संत और शास्त्र के सामने कभी तर्क नहीं करना चाहिए : जगत गुरुदेव श्रीवसंतविजयानंद गिरी जी महाराज

Jagat Gurudev Shrivasantvijayanand Giri Ji Maharaj
बसवनगुड़ी विधायक रवि सुब्रमण्यम, सुनील शर्मा सहित कई गणमान्यों ने लिया जगत गुरुदेव के दर्शन वंदन का लाभ
बेंगलूरु। Jagat Gurudev Shrivasantvijayanand Giri Ji Maharaj: परमहंस परिव्राजकाचार्य अनन्त श्री विभूषित कृष्णगिरी पीठाधीश्वर जगद्गुरु 1008 परम पूज्यपाद श्री वसन्त विजयानन्द गिरी जी महाराज ने कहा कि मनुष्य के कई रूप हैं वह अपने विकार दुनिया से छुपाता है। यहां हनुमंत नगर क्षेत्र में योगा अंजनैया स्वामी टेंपल के समीप स्थित मातृछाया में उपस्थित श्रद्धालु गुरु भक्तों को अपने प्रेरणादाई संदेशात्मक प्रवचन में जीवन की ऊर्जा के निर्धारण पर प्रकाश डालते हुए पूज्यपाद गुरुदेवश्रीजी बोले, संतों के चरणों में रहने पर ईश्वरीय ऊर्जा व तरंगों के साथ निश्चित रूप से शुभ भाव प्राप्त होते हैं। अच्छी संगत की तरंगे जीवन को श्रेष्ठता की ओर परिवर्तित कर इस जन्म ही नहीं अगले जन्म के लिए भी कल्याणकारी साबित होती है जो कि तिर्यंचो के लिए भी संभव नहीं है। शास्त्रों एवं अनुभवी सिद्ध साधक संत की बातें कभी गलत नहीं हो सकती। प्रसंगवश मय उदाहरण के उन्होंने कहा कि संतों के समक्ष किया गया तर्क बुद्धि को नष्ट–भ्रष्ट करता है। संत और शास्त्र के समक्ष कभी तर्क नहीं करने की सीख देते हुए वचन सिद्ध, मंत्र शिरोमणि जगद्गुरुदेव वसंत विजयानंदगिरी जी महाराज ने कहा कि भक्ति रूपी हथौड़ा व श्रद्धा रूपी भाव व्यक्ति में होना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि संसार का परिणाम कुछ भी हो सकता है मगर ईश्वर अथवा गुरु भक्ति का परिणाम सदैव शुभ ही होगा। उन्होंने कहा कि यदि व्यक्ति अपने गलत किए हुए का सच्चाई से पछतावा कर लेता है तो उसके दुख पाप मिट जाते हैं। साधना के शिखर पुरुष जगद्गुरुदेव ने इस दौरान गुरु को ममतामयी मां सरीखी उपमा देते हुए कहा कि गुरु व्यक्ति के सर्व पापों को परिलक्षित कर मिटाने में सक्षम होते हैं। आवश्यकता गुरु के प्रति व्यक्ति की सच्ची श्रद्धा, भक्ति एवं विश्वास की है। ईश्वर से साक्षात्कार कराने वाले गुरुदेव श्रद्धावान व्यक्ति के हर दुख को चमत्कारी रुप से मिटाकर उसे प्रगति पथ पर बढ़ाते है। जगत गुरुदेवश्री के दर्शन वंदन के लिए बसवनगुडी क्षेत्र से बीजेपी विधायक रवि सुब्रमण्यम, शाकद्वीपीय ब्राम्हण समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील शर्मा सहित अनेक गणमान्य लोग मातृछाया में पहुंचे। इस दौरान लोहित चंदूलाल गांधी, बंशीलाल पितलिया, दीपक शाह, पुनीत कुमार, दीपक सेठिया, कन्हैयालाल ओस्तवाल सहित अनेक गुरु भक्तों ने अतिथि सत्कार किया।