पप्पू यादव ने महागठबंधन और एनडीए की उड़ाई नींद
Lok Sabha Election 2024
अर्थप्रकाश / मुकेश कुमार सिंह
पटना / बिहार : Lok Sabha Election 2024: बिहार में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में शुक्रवार को पाँच संसदीय क्षेत्र में मतदान, कुल मिला कर शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हो गया । राज्य की किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, भागलपुर और बांका सीट के लिए 93.96 लाख से ज्यादा मतदाता को अपने मताधिकार का प्रयोग करना था लेकिन 53 प्रतिशत से कुछ ज्यादा मतदाताओं ने ही अपने मत का उपयोग किया । मतदान को लेकर सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए गए थे । बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर. श्रीनिवास ने बताया कि पाँच लोकसभा क्षेत्रों के मतदाताओं के लिए 9,322 मतदान केंद्र बनाए गए थे । इन लोकसभा क्षेत्रों में कुल 50 प्रत्याशियों के भाग्य अब ईवीएम में बंद हो चुके हैं । जहाँ तक प्रत्याशियों का सवाल है, तो सबसे ज्यादा 12-12 प्रत्याशी भागलपुर और किशनगंज में हैं। जबकि बांका में 10, कटिहार में 9 और पूर्णिया में 7 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं । पाँच सीटों के हुई मतदान के प्रतिशत को बिहार चुनाव आयोग ने जारी कर दिए हैं । किशनगंज में 56.12 प्रतिशत, कटिहार में 55.54 प्रतिशत और भागलपुर में सबसे कम 47.26 प्रतिशत मतदान हुआ है । इसके बाद बाँका में 49.50 प्रतिशत और पुर्णिया में सबसे अधिक 57.14 प्रतिशत मतदान हुआ है । बिहार में कुल मतदान 53.03 प्रतिशत हुआ है । पहले चरण के मतदान में 47 प्रतिशत मतदान हुए थे । प्रतिशत के लिहाज से दूसरे चरण के मतदान में पाँच प्रतिशत का इजाफा हुआ है ।
इन पाँच सीटों में सबसे हॉट सीट पुर्णिया की सीट है, जहाँ सबसे अधिक मतदान भी हुए हैं । इस सीट से राजद प्रत्याशी बीमा भारती को जीत दिलाने के लिए बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने पुर्णिया में चार दिन तक कैम्प किया था । राजद के 40 से ज्यादा विधायक और राजद के 25 से अधिक बड़े नेता, चुनाव प्रचार के अंतिम दिन तक पुर्णिया में बने रहे थे । तेजस्वी यादव ने तो लोगों से यहाँ तक कह डाला था कि या तो महागठबंधन को वोट दीजिये, नहीं तो एनडीए को वोट दीजिये । दरअसल पुर्णिया से पप्पू यादव निर्दलीय प्रत्याशी हैं । तेजस्वी यादव किसी भी सूरत में, पप्पू यादव को जीतने देना नहीं चाहते थे । पप्पू यादव कॉंग्रेस के टिकट पर पुर्णिया से चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन आरजेडी ने यह सीट अपने पाले में लेकर पप्पू यादव को पैदल कर दिया । लेकिन पप्पू यादव ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर, अपनी दावेदारी बहुत मजबूत कर ली । पप्पू यादव चुनाव प्रचार के दौरान, जनता के बीच रो-रो कर खुद को पुर्णिया का बेटा बताते रहे और उनके साथ लालू प्रसाद यादव के परिवार ने उनके साथ धोखा किया है यह सुनाते रहे । पप्पू यादव ने लोगों से साफ-साफ कहा था कि लालू प्रसाद यादव की विरासत को, उनके बेटे संभालने में सक्षम नहीं है । तेजस्वी यादव नहीं चाहते हैं कि यादव परिवार से कोई बड़ा नेता बिहार में हो ।
चुनाव प्रचार के दैरान पप्पू यादव और राजद समर्थकों के बीच पत्थरबाजी भी हुई थी । बिहार सहित पूरे देश की नजर पुर्णिया सीट पर टिकी हुई है । बिहार में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर, सिर्फ पप्पू यादव वजनदार प्रत्याशी हैं और बाजी को पलटने का माद्दा रखते हैं । बड़ी बात यह भी है कि पहला लोकसभा सीट पुर्णिया है, जहाँ त्रिकोणीय मुकाबला है । अभी जीत को ले कर कोई दावे करना बेमानी है लेकिन पप्पू यादव ने महागठबंधन और एनडीए की नींद हराम कर के जरूर रख दी है । नतीजा 4 जून को आना है लेकिन पुर्णिया के लोग पप्पू यादव की जीत पक्की मान कर, जश्न मनाने लगे हैं ।।