परमवीर चक्र विजेता सूबेदार मेजर संजय कुमार ने पैरागॉन स्कूल-71 में किया लाइब्रेरी का उद्घाटन
Inaugurated the library at Paragon School-71
कारगिल युद्ध के दौरान कई बहादुरी के किस्से सुनाकर किया छात्रों को प्रेरित
स्कूल का दौरा कर स्कूल की सुविधाओं को देखा
मोहाली, 30 सितंबर, 2024: Inaugurated the library at Paragon School-71: कारगिल युद्ध के नायक और परमवीर चक्र (पीवीसी) पुरस्कार विजेता, 13 जम्मू और कश्मीर राइफल्स रेजिमेंट, के सूबेदार मेजर संजय कुमार ने सोमवार को मोहाली के सेक्टर 71 में पैरागॉन सीनियर सेकेंडरी स्कूल में एक नई लाइब्रेरी का उद्घाटन किया।
पैरागॉन स्कूल की प्रेसिडेंट सुश्री कुलवंत कौर शेरगिल; पैरागॉन सीनियर सेकेंडरी स्कूल के डायरेक्टर इकबाल शेरगिल; जितेन्द्र शेरगिल; प्रिंसिपल जसमीत कौर और वाइस प्रिंसिपल अमरपाल कौर ने भारतीय सेना के वीर को सम्मानित किया। इस मौके पर स्टाफ के सदस्य और स्कूल के स्टूडेंट्स भी मौजूद थे।
कार्यक्रम की शुरुआत स्कूल के एनसीसी आर्मी और एयर विंग के छात्रों द्वारा दिए गए गार्ड ऑफ ऑनर से हुई। हिमाचली होने के नाते कुमार की समृद्ध विरासत का जश्न मनाने और उनके प्रतिष्ठित परमवीर चक्र (पीवीसी) पुरस्कार को मान्यता देने के लिए, हार्दिक भाव से उनका पारंपरिक 'पहाड़ी' अभिवादन के साथ स्वागत किया गया।
एक दिलचस्प सेशन में, जिसमें युद्ध नायक ने स्टूडेंट्स को संबोधित किया, सूबेदार मेजर संजय कुमार ने कारगिल युद्ध के अनुभवों को याद किया, और स्टूडेंट्स को भारतीय सैन्य बलों की वीरता की कहानियों से मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने फ्लैट टॉप पर महत्वपूर्ण कब्जे के बारे में बात की, जो एक रणनीतिक ऊंचाई थी, जिसका दुश्मन सेना द्वारा जमकर बचाव किया गया था। उन्होंने जोर देकर कहा, "हमारी जीत इसके बिना अधूरी थी।" उन्होंने उन गहन क्षणों को याद करते हुए कहा कि उन्होंने दुश्मन के ठिकानों को ध्वस्त करने की अपनी इच्छा अपने सीनियर्स के आगे रखी थी और किस तरह उन्होंने कठिन चुनौतियों का सामना किया था।
स्कूल में पूरे जोश के साथ, उन्होंने बताया कि कैसे, भारी गोलीबारी के बीच, वे चोटों से विचलित हुए बिना, दुश्मन के बंकरों की ओर रेंगते हुए आगे बढ़े। उन्होंने कहा कि "छाती और बांह में गोली लगने के बावजूद, मैं आगे बढ़ा। मुझे एक काम करना था -दुश्मन के बंकर्स को बर्बाद करना ।" न्होंने गंभीर चोटों के बावजूद, अडिग दृढ़ संकल्प के साथ दुश्मन के ठिकानों को बेअसर कर दिया।
कुमार ने गर्व और विनम्रता के साथ कहा, "मैंने पहला बंकर दुश्मनों के कब्जे से छुड़ाया और लगातार खून बहने के बावजूद, मैंने आगे बढ़ते हुए उनके अगले बंकर को भी नष्ट कर दिया।"
पैरागॉन सीनियर सेकेंडरी स्कूल के डायरेक्टर इकबाल शेरगिल ने कहा कि " सूबेदार मेजर संजय कुमार के दौरे ने हमे गौरवान्वित किया है । अनुकरणीय बहादुरी की उनकी प्रेरक कहानी निश्चित रूप से युवा मन के दिलों में देशभक्ति के गुणों को समाहित करेगी, जिससे उनके उज्जवल भविष्य का मार्ग प्रशस्त होगा।"
प्रिंसिपल जसमीत कौर ने आभार व्यक्त करते हुए कहा, "हम स्टूडेंट्स में राष्ट्रीय गौरव की भावना और सीखने के जुनून को और मजबूत करने के लिए सूबेदार मेजर कुमार के आभारी हैं।"
जितेंद्र शेरगिल ने कहा कि स्कूल ने सूबेदार मेजर संजय कुमार को स्कूल में आमंत्रित करने के लिए हर संभव प्रयास किए और रक्षा मंत्रालय के उच्चतम स्तर से सभी आवश्यक अनुमतियां और अप्रूवल्स लिए गए और इसी के चलते इस दौरे का मार्ग प्रशस्त हुआ।
पैरागॉन स्कूल कि अध्यक्ष कुलवंत कौर शेरगिल ने कहा कि "सूबेदार मेजर कुमार द्वारा जिस लाइब्रेरी का उद्घाटन किया गया, वह हमारे स्टूडेंट्स के लिए ज्ञान का एक प्रकाश स्तंभ होगा। यहां की पुस्तकें स्टूडेंट्स को भविष्य के विकास के लिए पढ़ने की आदत विकसित करने में मदद करेंगी।"
कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने देशभक्ति के गीतों और प्रदर्शनों से माहौल को रोमांचित कर दिया। सूबेदार मेजर संजय कुमार ने स्कूल का दौरा किया, जहां प्रबंधन के सदस्यों, स्टाफ और स्टूडेंट्स ने राष्ट्र के लिए उनके असाधारण योगदान को मान्यता देते हुए उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। मोहाली डिफेंस एकेडमी में प्रशिक्षण ले रहे पैरागॉन सीनियर सेकेंडरी स्कूल 71, मोहाली के 50 से अधिक स्टूडेंट्स भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
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