिए है, न कि लोगों के लिए," आंध्र प्रदेश के पर्यटन, संस्कृति और युवा कल्याण मंत्री आरके रोजा ने कहा। सोमवार को पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि पवन ने 2019 के विधानसभा चुनाव में दोनों जगहों पर चुनाव लड़ा था। 2024 के चुनावों में भी यही बात दोहराई जाएगी, और पवन के पास कोई 'विकल्प' नहीं बचा है, उसने अपने ही उपहास किया।
यह याद किया जा सकता है कि अभिनेता से राजनेता बने और जन सेना पार्टी के प्रमुख पवन कल्याण ने शनिवार को मंगलगिरी में पार्टी मुख्यालय में पार्टी नेताओं को संबोधित किया और 2024 के चुनावों के लिए तीन चुनावी गठबंधन विकल्प है कहा इनको ही स्वयं को आत्म विश्वास नहीं है कि हम जीत पाएंगे
तेलुगू देशम पार्टी के प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने हमेशा स्वार्थी तत्व दोहरा रुख बनाए रखने आदत है और लोग अब टीडीपी पर विश्वास करने की स्थिति में नहीं थे, उन्होंने आलोचना की।
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि बडवेल उपचुनावों की तुलना में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) को आत्मकुर उपचुनावों में अधिक बहुमत मिलेगा। चुनावी मैदान में भाजपा सिर्फ अपने नाम के लिए थी। आरके रोजा ने कहा कि उन्होंने आरोप लगाया कि बडवेल उपचुनाव में तेदेपा और जन सेना पार्टी के भाजपा को समर्थन देने के प्रयास में सफल नहीं रहे। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के साथ भी ऐसा ही था, जहां लोग उन पर विश्वास करने की स्थिति में नहीं थे
आगे बोलते हुए मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी के मानवीयता पक्ष के अनुरूप विकासशील काम किया और पिछले तीन वर्षों में मेकापति गौतम रेड्डी द्वारा किए गए अच्छे कामों के अनुसार, आत्माकुर लोगों के आकर वोट देने की अपनी एकजुटता व्यक्त करने का समय आ गया है। मेकापटी परिवार क्षेत्र के लिए बहुत काम किया।
मंत्री आगामी 23 जून को होने वाले आत्मकुर विधानसभा के उपचुनाव के प्रचार के लिए नेल्लोर जिले गए थे, जो मौजूदा विधायक और पूर्व आईटी और उद्योग मंत्री मेकापति गौतम रेड्डी की मृत्यु के बाद यहां उपचुनाव हो रहा है।