April Manufacturing Unit: अप्प्रेल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में गैस लीक होने के कारण 100 से अधिक महिलाएं बीमार हुए
April Manufacturing Unit: अप्प्रेल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में गैस लीक होने के कारण 100 से अधिक महिलाए
विशाखापट्टनम (आंध्र प्रदेश) बोम्मारेड्डी : April Manufacturing Unit: अच्युतपुरम जिले में स्थित ब्रैंडिक्स स्पेशल इकोनॉमिक जोन के एक अप्प्रेल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में गैस लीक होने के कारण 100 से अधिक महिला कर्मचारी बीमार पड़ गईं। मंगलवार को दूसरी पाली में करीब 2,000 कर्मचारी ड्यूटी पर थे। शाम करीब साढ़े छह बजे गैस रिसाव के बाद कर्मचारियों को सांस लेने में दिक्कत हुई।
रिपोर्टों के अनुसार ब्रैंडिक्स की एक इकाई क्वांटम सीड्स में कथित तौर पर कुछ जहरीली गैस के कारण महिलाएं बीमार पड़ गईं। 50 से अधिक लोगों को एनटीआर सरकारी अस्पताल में और कुछ को निजी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है। सूचना मिलने के बाद जिलाधिकारी रवि पट्टनशेट्टी और एसपी गौतमी साईं मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।
April Manufacturing Unit: उच्च स्तरीय समिति जांच के आदेश
मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने बुधवार को घटना पर एक उच्च स्तरीय समिति जांच के आदेश दिए। जगन मोहन रेड्डी ने घटना की समीक्षा बैठक की और एक उच्च स्तरीय समिति गठित करने का आदेश दिया जो गैस रिसाव की घटना की जांच करेगी और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए उठाए जाने वाले कदमों का पता लगाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योग जगत के अलावा प्रदेश के सभी उद्योगों का सेफ्टी ऑडिट होना चाहिए।
राज्य के उद्योग और आईटी मंत्री गुडीवेडा अमरनाथ रेड्डी ने अच्युतपुरम घटना पर जिला कलेक्टर रवि पट्टनशेट्टी से बात की। उन्होंने जिला अधिकारियों को पीड़ितों को तुरंत बेहतर इलाज मुहैया कराने के निर्देश दिए। बीमारी का असली कारण पता नहीं चल पाया क्योंकि गैस रिसाव की घटना की मेडिकल जांच की जा रही थी। मंत्री अमरनाथ ने कहा कि कुछ नमूने अधिक विस्तृत जांच के लिए भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) को भी भेजे गए थे। बताया गया है कि अधिकांश रोगियों ने सांस लेने में कठिनाई, मतली और उल्टी की शिकायत की और घबराहट में कंपनी परिसर से बाहर भाग गए।
गौरतलब है कि पिछले दो महीनों में गैस रिसाव की यह दूसरी घटना है। जून में विशाखापत्तनम के पास अच्युतपुरम इलाके में एक बीज कारखाने में एक प्रयोगशाला में गैस रिसाव के बाद लगभग 178 महिला श्रमिक बीमार हो गईं। हालांकि गैस रिसाव के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है और पुलिस और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीमें मामले की जांच कर रही हैं।