इमरान खान बने तानाशाह, ओलंपियन ने हॉकी की बदहाली पर उठाए सवाल तो 10 साल के लिए कर दिया बैन
इमरान खान बने तानाशाह, ओलंपियन ने हॉकी की बदहाली पर उठाए सवाल तो 10 साल के लिए कर दिया बैन
इस्लामाबाद। बीते वर्षों में हाकी की बेहतरी के लिए कुछ न करने पर जब पूर्व ओलंपियन राशिद उल हसन ने देश के प्रधानमंत्री को आइना दिखाया तो उसका खामियाजा उन्हें उठाना पड़ा है। पाकिस्तान हाकी फेडरेशन (पीएचएफ) ने उनके ऊपर दस वर्षों के लिए प्रतिबंध लगा दिया है। पीएचएफ की तरफ से राशिद पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने पीएम के लिए गलत और अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। पीएचएफ ने ये भी कहा कि राशिद ने सोशल मीडिया के जरिए देश की हाकी की साख कम करने की कोशिश की है।
वहीं राशिद ने कहा है कि उन्होंने पीएम के खिलाफ किसी तरह की अभद्र भाषा का इस्तेमाल नहीं किया, बल्कि उन्हें अपनी बात रखने का हक है। राशिद ने अपनी सफाई में कहा है कि उन्होंने केवल इतना ही कहा था कि पीएम इमरान खान ने हाकी की बेहतरी के लिए जो वादे किए थे, बीते वर्षों में उन्होंने इनको पूरा करने के लिए कुछ नहीं किया। उनके मुताबिक अपनी बात रखते हुए उन्होंने किसी भी तरह की अभद्र भाषा का इस्तेमाल नहीं किया। बता दें कि राशिद 1984 में ओलंपिक का गोल्ड मैडल जीतने वाली हाकी टीम का हिस्सा थे।
इमरान खान की आलोचना करने के बाद पीएचएफ ने उनके खिलाफ जांच शुरू की थी और उनके बयानों के लिए उनसे जवाब मांगा गया था। लेकिन वो जवाब देने के लिए वहां पर उपस्थित नहीं हुए, जिसके चलते उनके ऊपर ये बैन लगाया गया है। आपको बता दें कि पीएम इमरान खान पीएचएफ के चीफ पेट्रोन हैं। राशिद पर बैन लगाने के फैसले की जानकारी पीएचएफ के अध्यक्ष ब्रिग्रेडियर खालिद सज्जाद खोखर और सचिव आसिफ बाजवा ने प्रेस रिलीज के माध्यम से दी है। इसमें कहा गया है कि राशिद को दो बार नोटिस भेजा गया था, जिसका उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। इसकी जानकारी नेशनल असेंबली की स्टेंडिंग कमेटी को भी दे दी गई है।