पैसे पैसे के लिए मोहताज हुआ पाकिस्तान, फिर मांगा वर्ल्ड बैंक से लोन

पैसे पैसे के लिए मोहताज हुआ पाकिस्तान, फिर मांगा वर्ल्ड बैंक से लोन

इस बार पाकिस्तान ने विश्व बैंक से फिर लोन मांगा है

 

Pakistan: खालिस्तान और बदहाली से परेशान चल रहा पाकिस्तान अब कर्ज लेकर अपना जीवन यापन करने की राह पर चल पड़ा है। इस बार पाकिस्तान ने विश्व बैंक से फिर लोन मांगा है जो की 20 अरब अमेरिकी डॉलर है। बता दे पिछले कई वर्षों से पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था बादलहाली चुकी है। पाकिस्तानियों के भूखे मरने की नौबत आ चुकी है। चीन, रूस, अमेरिका, सऊदी अरब जैसे तमाम देशों ने पाकिस्तान को उधार में पैसे दिए हैं लेकिन उसकी कंगाली अब तक दूर नहीं हुई।

 

क्या करता है पाकिस्तान पैसों का?

 

पिछले कई सालों से पाकिस्तान लगातार विश्व बैंक से लोन लेता है, इसके अलावा अन्य कई देशों से भी लोन लेता है लेकिन उसके देश में कोई भी सुधार नजर नहीं आता। मतलब साफ है की कर्ज लो उस पैसे से मौज करो और उसे लौटाना भूल जाओ, शायद पाकिस्तान भी इन ही तरीकों से चल रहा है। इसकी वजह यह भी है कि पाकिस्तान के पास पहले से ही बहुत सारा कर्ज है। अधिकांश कर्ज की किस्तों को भी वह वापस नहीं कर पा रहा है लेकिन अब विश्व बैंक पाकिस्तान के लिए 20 अरब अमेरिकी डॉलर के सांकेतिक पैकेज को मंजूरी देने की प्रक्रिया में है। मीडिया की एक रिपोर्ट में यह जानकारी देते हुए कहा गया है कि यह एक अग्रणी 10 वर्षीय पहाड़ है जो विश्व बैंक द्वारा वितपोषित परियोजनाओं को राजनीतिक बदलावों के से बचाएगी और छह लक्षण क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करेंगे।

 

अब की बार क्या बताया पाकिस्तान ने कारण

एक रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में आधिकारिक दस्तावेजों का हवाला देते हुए बताया है कि पाकिस्तान देश भागीदारी ढांचा 2025 से 35 नामक कार्यक्रम काशुरुआत करने जा रही है, और इस कार्यक्रम का उद्देश्य सबसे उपेक्षित लेकिन महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सामाजिक संकेत में सुधार करना है। इस देश भागीदारी ढांचे को विश्व बैंक बोर्ड द्वारा 14 जनवरी को मंजूरी दी जानी है। इसके बाद वैश्वीकरण नेता के दक्षिण एशिया के उपाध्यक्ष मार्टिन रेजर के भी इस्लामाबाद आने की उम्मीद है और फिर पाकिस्तान को लोन की मंजूरी मिल जाएगी।