चंडीगढ़ में पंजाब विधानसभा पर अचानक NSG कमांडों उतरे; ऊपर मंडराते सेना के हेलीकॉप्टर से लैंडिंग, ऑपरेशन के लिए बिल्डिंग की घेराबंदी
Punjab VidhanSabha NSG Commando
रंजीत शम्मी: Punjab VidhanSabha NSG Commando: चंडीगढ़ सेक्टर-1 स्थित पंजाब विधानसभा में रविवार को उस वक्त हलचल मच गई। जब विधानसभा की बिल्डिंग पर अचानक सेना का हेलीकॉप्टर मंडराता दिखा और इसके बाद उसमें से आधुनिक हथियारों से लैस NSG के ब्लैक कैट कमांडोज नीचे उतरते दिखे। विधानसभा की छत पर रस्सी के सहारे एक के बाद एक NSG कमांडो की लैंडिंग हो रही थी। लगभग 150 NSG कमांडोज की अलग-अलग टोलियां विधानसभा बिल्डिंग की चारों तरफ से घेराबंदी कर रहीं थी। विधानसभा में बंधक की स्थिति से निपटने के लिए NSG कमांडोज वहां पहुंचे थे। कुछ ही देर के अंदर सभी NSG कमांडोज ने विधानसभा बिल्डिंग में अपनी पोजिशन संभाल ली और ऑपरेशन के लिए तैयार हो गए।
वहीं एक्शन में आये NSG कमांडोज ने ऑपरेशन को सफलता पूर्वक अंजाम दिया। NSG के इस ऑपरेशन में चंडीगढ़ पुलिस और चण्डी मंदिर आर्मी भी शामिल रही। चंडीगढ़ पुलिस की स्थानीय टीम और ऑपरेशन सेल ने पूरे ऑपरेशन में अहम भूमिका निभाई। ऑपरेशन सेल ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर रखी थी। साथ ही सुरक्षा घेरा बना लिया था। चंडीगढ़ पुलिस ने ही पूरी स्थिति से निपटने के लिए NSG को साहयता के लिए बुलाया था। पुलिस की कॉल पर कुछ ही देर में NSG की टीम मौके पर आ पहुंची।
हालांकि, यह मॉकड्रिल थी, NSG का गांडीव युद्धाभ्यास था
घबराइए नहीं। पंजाब विधानसभा पूरी तरह से सुरक्षित है। विधानसभा को किसी ने बंधक नहीं बनाया। NSG और चंडीगढ़ पुलिस का यह पूरा एक्शन ऑपरेशन एक मॉकड्रिल थी। यह ऑपरेशन एनएसजी के गांडीव VI युद्धाभ्यास का एक हिस्सा था। यह अभ्यास या मॉकड्रिल के पीछे का मकसद होता है कि कभी आतंकी हमलों या किसी अन्य तरह की अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए उस समय ऑपरेशन को प्रभावी तौर से सफल बनाया जा सके। अक्सर यह देखने में आता है कि, कई बार आतंकवादी या शरारती तत्व बम रखने की सूचना या फिर अपने नापाक मंसूबों को अंजाम देने के लिए सार्वजनिक हाइ लाइटेड जगहों को चुनते हैं। उस दौरान पूरी स्थिति से निपटने के लिए NSG की अहम भूमिका होती है।
इसीलिए चण्डीगढ़ में पंजाब विधानसभा में इस तरह की मॉकड्रिल हुई। NSG अपने युद्धाभ्यास में ऑपरेशन को अंजाम देने का काम किया। चंडीगढ़ में सेक्टर-1 बेहद VIP और संवेदनशील इलाका है। यहां पंजाब विधानसभा के साथ हरियाणा विधानसभा, पंजाब और हरियाणा सचिवालय भी है। साथ ही पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट भी यहीं है। इस पूरे ऑपरेशन के बाद पुलिस लाइन, सेक्टर 26 में एक डीब्रीफिंग सत्र आयोजित किया गया। जहां ऑपरेशन से संबंधित इकाइयों ने अपने अनुभव साझा किए।
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