श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह के बाद विशाल भंडारे का आयोजन
Organizing Shrimad Bhagwat Katha
-वृंदावन के चार संप्रदाय आश्रम में हुई श्रीमद भागवत कथा सप्ताह में श्रोतागण आनंद में झूमे
-कथा में संत मुनी समेत हजारों श्रोताओं ने किया ज्ञान हांसिल
-स्कूली बच्चों को पुस्तक व पैंसिल देकर दिया शिक्षित व संस्कारवान बनने का आशीर्वाद
फरीदाबाद/वृंदावन। दयाराम वशिष्ठ: Organizing Shrimad Bhagwat Katha : वृंदावन के चार सम्प्रदाय आश्रम में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह के बाद विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें संत, मुनियों के अलावा दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश व राजस्थान समेत दूर दराज से आए हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
इस दौरान चार संप्रदाय आश्रम की ओर से संचालित मां असरफी देवी उमा विद्यालय के लगभग एक हजार बच्चों को प्रसाद ग्रहण करवाकर आश्रम के महंत श्री बृज बिहारी दास जी ने पुस्तक व पैंसिल देकर उन्हें शिक्षित व संस्कारवान बनने का आशीर्वाद दिया।
कथा वाचक श्री कृष्ण चंद्र ठाकुर जी महाराज के मुखारविंद से यहां सुनाई गई कथा के दौरान श्रोतागण ज्ञान की गगा में डूबे रहे। आश्रम के पूज्य महंत श्री बृज बिहारी दास शास्त्री की सत्प्रेरणा से सदगुरुदेव अनंत विभूषित श्री रामदास शास्त्री जी महाराज के 107 वें जन्म दिवस और चार सम्प्रदाय आश्रम के वार्षिक महोत्सव के अवसर पर श्रीमद् भागवत कथा का यह भव्य आयोजन किया गया। जिसमें काफी संख्या में संत भी कथा का श्रवण करने पहुंचे।
कथा के दौरान कथा वाचक श्री कृष्ण चंद शास्त्री ने अपनी मधुर वाणी से श्रोताओं को श्रीमद भागवत कथा की महिमा के बारे में बताते हुए कहा कि भगवान की शरण में जाने से सभी बंधन दूर जाते हैं और भगवत कृपा प्राप्त होती है। सभी इंसानों और प्राणियों से प्रेम करना चाहिए, प्रत्येक इंसान व जानवरों में भी परमात्मा का रूप है।. भक्ति, ज्ञान, वैराग्य, और त्याग जैसे सद्गुणों को अपनाना चाहिए. भगवान का नाम जपना चाहिए और निरंतर भगवत चिंतन में मग्न रहना चाहिए। श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण करते रहना चाहिए।
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